बैंक उद्योगो को कर्ज देकर अर्थव्यवस्था को बढावा दे

जिलाधिकारी आशीष येरेकर ने कहा

अमरावती /दि.19 – केंद्र और राज्य सरकार ने छोटे उद्योगों को बढावा देने के लिए अनेक योजनाएं बनाई है. ग्रामीण क्षेत्रो में भी रियायती दरो पर कर्ज उपलब्ध करवाकर औद्योगिक विकास को बढावा दिया जा रहा है. बैंक उद्योगो को कर्ज देकर अर्थव्यवस्था को बढावा दे, ऐसा जिलाधिकारी आशीष येरेकर ने कहा.
जिला उद्योग केंद्र द्वारा सरकारी विभागो एवं बैंको के अधिकारियों के लिए एक कार्यशाला का आयोजन किया गया था. इस अवसर पर वे बोल रहे थे. कार्यशाला में परिविक्षाधीन अधिकारी कौशल्या एन., अग्रणी बैंक प्रबंधक नरेश हेडाऊ, जिला उद्योग केंद्र महाप्रबंधक नीलेश निकम, खादी ग्रामोद्योग प्रबंधक प्रदीप चेचेरे, कौशल्य विकास की सहायक आयुक्त प्रांजली बारस्कर, कृषि विभाग के उपसंचालक वरुण देशमुख, पर्यटन विभाग के विजय अवताडे, माविम के रंजन वानखडे सहित विभिन्न बैंको के क्षेत्रीय अधिकारी उपस्थित थे.
जिलाधिकारी येरेकर ने कार्यशाला में संबोधित करते हुए कहा कि, केंद्र सरकार ने पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य रखा है. इसलिए बैंको को निजी क्षेत्रो में निवेश करना होगा. इसमें बैंको की भागीदारी महत्वपूर्ण होगी. बैको को भी इस अवसर को समझना होगा और निजी क्षेत्र के साथ सकारात्मक दृष्टिकोण से काम करना होगा. निजी क्षेत्र में निवेश करके नए रोजगार सृजित करना समय की मांग है. जिलाधिकारी येरेकर ने आगे कहा कि, उद्यमियों की सुविधा के लिए प्रत्येक बैंक में बिझनेस सुविधा केंद्र होना जरुरी है. इस केंद्र के माध्यम से निवेश प्रशिक्षण आदि की जानकारी प्रदान की जानी चाहिए. इसके साथ ही यह भी सुनिश्चित करने का प्रयास किया जाना चाहिए कि, विभिन्न सरकारी योजनाओं के माध्यम से उद्यमियों द्वारा प्रस्तुत प्रस्तावो में कोई त्रृटि न हो, बैंको को उन क्षेत्रों का भी चयना करना चाहिए, जिसका प्रभाव हो सकता है तथा उन उद्योगो के लिए ऋण प्रस्तावो को मंजूरी देनी चाहिए. कार्यशाला के दौरान खादी ग्रामोद्योग, कृषि, पर्यटन, आर-सेटी, वसंतराव नाईक विमुक्त जाति एवं भटक्या महामंडल, महात्मा फुले आर्थिक विकास महामंडल, अण्णाभाऊ साठे महामंडल, जिला उद्योग केंद्र की औद्योगिक ऋण योजनाओं की समीक्षा की गई.

 

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