पुसद में 40 लाख की विदेशी शराब जब्त
रास्ते पर ही चल रही थी विक्री, ट्रक सहित 7 आरोपी गिरफ्तार

यवतमाल/दि.25 – जिले के पुसद शहर में माहूर मार्ग पर मोहगांव की ओर जानेवाले रास्ते पर विदेशी शराब की विक्री चल रही थी और एक ट्रक में से शराब की पेटियां दुपहिया सवारों को दी जा रही थी. जिसके बारे में जानकारी मिलते ही गुरुवार की दोपहर बीट जमादार पंकज पातूरकर ने मामले की पुष्टि करने के साथ ही पुसद शहर पुलिस स्टेशन को इसकी जानकारी दी और पुलिस के पथक ने तुरंत मौके पर पहुंचकर 7 आरोपियों को 40 लाख 23 हजार रुपए की शराब के साथ गिरफ्तार किया.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक शिवाशिष रेसीडेन्सी लेआऊट प्रवेशद्वार के पास ट्रक क्रमांक एमएच-12/वायबी-0048 में ग्रीन लेबल विस्की की 180 एमएल क्षमता वाली 18 हजार 288 बोतले भरी हुई थी और ट्रक का चालक इस विदेशी शराब की दुपहिया सवारों को अवैध तरीके विक्री कर रहा था. जिसके बारे में जानकारी मिलते ही थानेदार सदानंद वानखडे ने अपने पथक के साथ छापा मारते हुए मनीष ईश्वर सुरुले (19, डोकसावंगी, तह. शिरुर), प्रवीण दत्ता जिजोरे (30, वाईगोल, तह. मानोरा, जि. वाशिम), रामेश्वर मधुकर पवार (24), सचिन उद्धव चव्हाण (23), सतीश श्रावण चव्हाण (24), गोकुल बाबूसिंग चव्हाण (24), विक्रम बलिराम जाधव (20, चारों तुलसी नगर, तह. महागांव, जि. यवतमाल) निवासी को पकडा. जिनके पास से 7 मोबाइल, 3 दुपहिया वाहन ट्रक सहित कुल 64 लाख 72 हजार 360 रुपयों का माल जब्त किया गया. सभी आरोपियों के खिलाफ पुसद पुलिस थाने में महाराष्ट्र शराबबंदी अधिनियम की धारा 1949 के तहत अपराध दर्ज किया गया है.
* शराब के ट्रक पर राज्यमंत्री का नाम
पुसद शहर पुलिस द्वारा छापा मारकर पकडे गए ट्रक पर राज्यमंत्री मेघना साकोर-बोर्डीकर नाम लिखा हुआ था. ऐसे में यह ट्रक किसके नाम पर है और उस पर राज्यमंत्री का नाम क्यों लिखा हुआ है, इस बारे में पूछताछ करने पर पुसद के उपविभागीय पुलिस अधिकारी हर्षवर्धन बीजे ने इस बारे में कोई जानकारी नहीं रहने की बात कही. वहीं पुसद शहर पुलिस स्टेशन के थानेदार सदानंद वानखडे से इस बारे में संपर्क करने का प्रयास करने पर उनकी ओर से कोई प्रतिसाद नहीं मिला.
* खुद हमारे लोगों ने पकडा हैं ट्रक – बोर्डीकर
वहीं इस पूरे मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए राज्यमंत्री बोर्डीकर ने स्पष्ट किया कि, उक्त ट्रक उनके एक रिश्तेदार की ट्रांसपोर्ट कंपनी का है. जिन्हें माल ढुलाई का ठेका मिला था. यह ट्रक पुणे से सीधे नागपुर जाने के लिए रवाना हुआ था. परंतु जीपीएस के जरिए पता चला कि, उक्त ट्रक किसी अन्य रास्ते से ही जा रहा है. जिसके चलते ट्रक पर नई नियुक्ति रहनेवाले चालक से संपर्क करने का प्रयास किया गया, तो उसकी ओर से कोई प्रतिसाद नहीं मिला. ऐसे में संदेह हुआ कि, ट्रक अथवा उसमें लदे शराब के कुछ बक्से चुराने के उद्देश्य से ट्रक चालक द्वारा रास्ता बदला गया होगा. जिसके बाद खुद हमारे ही लोगों ने पुलिस की सहायता लेते हुए उस ट्रक को पकडा. संभवत: रिश्तेदार ने ट्रक पर नाम लिखा होगा, लेकिन ट्रक में लदे माल का पूरा उत्पादन शुल्क भरा गया था. जिसकी रसीदे रिश्तेदार के पास है.





