प्रिन्सिपल एसोसिएशन कॉलेजेस का 40 वां वार्षिक अधिवेशन 25 से

श्री शिवाजी शिक्षण संस्था द्वारा पहली बार इस राज्यस्तरीय अधिवेशन का आयोजन

* संस्था के अध्यक्ष हर्षवर्धन देशमुख ने पत्रकार परिषद में दी जानकारी
अमरावती/दि.22 – श्री शिवाजी शिक्षण संस्था की तरफ से आयोजित अखिल महाराष्ट्र फेडरेशन ऑफ प्रिन्सिपल्स एसोसिएशन ऑफ नॉन गव्हर्नमेंट कॉलेजेस का 40 वां वार्षिक राज्यस्तरिय अधिवेशन 25 व 26 जुलाई को अमरावती में हो रहा है. शिवाजी शिक्षण संस्था द्बारा पहलीबार यह अधिवेशन आयोजित किया गया है. महाराष्ट्र के सभी प्राचार्य अधिवेशन के लिए अमरावती आ रहे है. इस अधिवेशन निमित्त महाराष्ट्र के सभी प्राचार्यों को श्री शिवाजी शिक्षण संस्था और संस्था के संस्थापक शिक्षण महर्षी डॉ. पंजाबराव उर्फ भाउसाहब देशमुख के कार्यों का परिचय होने तथा ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020’ पर मंथन और चर्चा होना इस अधिवेशन का मकसद है. ऐसी जानकारी संस्था के अध्यक्ष हर्षवर्धन देशमुख ने आज यहां पत्रकार परिषद में दी.
पत्रकार परिषद में हर्षवर्धन देशमुख ने बताया कि, सम्मेलन का उद्घाटन 25 जुलाई को सुबह 10:30 बजे श्री शिवाजी शिक्षण संस्थान के डॉ. पंजाबराव देशमुख मेमोरियल मेडिकल कॉलेज परिसर में छत्रपति शिवाजी महाराज सभागार में महाराष्ट्र के उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांतदादा पाटिल द्वारा किया जाएगा. श्री शिवाजी शिक्षण संस्थान के अध्यक्ष हर्षवर्द्धन देशमुख की अध्यक्षता में आयोजित उद्घाटन कार्यक्रम में राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद एवं राष्ट्रीय शैक्षिक प्रौद्योगिकी फोरम के अध्यक्ष डॉ. अनिल सहस्रबुद्धे, संत गाडगेबाबा अमरावती विश्वविद्यालय के कुलगुरू डॉ. मिलिंद बारहातेे, लक्ष्मीनारायण इनोवेशन टेक्नोलॉजी विद्यापीठ नागपुर के कुलगुरू डॉ. अतुल वैद्य, महाराष्ट्र के उच्च शिक्षण संचालक डॉ. शैलेन्द्र देवलाणकर, रयत शिक्षण संस्था, सातारा के सीईओ चंद्रकांत दलवी प्रमुख अतिथि के रूप में उपस्थित रहेगे.
हर्षवर्धन देशमुख ने बताया कि, उद्घाटन समारोह में अमरावती संभाग के उच्च शिक्षा के संयुक्त निदेशक डॉ. केशव तुपे, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 संचालन समिति के सदस्य सी.ए. अनिल राव, अखिल महाराष्ट्र फेडरेशन ऑफ प्रिन्सिपल्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. आबासाहेब देशमुख, अखिल महाराष्ट्र फेडरेशन ऑफ प्रिन्सिपल्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष प्राचार्य नंदकुमार निकम और सचिव डॉ. सुधाकर जाधवर विशेष अतिथि होंगे.
