राज्य में महिला व बाल अत्याचार में वृध्दी

5 माह में बाल अत्याचार के 10 हजार अपराध दर्ज

मुंबई /दि.9– राज्य में पिछले कुछ वर्षों से महिला व बाल अत्याचार में वृध्दी हुई है. पिछले पांच महीनो में बाल अत्याचार के 10 हजार से अधिक मामले दर्ज किए गए. वहीं मार्च तक तीन महीनों में महिला अत्याचार के 1 हजार 179 मामले दर्ज किए गए.
विधानसभा सदस्य काशिनाथ दाते, रोहित पवार, भास्कर जाधव, अमीन पटेल ने विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान राज्य में बढते अपराध तथा नाबालिग लडकियों पर होनेवाले अत्याचारों को रोकने सरकार से उपाययोजना के संदर्भ में प्रश्न उपस्थित किया गया था. जिसमें मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने प्रश्नों के उत्तर देते हुए आंकडे प्रस्तुत किए और राज्य में अपराध रोकने के लिए महिला सहायता कक्ष, दामिनी व निर्भया पथक की स्थापना, पुलिस की गश्त बढाने, पुलिस काका व दीदी मार्फत जनजागृति , पोक्सों व जलदगती न्यायालय की स्थापना, 112 हेल्पलाइन इस प्रकार की उपाययोजना की जानकारी सदन को दी.
पुणे जिले में महिला पर हुए अत्याचार को लेकर किए गए सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि पुणे ग्रामीण पुलिस सीमा अंतर्गत प्रत्येक पुलिस थानों में महिला व युवतियों की सुरक्षा के लिए निर्भया पथक स्थापित किए गए है और सार्वजनिक स्थलों, शाला, महाविलय यहां पुलिस की गश्त बढा दी गई है और शहर में नाकाबंदी की गई है. बलत्कार के अपराध में 60 दिनों में न्यायालय में आरोपपत्र दाखिल करने आईटीएसओ पोर्टल द्बारा देखरेख की जाती है और बलत्कार और एसीड हमले में पीडित व्यक्ती को मनोधैर्य योजना अंतर्गत आर्थिक मदद की जाती है.

 

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