शहरवासियों को होंगे शिर्डी, पंढरपुर, खाटू के दर्शन

नीलकंठ, आजाद, न्यू आजाद, श्रीकृष्ण पेठ, भगतसिंह मंडलों में युवा जुटे हैं उत्सव हेतु

* गणेशोत्सव में प्रमुख मंडलों की झांकियां तय
* कई मंडलों में बाहर गांव से आ रहे हैं कलाकार दृश्य सजाने
अमरावती/ दि. 1-निकाय चुनाव के वर्ष में इस बार अपेक्षाकृत शीघ्र आनेवाले गणेशोत्सव को लेकर कार्यकर्ता अत्यंत उत्साहित है. शहर के प्रमुख मंडलों में उत्सव की जोरदार तैयारी प्रारंभ हो गई है. क्योंकि अब गिनती के 20-25 दिन बचे हैं. दस दिवसीय उत्सव दौरान अमरावती के प्रमुख मंडलों में इस बार श्रध्दालुओं को साईबाबा की शिर्डी, पांडुरंग विठ्ठल के पंढरपुर, खाटू नरेश श्याम बाबा, दिल्ली का अक्षरधाम मंदिर, गणेशजी के भाई कार्तिकेय की झांकियों के दर्शन का अवसर मिलने जा रहा हैं. सभी प्रमुख मंडलों में इस वर्ष की कार्यकारिणी निर्धारित कर उत्सव का कामकाज प्रारंभ हो गया है. दस दिवसीय उत्सव के लिए व्यापक तैयारियां शुरू हो जाने की जानकारी पदाधिकारियों ने आज दोपहर अमरावती मंडल को दी और बताया कि कई मंडलों में विघ्न विनाशक की मूर्तियां भी अपने आप में बडी चित्ताकर्षक होगी. इस प्रकार की कल्पनाशीलता युवा कार्यकर्ताओं ने अपना रखी है.

* नीलकंठ में विठ्ठल नगरी
परकोटे के भीतर पुरानी अमरावती के अनेक प्रमुख मंडलों में गुरू ूपूर्णिमा पश्चात गणेशोत्सव की तैयारी शुरू हो जाती है. ऐसे में बुधवारा के नीलकंठ व्यायाम शाला, आजाद हिन्द मंडल तथा लक्ष्मीकांत मंडल में न केवल झांकियों बल्कि उत्सव दौरान विविध उपक्रमों की तैयारी प्रारंभ हो गई है. नीलकंठ मंडल में इस बार पंढरपुर, पांडुरंग नगरी का देखावा (झांकी) साकार किए जाने की जानकारी पदाधिकारियों ने दी. उन्होंने बताया कि पारंपरिक सिहांसन पर विराजमान गणपति को स्थापित किया जायेगा. उसी प्रकार झांकी के रूप में साक्षात पंढरपुर साकार करने का प्रयत्न होगा. इसके लिए कार्यकर्ता जुट गये हैं. इस वर्ष की उत्सव कार्यकारिणी घोषित की जा चुकी है. अध्यक्ष वैभव कोनलाडे ने अमरावती मंडल को बताया कि पंढरपुर मंदिर की 40 फीट उंची झांकी रहेगी. अकोला के आर्टिस्ट दीपक पवार और साथी इसे रेडी कर रहे हैं. उन्होेंने बताया कि श्री की स्थापना शोभायात्रा भी वारकरी अंदाज में उत्साह से निकलेगी. जिसमें रिंगण और दिंडियां रहेगी. नीलकंठ मंडल के 100 बच्चे वारकरियों की वेशभूषा में सभी का ध्यान आकृष्ट करेंगे. बेशक महिला मंडल भी शोभायात्रा में उत्साह से सहभागी होगा. विठ्ठल और रूक्मिणी माई के दर्शन सभी को सुलभ होंगे. कोनलाडे ने बताया कि पंढरपुर का आभास दर्शनार्थियों को करवाने का नीलकंठ मंडल समवेत प्रयत्न कर रहा है.
इस वर्ष की कार्यकारिणी – वैभव कोनलाडे अध्यक्ष, सौरभ केवले सचिव, सचिन खडेकार कोषाध्यक्ष, संकेत करूले, सागर ढवले, अमोल शिरालेकर उपाध्यक्ष, मन्नार नानोटी तथा श्रेयस शेलूकर सहसचिव, प्रशांत शिंगारे सहकोषाध्यक्ष, अद्बैत साउरकर, अजिंक्य गुल्हाने, एश्वर्य शेरेकर, सलील केवले, मल्हार कारंजकर, प्रज्वल खडेकर, प्रीतम भोरे, अक्षय मुदगल, रवि पेठकर, अनंत पेठकर, मनीष हिरोडे, अंकित कोनलाडे, विशाल कोनलाडे, सतीश चिंतामणि, आशीष पांडे, ऐश्वर्या खेडकर, स्वरूप आरनकर, वेद बारलिंगे, पीयूष भेंडे कार्यकारिणी सदस्य.

