कुपोषण ग्रस्त क्षेत्र में पोषाहार की एफडीए करें जांच
विधायक खोडके की कुपोषण पर लक्षवेधी

अमरावती / दि. 15- कुपोषण निर्मूलन के लिए शासन की अनेक योजनाएं हैं. कई उपाय योजनाएं क्रियान्वित की जा रही है. प्रदेश की 14 तहसीलों को कुपोषण से ग्रस्त पाया गया है. जिसमें अमरावती जिले की चिखलदरा और धारणी का समावेश है. दोनों ही तहसीलों में प्रदेश के आंकडों से दो गुना कुपोषण दिखाई पडता है. अत: इन दोनों तहसीलों में दिए जा रहे पोषाहार पर एफडीए की वॉच की मांग संजय खोडके ने उच्च सदन में ध्यानाकर्षण करते हुए की.
सोमवार को पावससत्र दौरान सभापति राम शिंदे द्बारा महिला व बाल विकास विभाग के कार्यो पर शुरू की गई चर्चा में विधायक खोडके ने अमरावती के कुछ भागों का कुपोषण का मुद्दा उपस्थित किया. उन्होंने कहा कि 14 समितियों द्बारा कामकाज किया गया. सुधार का प्रयत्न किया गया. कुपोषण की परिस्थिति वैसी ही है . सरकार के आंकडों में कुपोषण की तीव्रता भले ही कम दिखाई पडती हो. किंतु माता मृत्यु, बाल मृत्यु, कुपोषण की समस्या कायम रहने की बात संजय खोडके ने कही.
खोडके ने कहा कि कुपोषण की उपाय योजना पर भी आशंका व्यक्त की जाती है. धारणी और चिखलदरा तहसीलों में कुपोषण के बारे में सभागार को अवगत कराते हुए खोडके ने आंगणवाडी और स्वास्थ्य केन्द्रों के माध्यम से उपलब्ध करवाए जा रहे पोषाहार के बारे में सवाल उठाए. खोडके ने कहा कि यह देखा जाना चाहिए कि वह पोषाहार नियमित सप्लाई हो रहा है. आहार के पोषक होने की गारंटी के लिए फूड व ड्रग विभाग द्बारा उसकी जांच की जा रही है कि क्या ?
फेस रिकगनाइस सिस्टम
महिला व बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने कहा कि कुपोषण में लाभार्थियो को आहार योजना का लाभ देने फेस रेकगनाइस सिस्टम अपनाया गया है. लाभार्थी तक आहार पहुंचाने के बाद सिस्टम के माध्यम से जांच होती है. सिस्टम पर 73% कार्य हो गया है. अमरावती के बारे में जो सुझाव विधायक खोडके ने दिए है. उस पर ध्यान केन्द्रित कर अपनाया जायेगा.





