यवतमाल में मादा बाघ ने जन्में 6 शावक
विलक्षण घटना मानी जा रही

* ढाई साल तक सरकार करेंगी सुरक्षा
यवतमाल/ दि. 31– जिले के पांढरकवडा वन विभाग में एक मादा बाघ ने 6 शावकों को जन्म दिया है. एक साथ 6 शावकों के जन्म की यह दुर्लभ घटना बताई जा रही है. क्योंकि मादा बाघ 2 से 4 शावक आम तौर पर जन्म देती है. खास बात यह है कि शावकों की सुरक्षा हेतु वन विभाग द्बारा ढाई वर्ष तक गोपनीयता रखी जाती है.
पांढरकवडा वन विभाग में ‘टी 3’ इस मादा बाघ ने वर्ष 2022 के अंत में 6 शावकों को जन्म दिया था. इसके पहले इसी बाघ ने 4 तथा उपरांत एक बार 5 शावकों को जन्म दिया. गत 3 जनवरी 2023 को मादा बाघ उसके 6 शावकों सहित पहली बार ‘कैमरा ट्रैप’ में दिखाई दी. उस समय उसके सभी 6 शावक छोटे थे. बाघ दर्शन पर्यटन के उत्साही और कई अवसरों पर राजकीय पहचान का उपयोग होता देख तत्कालीन वन अधिकारियों ने मादा बाघ और उसके शावकों की सुरक्षा की दृष्टि से इसे गुप्त रखा था.
वन विभाग की पहली पंक्ति के कर्मचारी से लेकर वरिष्ठ अधिकारियों ने शावकों को पर्यटकों की भीड से दूर रखा. नागपुर जिले के उमरेड- कर्हाडला अभ्यारण्य में पर्यटकों की ऐसी भीड के कारण ‘एफ- 2’ मादा बाघ और उसके 5 शावकों का नैसर्गिक संवर्धन में पोषण बाधित हो रहा हैं. यह मामला कोर्ट में भी गया था. इस बीच पिछले डेढ साल से 6 शावकों को जन्म देेनेवाली मादा बाघ प्रत्यक्ष दिखाई नहीं दी. किंतु कैमरा ट्रैप में उसके छायाचित्र आ रहे हैं. उसके शावक अब ढाई तीन बरस के हो गये हैं. वे अपना स्वतंत्र मार्ग अपना रहे हैं.
* क्या कहते हैं जानकार
राज्य वन्यजीव बोर्ड के पूर्व सदस्य कुंदन हाते ने कहा कि मादा बाघ द्बारा 6 शावकों को जन्म देना दुर्लभ घटना है. उमरेड अभ्यारण्य में फेयरी मादा बाघ ने भी 5 शावकों को जन्म दिया था. उसी की बडी हुई ‘एफ 2’ मादा बाघ ने 5 शावकों को जन्म दिया था. दुर्लभ घटनाएं, उत्तम संवर्धन का प्रतीक हैं.





