पहले गुरूजी चखेंगे, फिर विद्यार्थी खायेंगे
मध्यान्ह भोजन हेतु दिशा निर्देश

मुंबई/ दि. 2 – शाला में दिए जा रहे मध्यान्ह भोजन के कारण विषबाधा के प्रकार देखते हुए शिक्षा विभाग ने कडे दिशा निर्देश जारी किए है. जिसके अनुसार अब विद्यार्थियों को भोजन वितरण के आधा घंटा पहले मुख्याध्यापक और अध्यापक तथा सहायक अभिभावकों की उपस्थिति में चखेंगे, उसकी क्वालिटी चेक करेंगे तथा अपना मत दर्ज करेंगे.
विद्यार्थियों की सुरक्षार्थ शिक्षा महकमे ने विविध उपक्रम क्रियान्वित किए हैं. अब मध्यान्ह भोजन को लेकर कडे दिशा निर्देश जारी किए गये हैं. सरकार के निर्देशों का कडाई से पालन करने कहा गया है. उसी प्रकार शाला में खाद्य से विषबाधा होने की घटना की स्थिति में संबंधित घटकों पर कडा एक्शन लिया जायेगा.
इस प्रकार हैं दिशा निर्देश – 1- शाला में वितरित खाद्य की क्वालिटी जांच करना और उसका सैम्पल 24 घंटे संभाल कर रखना. 2- विद्यार्थियों को दी जा रही सामग्री को पहले रसोइया, अध्यापक और अभिभावक चखेंगे. 3- अनाज, मसाले और अन्य सामग्री कम से कम एक वर्ष से अधिक एक्सपायरी की हो. 4- हाथों को स्वच्छ धोकर ही अनाज को हाथ लगाये. साबुन और स्वच्छ पानी उपलब्ध रखना अनिवार्य. 5- भोजन के बाद उल्टी, जुलाब, बुखार के लक्षण दिखते ही तत्काल स्वास्थ्य केन्द्र से संपर्क किया जाए. 6- हर माह जिला स्तर पर सैम्पल की प्रयोग शाला में जांच की जाए.





