धारणी के अस्पताल को नागपुर एम्स की सेवाएं

बच्चोें हेतु टेली एनसीयू शुरू

* प्रदेश में भी लागू होगा मॉडल
अमरावती/ दि. 23- जिले के आदिवासी बहुल धारणी तहसील के बच्चों की खातिर नागपुर एम्स ने विशेष टेली एनसीयू सेवा शुरू कर दी है. जिससे नागपुर में बैठे- बैठे चिकित्सक धारणी उपजिला अस्पताल में मौजूद चिकित्सक और परिचारिका को उचित निर्देश देकर यहां एडमिट बच्चों का उपचार कर रहे हैं. यह मॉडल सफल हो रहा है. इसलिए प्रदेश के अन्य भागों में भी इसे लागू किया जायेगा.
डॉ. बानाइत को जिम्मेदारी
टेली मेडिसीन आधारित हब एंड स्पोक मॉडल है. जो एम्स नागपुर को सीधे धारणी की एनसीयू से जोडता है. इस प्रकल्प का नेतृत्व डॉ. निशांत बानाइत कर रहे हैं. ‘पथ’ नामक स्वास्थ्य संस्था का सहयोग मिल रहा है. इस मॉडल में 360 डिग्री कैमरे , इंटरनेट ऑफ थिंग्स उपकरण और रियल टाइम डैशबोर्ड जैसी आधुनिक तकनीक का उपयोग किया जा रहा है. विशेषज्ञ डॉक्टर्स नवजात की स्वास्थ्य स्थिति का आकलन कर रिमोर्ट परामर्श और प्रशिक्षण दे रहे हैं.
* नये प्रयास से उपलब्धि
नये प्रयास से नवजात मृत्यु दर में 50 प्रतिशत की कमी आने का दावा किया जा रहा है. यह भी दावा किया गया कि संक्रमण से मृत्यु दर में गिरावट आयी है. उसी प्रकार कम वजन के पैदा हुए बच्चे की जीवन दर में बढोत्तरी हो रही है. उन्होंने दावा किया कि डिजिटल तकनीक से नवजात से लेकर वरिष्ठ तक को चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराई जा रही है. अब यह मॉडल गडचिरोली और नंदुरबार जिले में भी विस्तार किया जा रहा है.
* तेजी से बढ रहे बीपी व शुगर के मरीज
एम्स ने हाल ही में 60 गांवों में मेडिकल परीक्षण किया. सर्वे से भयानक खुलासे हुए है. 35 प्रतिशत से अधिक लोगों को उच्च रक्तचाप और मधुमेह से पीडित पाया गया. सैम्पल सर्वे में 5 हजार लोगों का परीक्षण किया गया. 1700 से अधिक मरीज डायबिटिज और हाई ब्लडप्रेशर के पाये गये. जिसे खतरनाक रफ्तार बताया जा रहा है.

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