मोदी जी के विकसित भारत का संकल्प पूर्ण करेगा यह आयोजन

तेली समाज का राज्यस्तरीय उद्योजक सम्मेलन और मेधावी विद्यार्थियोंं का सत्कार

* पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले का विश्वास
* कैलाश- छाया गिरोलकर चैरिटेबल ट्रस्ट का सांस्कृतिक भवन में भव्य आयोजन
* समाज के योगदान की सराहना
अमरावती/ दि. 19 –प्रदेश के राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने आज कहा कि तेली समाज द्बारा लिए गये उद्योजक सम्मेलन और मेधावी विद्यार्थियों के सत्कार समारोह सराहनीय है. उद्यमी कैलाश गिरोलकर छाया गिरोलकर की सोच पर आधारित आज के कार्यक्रम से ही 2047 के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत का संकल्प साकार होगा. पालकमंत्री आज दोपहर सांस्कृतिक भवन में कैलाश- छाया गिरोलकर चैरिटेबल ट्रस्ट द्बारा आयोजित तेली समाज का राज्यस्तरीय उद्योजक सम्मेलन और मेधावी विद्यार्थियोंं का सत्कार समारोह में मार्गदर्शन कर रहे थे.
मंच पर पूर्व सांसद रामदास तडस, पूर्व मंत्री जगदीश गुप्ता, कार्यक्रम के अध्यक्ष कैलाश गिरोलकर, छाया गिरोलकर, युवा उद्यमी मयूर जिरापुरे, संजय हिंगासपुरे, प्रेरक वक्ता सुशील आगरकर, प्रा. डॉ. संजय तीरथकर, राठोड तेली समाज विकास निगम के रामेश्वर गोदे, अजय गुल्हाने, संजय आसोले, दीपक गिरोलकर, अनीता तिखिले, प्रा. मोनिका उमक, योगेश टावरे, प्रकाश बनारसे, संजय ढोले, विवेक गुल्हाने, विजय शिरभाते आदि अनेक की उपस्थिति रही.
पालक मंत्री बावनकुले ने कहा कि आज का यह कार्यक्रम समाज को दिशा देनेवाला कार्यक्रम हैं. समाज में 99 प्रतिशत अंक लानेवाले मेधावी विद्यार्थियों की भरमार है. ऐसे में उन्हें आगे क्या करना है. कैसे उद्यमशील बनना है, यह सिखानेवाला, बतानेवाला आज का आयोजन है. पालकमंत्री ने कहा कि दुनिया में सर्वाधिक पढी लिखी और संस्कारवान पीढी भारतीयों की है. इसलिए भारत का मानव संसाधन समस्त विश्व को चाहिए. भारतीयों की सर्वत्र कद्र हो रही है. उसी प्रकार देश में भी उद्यमशीलता के लिए पोषक वातावरण मोदी सरकार ने बनाया है. समाचार लिखे जाने तक पालकमंत्री बावनकुले का संबोधन शुरू था.
इस मौके पर बोलते हुए पूर्व सांसद और तेली समाज के राज्य नेता रामदास तडस ने कहा कि आज के दौर को देखते हुए समाज को उद्यमशीलता को अपनाना होगा. उन्होंने कहा कि राज्य से लेकर केन्द्र तक उद्यमशीलता को बढावा देनेवाली बीजेपी की सरकारे हैं. जो सभी समाज को यथायोग्य मान सम्मान भी देती है. तेली समाज के संत श्री जगनाडे महाराज की जन्म भूमि से विकास हेतु तीर्थक्षेत्र की श्रेणी देकर देवेन्द्र फडणवीस सरकार ने 80 करोड का फंड तत्काल उपलब्ध करवाया था. उसी प्रकार आज औद्योगिक विकास के लिए सभी संसाधन सरकार उपलब्ध करवा रही है. अनुमतियां शीघ्र प्राप्त हो रही है. एक के बाद एक लगातार औद्योगिक क्षेत्र विकसित हो रहे हैं. तेली समाज के मेधावी विद्यार्थियों की संख्या देखते हुए स्पष्ट है कि समाज में प्रतिभाओं की कमी नहीं है. समाज आनेवाले कल के लिए बेहतर उद्यमी तैयार कर सकता है. तडस ने समाज के लोगों से उपलब्ध अवसरों का लाभ लेने का भी आवाहन किया.