* आजाद में अकोला के आर्टिस्ट बना रहे शिर्डी की झांकी
बुधवारा के आजाद हिन्द मंडल में इस बार साईनगरी शिर्डी साकार करने का निर्णय किया गया है. शिर्डी के साई मंदिर समान भव्य प्रवेशद्बार रहेगा. उसी प्रकार मंडल के सभागार में साईबाबा मंदिर का गर्भगृह साकार होगा. जिसे कलात्मक रूप से बनाने अकोला से संतोष कनोजिया और उनके सहयोगी आर्टिस्ट अगले हफ्ते से कार्य प्रारंभ कर देंगे. मंडल परिसर में शिर्डी का पग- पग पर आभास करानेवाले उपक्रम रहने की जानकारी पदाधिकारियों ने दी. साईबाबा की मूर्ति सुदाम पाडीवाल बना रहे हैं. वहीं श्री की मूर्ति हमेशा की तरह गजानन सोनसले बना रहे हैं. उल्लेखनीय है कि दोनों ही मंडल आजाद तथा नीलकंठ की गणपति स्थापना शोभायात्रा भी शानदार होती है. लोक नृत्य सहित विविध झांकियों और बैंड पथक, ढोल पथक का समावेश स्थापना शोभायात्रा में रहता है.
आजाद हिंद मंडल गणेशोत्सव सचिव पद पर नीेलेश वानखडेे, कोषाध्यक्ष पद पर नरेंद्र बेनी, सहसचिव सोनू देवरणकर, तन्मय पिंजरकर, गणेश अग्निहोत्री, शुभम काशीकर, आर्यन ढोले, आकाश मोहोड का चयन किया गया है. मंडल की मूल कार्यकारिणी में पद्मश्री प्रभाकरराव वैद्य, पूर्व महापौर विलास इंगोले, पूर्व सांसद अनंत गुढे, डॉ. किशोर फूले, दिलीप दाभाडे, दिलीप कलोती, ज्ञानेश्वर हिवसे, संजय मुचलंबे, सतीश चौधरी, अजीत वडवेकर, नंदकिशोर गुंबले का समावेश है.

* भगत सिंह में खाटू नरेश के दर्शन
राजापेठ के शहीद भगत सिंह मंडल में इस बार राजस्थान के खाटू स्थित श्री श्याम बाबा का दरबार बडी श्रध्दा और उत्साह से सजाया जा रहा है. मंडल के मार्गदर्शक सुनील राणा के हस्ते दो दिन पहले ही पंडाल का भूमिपूजन संपन्न हुआ है. पंडाल आच्छादन के साथ ही साक्षात खाटू श्याम दरबार सजाने का कार्य प्रारंभ हो जायेगा. बता दें कि आगामी 27 अगस्त को गणपति स्थापना होने जा रही है. मंडल के सर्वेसर्वा अनूप अग्रवाल ने बताया कि 10 दिवसीय उत्सव दौरान कई उपक्रम और सेवाभावी आयोजन होंगे. रोजाना सायंकाल में महाआरती में गणमान्य आमंत्रित होंगे. भगत सिंह मंडल ने अपने उत्सव को आयाम दे रखा है. कई सेवाभावी उपक्रम गणेशोत्सव दौरान रखे जाते हैं. विधायक रवि राणा और पूर्व सांसद नवनीत राणा मंडल के मार्गदर्शक हैं.

* रूक्मिणी मंडल में अक्षरधाम की झांकी
साइंसकोर मैदान पर सजनेवाले रूक्मिणी गणेश मंडल ने 40 वें वर्ष में पदार्पण करते हुए इस बार दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर की झांकी साकार करने का निर्णय किया है. इसका प्रवेश 75 फीट चौडा औैर प्रत्यक्ष मंदिर 60 फीट उंचा रहने की जानकारी मंडल के प्रमुख पदाधिकारी भूषण फरकाडे ने दी. उन्होंने बताया कि अकोला के आर्टिस्ट सदानंद टीकार की 40 सदस्यों की टीम झांकी का काम प्रारंभ कर चुकी है. उसी प्रकार पंडाल का विधिवत भूमिपूजन आगामी 11 अगस्त को सागर महाराज देशमुख की उपस्थिति में अचलपुर के विधायक प्रवीण तायडे के हस्ते होगा. उल्लेखनीय है कि धुरंधर लीडर, पूर्व विधायक संजय बंड इस मंडल के मार्गदर्शक रहे हैं.


