नगर परिषद चुनाव के लिए 79 मतदान केंद्र की वृध्दी
155 प्रभागों में 439 मतदान केंद्र प्रस्तावित

* मनुष्यबल के नियोजन में प्रशासन से छूटेेंगे पसीने
अमरावती /दि.29 – जिले में इस समय 10 नगर परिषदों व 2 नगर पंचायातो में प्रभाग रचना की धमधूम चल रही है. साथ ही साथ चुनावों की तैयारियां चल रही है. पिछले चुनाव में 360 मतदान केंद्र थे. वहीं अब कुछ नगरपालिका क्षेत्रों का विस्तार हुआ है. साथ ही मतदाता संख्या भी बढ गई है. इसके चलते इस बार के चुनाव हेतु 10 नगर परिषदों व दो नगर पंचायतों के कुल 155 प्रभागों में 439 मतदान केंद्र स्तावित किए गए है. जहां पर आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ ही चुनाव संबंधित कामों के लिए मनुष्यबल का नियोजन करने में प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पडेगी.
जिले में अचलपुर, अंजनगांव सुर्जी, चांदुर बाजार, चांदुर रेलवे, चिखलदरा, दर्यापुर, धामणगांव रेलवे, मोर्शी, शेंदुरजना घाट व वरूड नगर परिषद तथा धारणी व नांदगांव खंडेश्वर नगर पंचायतों में चुनाव कराया जाना है. जहां पर इस समय प्रभाग रचना की प्रक्रिया चल रही है. इन सभी नगर परिषदों व नगर पंचायतों में विधानसभा चुनाव के समय 3 लाख 54 हजार 42 मतदाता थे. वहीं 1 जुलाई 2025 तक मतदाता सुची में 3 लाख 58 हजार 868 मतदाता पंजीकृत हुए है. ऐसे में मतदाता संख्या के बढने के साथ ही कुछ स्थानों पर निर्वाचन क्षेत्र में भी विस्तार हुआ है. जिसके चलते धारणी व नांदगांव खडेश्वर नगर पंचायत के अलावा सभी नगर परिषद क्षेत्र में मतदान केंद्र बढाए जाएंगे. जिसमें 800 से 900 मतदाता संख्या रहनेवाले 405 मतदान केंद्र तथा 900 से 1000 मतदाता संख्या रहनेवाले 34 केंद्र प्रस्तावित किए गए है.
* मतदान केंद्रों पर सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश
नगर पालिका व नगर पंचायत क्षेत्रों में होनेवाले चुनाव के मद्यनजर सभी मतदान केंद्रों पर मतदाता सूची से सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश राज्य निर्माण आयोग द्बारा दिए गए है. इसके तहत कहा गया है कि, मतगणना के लिए तहसील स्तर पर पर्याप्त जगह रहनेवाले गोदाम उपलब्ध कराने की दृष्टि से नियोजन किया जाए. चुनाव पुरी तरह से पारदर्शक व मुक्त वातावरण में होने के लिए संबंधित विभाग द्बारा आवश्यक प्रयास किए जाए.
* 2 हजार से अधिक मनुष्य बल की पडेगी जरूरत
जिले की 10 नगर परिषद व नगर पंचायतों के 155 प्रभागों में चुनाव होने है. जिसके लिए उपजिलाधिश स्तर के 12 निर्वाचन निर्णय अधिकारियों की जरूरत पडेगी. जिसमें इस समय 4 अधिकारी कम है. हालाकि 12 तहसीलदार उपलब्ध है. इसके साथ ही मतदान प्रक्रिया हेतु कम से कम 2 हजार अधिकारियों व कर्मचारियों की जरूरत पडेगी. जिसके लिए फिलहाल नियोजन चल रहा है.





