नीरज अर्बन बैंक में 40 लाख के घोटाले का पर्दाफाश
7 संचालकों के खिलाफ मामला दर्ज, सभी फरार

अचलपुर /दि.4 – स्थानीय विठ्ठल वाडी परिसर में नायरा पेट्रोलपंप के सामने नीरज अर्बन को-ऑपरेटिव निधि नामक गैरकानूनी वित्तिय संस्था के जरिए नागरिकों के साथ करोडों रुपयों की जालसाजी किए जाने का मामला उजागर हुआ है. इसे लेकर परतवाडा निवासी क्रेडीट मैनेजर रंजना वसंतराव बुरंगे (51) द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर बैंक के 7 संचालकों के खिलाफ अचलपुर पुलिस थाने में अपराधिक मामला दर्ज किया गया है.
पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के अनुसार नीरज अर्बन को-ऑप. निधि लि. बैंक नामक वित्तिय संस्था का संचालन युवराज भगवान गिर्हे व उसकी पत्नी निकिता गिर्हे (दोनों अमरावती निवासी), आकाश प्रमोद बोबडे (आसेगांव), प्रितम जनार्दन पडोले (घाटलाडकी), दीपक बाबाराव इंगोले (बडनेरा), तानाजी शरद ठोमर (बीड) व आकाश राऊत इन 7 लोगों द्वारा किया जाता था. इस संस्था के कानूनी अस्तित्व का झूठा दावा करते हुए संचालकों द्वारा नागरिकों को आकर्षक योजनाओं का झांसा दिया गया और सर्वसामान्य नागरिकों को प्रलोभन देकर धोखाधडी करते हुए उनसे डेली डिपॉजीट, सेविंग अकाउंट, आरडी व फिक्स डिपॉजीट जैसी विविध योजनाओं के जरिए निवेश हासिल किए गए. करीब 266 खाताधारकों के लगभग 40 लाख 9 हजार 246 रुपए की जालसाजी की गई. आम नागरिकों से अच्छी-खासी रकम जमा करने के बाद संस्था के संचालकों ने अचलपुर में जिस बिल्डींग में संस्था का कार्यालय चल रहा था, वहां से संस्था के नाम वाला पोस्टर कुछ माह पहले हटा दिया और फिर सभी लोग इस कथित बैंक को बंद करते हुए फरार हो गए.
बैंक संचालकों के खिलाफ मिली शिकायत के आधार पर अचलपुर पुलिस ने भादंवि की धारा 316 (5), 318 (2), 318 (4), 3 (5), 409, 417, 420 व 35 तथा महाराष्ट्र वित्तिय संस्था हितसंरक्षण अधिनियम 1999 की धाराओं के तहत अपराधिक मामला दर्ज किया. इस मामले की जांच अचलपुर पुलिस सहित ग्रामीण आर्थिक अपराध शाखा द्वारा की जा रही है.
* ठगी गई रकम का ब्यौरा
डेली डिपॉजीट – 13,02,550
फिक्स डिपॉजीट – 25,05,000
रिकरिंग डिपॉजीट – 34,700
सेविंग अकाउंट – 1,32,414
अन्य रकम – 22,750





