किसान नहीं, सरकार भिखारी है

‘उस’ विवादास्पद बयान पर बोले कृषिमंत्री कोकाटे

मुंबई/दि.22- कुछ माह पूर्व राज्य के कृषिमंत्री माणिकराव कोकाटे ने बयान दिया था कि, इन दिनों भिखारी भी एक रुपया नहीं लेता, लेकिन हमने किसानों को एक रुपए में फसल बीमा दिया और कुछ लोगों ने इस योजना का दुरुपयोग किया. कृषिमंत्री कोकाटे के उस बयान पर किसानों ने तीव्र नाराजगी जताई थी. वहीं विपक्ष द्वारा कोकाटे के इस्तीफे की मांग उठाई गई थी. जिसके बाद अब कोकाटे ने अपने बयान पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि, उनके बयान का गलत मतलब निकाला गया. उन्होंने किसानों को नहीं, बल्कि खुद सरकार को भिखारी की भूमिका में रखा था.
इस बारे में अपना स्पष्टीकरण देते हुए मंत्री माणिकराव कोकाटे ने कहा कि, सरकार किसानों से एक रुपया लेती है, हम किसानों को एक रुपया नहीं देते यानि एक रुपया लेनेवाली सरकार भिखारी हुई. परंतु उनके बयान का उलट अर्थ निकाला गया. एक रुपए की कीमत काफी कम है और इसके जरिए मिलनेवाले फसल बीमा के लिए महाराष्ट्र में पांच से साढे पांच लाख बोगस आवेदन प्राप्त हुए है. खुद उन्होंने अपने कार्यकाल दौरान पाए गए बोगस आवेदनों को तत्काल रद्द किया और नए सिरे से योजना की घोषणा की. जिसके अब तक कम से कम 52 जीआर जारी किए गए है. साथ ही खुद उन्होंने महाराष्ट्र कोने-कोने का दौरा करते हुए किसानों के खेतों में जाकर जमीनी हकीकत का जायजा लिया और संशोधन केंद्रों में सुविधाएं उपलब्ध कराने का आश्वासन भी दिया. वे अब तक के पहले ऐसे कृषिमंत्री है, जिन्होंने कृषि संशोधन केंद्र में जाकर भेंट दी. साथ ही साथ कृषि विद्यापीठों को भी भेंट देते हुए खेती-किसानी के लिए बेहतर पर्यायों को गतिमान किया.
* मैंने एक रुपए की भी रमी नहीं खेली, बदनामी करनेवालों को कोर्ट में खिचूंगा
इसके साथ ही कृषिमंत्री कोकाटे ने यह भी कहा कि, उनका कोई भी मोबाइल नंबर व बैंक अकाउंट ऑनलाइन रमी के किसी अप्लीकेशन के साथ जुडा हुआ नहीं है, इस बात की कोई भी कभी भी तसदीक कर सकता है. जिस दिन से ऑनलाइन रमी शुरु हुआ है, तब से लेकर अब तक उन्होंने कभी एक रुपए की भी रमी नहीं खेली, बल्कि उन्हें रमी खेलना आता ही नहीं. ऐसे में उन पर बेसिर-पैर वाले आरोप लगानेवाले लोगों को अब वे कोर्ट में खिचेंगे. इस मामले की जानकारी देते हुए मंत्री कोकाटे ने कहा कि, वे उस दिन सभागृह में अपने काम के चलते उपस्थित थे. चूंकि उनके ओएसडी को सभागार में आने की अनुमति नहीं होती. ऐसे में उन्होंने अपने ओएसडी को एसएमएस भेजने या फोन करने के लिए एक मोबइल मंगवाया था और मोबाइल को ऑन करते ही स्क्रिन पर ऑनलाइन रमी ऐप का विज्ञापन जैसा पॉपअप आया. चूंकि वह मोबाइल उनके लिए नया था. अत: उन्हें उसे स्कीप करने में थोडा समय लग गया. साथ ही 30 सेकंड तक स्क्रिन को स्कीप भी नहीं किया जा सकता और जो वीडियो सामने आया है, वह महज 11 सेकंड का है. जिसे लेकर आरोप-प्रत्यारोप शुरु हो गए है. जबकि यदि पूरा वीडियो सामने आया होता, तो असलियत भी सामने आई होती.

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