अमरावती संभाग में 8 घंटे में एक किसान आत्महत्या
धक्का दायक हकीकत

* 6 माह में 527 ने लगाया मौत को गले
अमरावती/ दि. 14 – पश्चिम विदर्भ में किसान आत्महत्या का सत्र लगातार बढ रहा है. 6 माह में 527 किसानों ने आत्महत्या कर ली. सर्वाधिक 178 आत्महत्या यवतमाल जिले में हुई है. उसी प्रकार आंकडों से लगता है कि प्रत्येक 8 घंटे में अमरावती संभाग में एक कृषक खुदकुशी कर रहा है.
ंप्राकृतिक आपदा, फसल खराब होना, अकाल, बैंक और साहूकारों का कर्ज, कर्ज वसूली का तगादा, बेटियों की शादी, बीमारी आदि अनेक कारणों से पश्चिम विदर्भ में कृषक एक के बाद एक आत्महत्या कर रहे हैं. विभागीय आयुक्तालय के अहवाल के मुताबिक इस वर्ष जनवर से जून तक 5 जिलों में 527 कृषकों ने मौत को गले लगाया है. गत 25 वर्षो की बात करें तो संभाग में 21674 किसानों ने आत्महत्या की है. जिसमें 10136 प्रकरण सरकार के सहायता पात्र माने गये विविध तकनीकी कारणों से 10229 प्रकरण अपात्र माने गये. 309 मामले प्रलंबित बताए जाते हैं.
यवतमाल सर्वाधिक ग्रस्त
यवतमाल जिला सर्वाधिक किसान आत्महत्याग्रस्त कहा जा सकता है. इसी वर्ष गत 6 माह में यवतमाल में 178 और अमरावती में 101 किसानों ने खुदकुशी की. अकोला में 90, वाशिम में 67 और बुलढाणा मेें 51 किसानों ने आत्महत्या की. शासन और प्रशासन को किसान आत्महत्या रोकने में नाकामी हाथ लगी है.
* गत 25 वर्षो में किसान आत्महत्या
अमरावती जिला – 5, 477
यवतमाल जिला – 6, 351
अकोला जिला – 3, 207
वाशिम जिला – 2, 107
बुलढाणा जिला – 4, 532