अखिल महाराष्ट्र फेडरेशन ऑफ प्रिंसिपल्स एसोसिएशन ऑफ नॉन गवर्नमेंट कॉलेजेस यह महाराष्ट्र के सभी गैर-सरकारी कॉलेजों के प्राचार्यों का सर्वोच्च थिंक टैंक है और संगठन का मुख्य उद्देश्य कॉलेज और विश्वविद्यालय प्रशासन में समस्याओं को समझना और उनका समाधान खोजना है. संगठन के इस 40वें अधिवेशन में, मुख्य विषय ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 – उच्च शिक्षा संस्थानों की भूमिका और उत्तरदायित्व’ के अनुरूप, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर चर्चा की जाएगी. चर्चा किए जाने वाले विषयों में उद्देश्यों और दृष्टिकोण की समीक्षा, विकसित भारत बनाने में प्रधानाचार्यों की भूमिका, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के सफल कार्यान्वयन के लिए राज्य और केंद्र सरकारों से शिक्षा क्षेत्र की अपेक्षाएं, संस्थागत स्तर पर नई शिक्षा नीति के कार्यान्वयन के लिए आवश्यक नीतियां, पाठ्यक्रम पुनर्गठन और शैक्षिक परिवर्तन, राष्ट्रीय शिक्षा नीति, शिक्षण कौशल विकास, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए बुनियादी ढांचे का विकास, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए प्रासंगिक हितधारकों को जुटाना, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का कार्यान्वयन और मूल्यांकन, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए सोशल मीडिया और एआई का उपयोग, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के कार्यान्वयन में चुनौतियां और अवसर आदि शामिल होंगे.
हर्षवर्धन देशमुख ने बताया कि, श्री शिवाजी शिक्षण संस्था ने इस अधिवेशन की ज़िम्मेदारी ली है और संस्था के स्वीकृत सदस्य तथा श्री शिवाजी कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय, अमरावती के प्राचार्य डॉ. अंबादास कुलट संयोजक के रूप में ज़िम्मेदारी संभाल रहे हैं, जबकि श्री शिवाजी कला, वाणिज्य एवं विज्ञान महाविद्यालय, अकोला के प्राचार्य डॉ. रामेश्वर भिसे आयोजन समिति के सचिव के रूप में कार्यरत हैं. संस्था के सचिव तथा प्राचार्य डॉ. वी. गो. ठाकरे के मार्गदर्शन में अधिवेशन की पूरी तैयारी कर ली गई है और अधिवेशन के अवसर पर एक स्मारिका का प्रकाशन भी किया जाएगा. ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020’ शिक्षा क्षेत्र के लिए एक चुनौती है और इस सम्मेलन का उद्देश्य इन चुनौतियों के समाधान हेतु गहन विचार-विमर्श करना है और हर्षवर्धन देशमुख ने विश्वास जताया कि यह अवश्य सफल होगा.
पत्रकार परिषद में श्री शिवाजी शिक्षण संस्था के उपाध्यक्ष एड. गजाननराव पुंडकर, एड. जे.व्ही. पाटिल पुसदेकर, केशवराव मेतकर, कोषाध्यक्ष दिलीपबाबू इंगोले, कार्यकारिणी सदस्य हेमंत कालमेघ, प्राचार्य केशवराव गावंडे, सुरेशदादा खोटरे, प्रा. सुभाष बनसोड, संस्थेचे सचिव डॉ. वि.गो. ठाकरे, स्वीकृत सदस्य व आयोजन समिति के सचिव डॉ. अंबादास कुलट, स्वीकृत सदस्य नरेशचंद्र पाटिल, डॉ. पुरूषोत्तम वायाल, प्राचार्य अमोल महल्ले, आयोजन समिति के सचिव प्राचार्य डॉ. रामेश्वर भिसे, प्राचार्य फोरम के सदस्य प्राचार्य डॉ.जी.व्ही. कोरपे, डॉ. स्मिता देशमुख, प्राचार्य डॉ. दिलीप हांडे, प्राचार्य डॉ. वर्षा देशमुख, डॉ. विनय राउत आदि उपस्थित थे.

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