* गिरोलकर पूरा कर रहे मोदी का सपना
पूर्व राज्य मंत्री और शिवसेना शिंदे गट के बडे नेता जगदीश गुप्ता ने इस अवसर पर बडा समयोचित और प्रेरक संबोधन कर अपनी सिपना शिक्षा प्रसारक संस्था में उपलब्ध तकनीकी और अन्य जानकारी तेली समाज के युवा उद्यमियों के स्टार्टअप हेतु नि:शुल्क देने का ऐलान सांस्कृतिक भवन में उपस्थित हजारों समाज बंधु-भगिनी की करतल ध्वनि के बीच किया. उन्होंने यह भी कहा कि तेली समाज के वधू-वर सम्मेलन हुए हैं. राजनीतिक सम्मेलन हुए हैं. उद्योग सम्मेलन पहली बार कैलाश और छाया गिरोलकर की कल्पना से हो रहा है. इसके लिए गिरोलकर और उनके साथी अभिनंदन के पात्र हैं. वे लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का देश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में किए गये आवाहन और संकल्पों को साकार कर रहे हैं. यह निश्चित ही सराहनीय है. जगदीश गुप्ता ने यह भी कहा कि नौकरी पेशा व्यक्ति अपने परिवार के वारिस के लिए सीमित रूप से ही कुछ दे सकता है. जबकि बिजनेस की परंपरा वाले घर- घराने आनेवाली पीढी के लिए मजबूत व्यास पीठ तैयार रखते हैं. उसी प्रकार समाज के रोजगारक्षम बनते हैं. अन्य को भी नौकरी आदि दे सकते हैं. जगदीश गुप्ता ने समाज बंधुओं से उद्योग धंधे अपनाने का आवाहन कर कहा कि आज के दौर में शासन नाना प्रकार की योजनाएं फंड के साथ देने तैयार हैं. उनका उपयोग हम करेंगे तो आनेवाले समय में भारत तेजी से विश्व की तीसरी आर्थिक महासत्ता बनेगा.
समारोह में तेली समाज के अनेक पदाधिकारी उत्साह से उपस्थित थे. पास पडोस के नगरों गांवों से भी समाज बंधु और भगिनी आए थे. समाचार लिखे जाने तक लगभग 80 छात्र-छात्राओं का सुंदर प्रमाणपत्र और स्मृतिचिन्ह देकर मान्यवरों के हस्ते स्नेहिल सत्कार समाज पीठ पर किया गया. सर्वश्री ,चंद्रकांत मेहरे, मोनिका उमक, योगेश कावरे, चंद्रशेखर जावरे, बालासाहेब लोहारे, योगिता कलंबे, चंद्रशेखर पिंपले, प्रतीक पिंपले, संजय रायकर, विलास बुटले, राजेंद्र हजारे, जयंतराव औतकर, प्रा. डॉ. केशव गुल्हाने, राजा बांगडे, सहित अनेकानेक की उपस्थिति और योगदान रहा. सुंदर संचालन गीता मोरे ने किया.
* विशाल फूलमाला से जोरदार स्वागत
पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले कार्यस्थल पर दोपहर ठीक 2 बजे पहुंचे और समस्त खचाखच भरे सभागार ने तालियों की गडगडाहट के साथ उनका स्वागत किया. वहीं मंचासीन अतिथियों के साथ ही कैलाश और छाया गिरोलकर, कल्पना जिरापुरे, यश जिरापुरे, अकोला के संतोष शिरभाते, आध्यात्मिक गुरू गौरी शंकर महाराज के हस्ते विशाल गुलाब पुष्पमाला एवं उतने ही सुंदर स्मृतिचिन्ह के साथ शाल श्रीफल देकर बावनकुले का शानदार सत्कार स्वागत किया गया. बावनकुले के हस्ते संताजी महाराज की प्रतिमा का पूजन एवं दीप प्रज्वलन किया गया.

Back to top button