दिल से किया हुआ काम ही सफलता देगा
संत डॉ. संतोष देव महाराज का विवेचन

* शिवधारा आश्रम में झूलेलाल चालिहा
* सत्संग प्रवचन का भक्तगण ले रहे लाभ
अमरावती/दि.29-सिंधु नगर स्थित पूज्य शिवधारा आश्रम में चल रहे श्री शिवधारा झूलेलाल चालिहा के 14 दिन के अपने सत्संग प्रवचन में परम पूज्य संत श्री डॉ संतोष देव जी महाराज ने फरमाया के दिल से किया हुआ काम ही सफलता देता है, चाहे संसार हो, चाहे परमार्थ हो दोनों में और जो भी काम हम केवल औपचारिकता से करेंगे, उस से कोई विशेष फल आने वाला नहीं है और यह हम सबके जीवन में रोज घट रहा है, अंतर बस इतना है कि हम लोग कभी-कभी अपने आप पर ध्यान देते हैं, कभी नहीं. पर परिणाम को लेकर हम लोग चिंतित जरूर होते हैं, लेकिन परिणाम अच्छा क्यों नहीं आया इस पर ज्यादा ध्यान न देते है. हम लोग जब अपने आप पर केंद्रित होंगे, तो हम पाएंगे कि हमने जो भी काम दिल से किया था, वह देर सवेर अच्छा परिणाम लता ही है और जहां-जहां हमसे इस प्रकार की कोई चूक हुई कि केवल दिखावे के लिए, निपटने के लिए या उपचारिकता की दृष्टि से हमने जो काम किया,उससे कोई विशेष फल नहीं मिल रहा है और आगे भी यही नियम ही काम करने वाला है. जैसे जो विद्यार्थी दिल से पढ़ाई करेगा और अपने बैचलर डिग्री के समय मास्टर डिग्री भी करनी है का ध्यान रखते हुए कडी मेहनत करेगा और फिजूल के कामों से खुद को बचाएगा, वह एक न एक दिन सफल जरूर होगा अपने क्षेत्र में, वैसे ही जो ग्रहणी भोजन बनाते समय दिल से और सात्विकता से घर का भजन बनाएगी और अपने इष्ट देव या गुरुदेव को भोग लगाकर फिर अपने परिवार को खिलाएगी, तो भोजन तो पहले वाला ही था, परंतु उस भोजन में गुरु और गोविंद की दृष्टि जब आ गई, तो वह प्रसाद बन गया और उसके खाने से सभी घर के व्यक्तियों का मन शीतल होगा, सात्विकता विचारों की बढ़ेगी, साथ-साथ में दुख भी कटेंगे, ऐसे ही धंधे व्यापार वाले भाई भी जब अपने काम पर केंद्रित होंगे, फिजूल के भटकाव से खुद को बचाएंगे, वह अपने क्षेत्र में सफल होते जाएंगे.
संत डॉ. संतोष महाराज ने अनेक उदाहरण देकर भक्तों का मार्गदर्शन किया. महाराज ने कहा कि, 1008 सद्गुरु स्वामी शिवभजन जी महाराज कहा करते थे, आप जब भक्ति,सेवा, सत्संग दिल से करना प्रारंभ करेंगे, तो आपको अनुभूति होने लगेगी, कि आप पहले जैसे विचारों वाले नहीं रहे, अभी आप शुद्ध सात्विक बन चुके हैं, इसलिए आपका अआचार, उच्चार, व्यवहार, आहार बदल जाएगा, जिसके परिणाम रूप में आपका भविष्य, शरीर का अंत, परलोक संवर ही जाएगा.
* सत्संग प्रवचन में महाराज ने भक्तों का मार्गदर्शन किया. महाराज के मुताबिक बुधवार को बेलपत्र के साथ हरी दाल के कुछ दाने शिवलिंग पर चढ़ाने से बुद्धि श्रेष्ठ होती है, जिसके कारण उन्नति होती जाती है और कर्ज भी उतरते हैं.





