पहली कक्षा से लागू होगी ‘समग्र प्रगति पत्रक’ संकल्पना

छात्रों के समग्र व्यक्तित्व विकास पर केंद्रीत

* ‘नेतृत्व’ और ‘रचनात्मकता’ गुणों का विकास करने पर जोर
अमरावती/दि.11-नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार, राज्य के सभी स्कूलों में शैक्षणिक वर्ष 2027 से कक्षा 1 से ही समग्र प्रगति पत्रक की संकल्पना लागू की जाएगी. यह पहल शैक्षणिक मूल्यांकन के साथ-साथ छात्रों के समग्र व्यक्तित्व विकास पर केंद्रित है. इसमें खेल, कला और अनुभवात्मक शिक्षा शामिल है. इस अनूठे मूल्यांकन में बच्चे स्वयं, उनके मित्र और अभिभावक भी भाग लेंगे.
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के अनुसार, छात्रों के समग्र विकास के लिए समग्र प्रगति रिपोर्ट का उपयोग किया जाएगा. इससे उनके शैक्षणिक, सामाजिक और भावनात्मक विकास को बढावा मिलेगा. वे न केवल ज्ञान अर्जन, बल्कि व्यक्तित्व विकास और सामाजिक चुनौतियों का भी सामना कर पाएंगे.
* समुदाय आधारित शिक्षा पर जोर
समुदाय-आधारित शिक्षा भी समग्र प्रगति रिपोर्ट का एक हिस्सा है. अभिभावकों, शिक्षकों, छात्रों और समुदाय के बीच संचार, भागीदारी और सहयोग को दर्ज किया जाएगा. इससे छात्रों को विभिन्न लोगों के साथ बातचीत करने का प्रशिक्षण मिलेगा.
* समग्र विकास में सहायक
खिलौने बच्चों के दिमाग को लगातार सक्रिय रखते हैं, जिससे उनकी जिज्ञासा बढती है. जो कोई भंवरा अच्छी तरह घुमा सकता है, गायन, अभिनय कर सकता है, आदि कलाएं आने पर उसे मल्टिपल इंटेलिजन्स के तौर पर अंक मिलेंगे.
* इन मामलों को दर्ज किया जाएगा…
व्यापक प्रगति रिपोर्ट में न केवल छात्रों की शैक्षणिक प्रगति, बल्कि उनके सामाजिक और भावनात्मक व्यवहार और शारीरिक विकास का भी रिकॉर्ड होगा. समुदाय-आधारित शिक्षा भी समग्र यानी व्यापक प्रगति रिपोर्ट का एक हिस्सा है.
* ‘नेतृत्व’ और ‘रचनात्मकता’ गुणों का विकास
चित्रकला, नाटक, संगीत, नृत्य, दृश्य कला आदि विभिन्न कलाएं छात्रों में रचनात्मकता, आत्मविश्वास और कल्पनाशीलता को बढ़ाती हैं. खेल शिक्षा शारीरिक स्वास्थ्य, अनुशासन, समूह समन्वय और नेतृत्व गुणों का प्रशिक्षण प्रदान करती है.
* बहुआयामी दृष्टिकोण से मूल्यांकन
व्यापक प्रगति रिपोर्ट शिक्षकों को छात्रों का बहुआयामी दृष्टिकोण से मूल्यांकन करने में सक्षम बनाएगी. संज्ञानात्मक, भावनात्मक, सामाजिक और विभिन्न कौशलों को दर्ज किया जाएगा, न कि पारंपरिक परीक्षाओं या ग्रेड तक सीमित रखा जाएगा.
सीबीएसई स्कूलों की तरह, एक समग्र प्रगति रिपोर्ट लागू की गई है.                                                                                      इसमें छात्रों की प्रतिभा, खेल कौशल, पारंपरिक खेलों में भागीदारी, भावनात्मक और सामाजिक व्यवहार आदि को दर्ज किया जाएगा.
-जगदीश कुमार शिरसाट, केंद्र प्रमुख, जूना धामनगांव
समग्र प्रगति रिपोर्ट में छात्रों की शैक्षणिक प्रगति के साथ-साथ उनके विभिन्न विकास शामिल होंगे. इस पहल का कार्यान्वयन तालुका के सभी स्कूलों में शुरू हो गया है.
-सपना भोगांवकर, गट शिक्षा अधिकारी

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