* राज महल में विराजमान होंगे विदर्भ के राजा
खापर्डे बगीचा स्थित न्यू आजाद मंडल में हमेशा की तरह जन- जन के आराध्य विदर्भ के राजा राजमहल में विराजमान होंगे. उसी प्रकार राजा के दर्शन गणेशोत्सव के सभी दिन देर रात तक खुले रहेंगे. पिछले कुछ वर्षो की सुंदर परंपरा कायम रखते हुए इस बार भी 1001 किलो मोतीचूर लड्डू का भोग अर्पण किया जायेगा. उल्लेखनीय है कि मंडल बीते अनेक दशकों से नाना प्रकार के सेवाभावी उपक्रम पूरे वर्ष संचालित करता है. न्यू आजाद मंडल के मार्गदर्शकों में सर्वश्री दिनेश बूब, संपादक अनिल अग्रवाल, विलास मराठे, बिट्टू सलूजा, अविनाश भडांगे, चंद्रकांत भाई पोपट, पप्पू गगलानी, ज्ञानेश्वर हिवसे, श्याम काबरा आदि अनेक गणमान्य का समावेश है. यहां गौरतलब है कि विदर्भ के राजा की भव्य दिव्य विदाई शोभायात्रा संपूर्ण विदर्भ में चर्चित रही है. इस बार भी शोभायात्रा को नये आयाम देते हुए भव्य रूप में निकाला जायेगा.

सहकार नगर में वृंदावन का प्रेम मंदिर
सहकार नगर के अमरावती का राजा गणपति मंडल में उत्सव की तैयारियां शुरू हो गई है. आगामी रविवार को पंडाल का विधिवत भूमिपूजन हो सकता है. मंडल के अध्यक्ष वैभव बजाज ने अमरावती मंडल को बताया कि इस वर्ष वृंदावन के प्रेम मंदिर सहित दो तीन झांकियों पर सभी पदाधिकारी विचार कर रहे हैं. शीघ्र निर्णय होगा. उन्होंने बताया कि गणेशोत्सव को अन्य आयाम जोडे जायेंगे.

श्रीकृष्ण पेठ में कार्तिकेय मंदिर
गणेशोत्सव की अनूठी छटा और श्रध्दाभाव से पूजा पाठ एवं अथर्व शीर्ष पाठ के लिए प्रसिध्द श्रीकृष्ण पेठ गणेश मंडल में इस बार गणेश जी के भ्राता कार्तिकेय की मंदिर की झांकी सजाई जा रही है. दक्षिण भारत में मुरुगन के तौर पर जाने जाते शिवपुत्र कार्तिकेय का सबसे विशाल व प्रसिद्ध मंदिर तमिलनाडु के डिंडिगुल जिला अंतर्गत पलनी नामक शहर में है. पलनी शहर में मुरुगन स्वामी का मंदिर शिवगिरि पर्वत पर स्थित है. पर्वत की ऊंचाई 160 मीटर है. मंडल की हाल ही में हुई ैबैठक में नई कार्यकारिणी का सर्वसम्मति से चयन किया गया. बैठक में सर्वश्री कोमल बोथरा, मिलिंद चिमोटे, धीरेन्द्र अग्रवाल, बालाजी बोबडे, राजेश अग्रवाल अमरावती मंडल, बालू गुल्हाने, विनोद पाचघरे, विवेकानंद गाजले, संजय जैन, सदानंद गाजले, सोहन कलंत्री, रवि सारडा, नरेश सारडा, संतोष बोबडे, संतोष कासट, प्रदीप सिकची, रमेश चांडक, सुरेश साबद्रा, रमेश साबद्रा, प्रा. शिरभाते, पराग वडनेरकर, मंगेश गुडधे, प्रफुल्ल सावला, मदन गाजले और श्रीकृष्ण पेठ निवासी बडी संख्या में और उत्साह से उपस्थित थे. पूजा समिति ने गोपाल झंवर,गोपाल बियाणी, विजय डागा, उमेश देवघरे का समावेश है. मंडल में पूजा विधि विधान और श्रध्दापूर्ण होती है. जिसका जिम्मा उक्त समिति बखूबी संभालती है.
कार्यकारिणी- अध्यक्ष सागर खंडेलवाल, उपाध्यक्ष मोहित अग्रवाल और अक्षय कोठारी, सचिव मोहित श्राफ, सहसचिव तनय नांगलिया, कोषाघ्यक्ष यश राठी, सहकोषाध्यक्ष ऋषि घाडगे , सिध्दार्थ बोथरा, सौरभ दीक्षित, रोहन चिमोटे, गौरव लुनावत, संकेत मेहता, नोमित विश्वकर्म, सागर जडिया, उत्कर्ष पडोले, आनंद बजाज, पार्थ भट्टड, सत्यजीत रघुवंशी कार्यकारिणी सदस्य का समावेश है.

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