महाराष्ट्र में हर साल बढ रहे दुष्कर्म और पॉक्सो के मामले

2022-2025 तक दुष्कर्म के 1455 और पॉक्सो के 4836प्रकरण दर्ज

पुणे/दि.11– महाराष्ट्र में महिला और बाल सरंक्षण की स्थिति गंभीर है. साल 2022 से 2025 तक राज्य में दुष्कर्म के कुल 1455 मामले दर्ज हुए है. इसके अलावा पॉक्सो (बाल यौन शोषण निवारण अधिनियम) के तहत 4836 मामले ये आंकडे महिला और बाल विकास केंद्र द्वारा जारी किए गए है. ये केवल वही मामले है, जिनकी एफआईआर हुई है. जिन्हें मनोधैर्य योजना के अंतर्गत सहायता प्राप्त मिली हेै.
चिंताजनक बाल यह है कि दावों के बावजूद आंकडे हर साल बढ रहे है. महाराष्ट्र में ऐसे सैकडो मामले है. जो या तो दबा दिए जाते है या दर्ज नहीं हो पाते वित्तीय वर्ष 2024-25 में ही पॉक्सो के अंतर्गत पीडितों की संख्या 2297 तक पहुंच गई हेै ये तीन साल में सर्वाधिक है इसके बावजूद राज्य में महिला सुरक्षा की स्थिति में सुधार नहीं हो रहा है जानकारों का कहना है कि पीडितों को सरकारी सहायता तो मिलती है, लेकिन महिला अपराध रोकने के लिए बना मौजूदा कानून कारगर साबित नहीं हो रहा है.यही वजह है कि अपराधियोें में कानून क डर नहीं है 2022 से 2025 तक एसिड हमले 59 घटनाएं हो चुकी है तीन साल में महिलाओं पर एसिड फेंकने की सर्वाधिक घटनाएं 2023-24 में हुई.

*साल-दर-साल बढ रहे महिला अपराध
साल                  दुष्कर्म          पॉक्सो         एसिड हमले       आईटीपीए
   (ह्युमन ट्रैफिकींग)
2022-23             310             1038            10                     2
2023-24             374             1501            44                     1
2024-25             771              2297            5                      0

*आयोग महिलाओं को भी आगे आना होगा
2022, 2023, 2024 और 2025 में राष्ट्रीय साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर दर्ज रिपोर्ट के अनुसार घटनाएं लगभग समान संख्या में हुई है. भारतीय दंड संहिता के अंतर्गत भी रख्ती से कार्रवाई की गई है पिछले साढे तीन साल में राज्य महिला आयोग ने दुष्कर्म संबंधी शिकायतो की सुनवाई कर पाडिताओं को न्याय दिलाने क पूरा प्रयास किया है महिलाओं के लिए 1098 नंबर सेवा भी शुरू की गई है कहीं उनकी शिकायत दर्ज नहीं हो रही हो, तो वे इस नंबर पर शिकायत कर सकती है. ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं के लिए 112 नंबर उपलब्ध है कॉल करने पर पुलिस 5 से 7 मिनिट में घटनास्थल पर पहुंच जाती है राज्य महिला आयोग महिलाओं को 100 प्रतिशत न्याय दिलाने के प्रयास लगातार कर रहा है. लेकिन इसके लिए महिलााओं को भी आगे आकर शिकायत दर्ज कराना चाहिए.
रूपाली चाकणकर,
अध्यक्ष, राज्य महिला आयोग

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