दो रुपए में स्वास्थ्य सेवा देने वाले डॉ.गोपाल का निधन

50 वर्षों तक मरीजों को दी सेवा

* केरल के मुख्यमंत्री ने किया शोक व्यक्त
मुंबई/दि.4-केरल के कन्नूर में अपनी क्लिनिक में पांच दशकों से केवल दो रुपए में मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टर ए.के.रायरू गोपाल का वृद्धावस्था से संबंधित बीमारी के चलते निधन हो गया. वे 80 वर्ष के थे. उनके पश्चात पत्नी, पुत्र व पुत्री ऐसा आप्त परिवार है.
वृद्धावस्था से संबंधित बीमारी के चलते उन्हें मई 2024 में क्लिनिक बंद करना पडा. जिसके कारण इस क्षेत्र के गरीब लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पडा. रविवार को डॉ.गोपाल ने अंतिम सांस ली. उनकी यादें ताजा करते हुए गरीब मरीजों पर नि:शुल्क उपचार करनेवाला मसीहा चला गया, ऐसी भावना स्थानीय लोगों द्वारा व्यक्त की जा रही है. केरल के मुख्यमंत्री ने भी डॉ. गोपाल के निधन पर शोक व्यक्त किया है.
कोराना काल से वैद्यकीय क्षेत्र पर दृढ विश्वास कम हो गया है. वैद्यकीय क्षेत्र अब सेवा न होकर व्यवसाय होने की धारणा आम लोगों को बनी है. क्योंकि, विगत कुछ सालों मेें मरीजों के जान से हो रहे खिलवाड, पैसों के लिए मरीजों से किया जानेवाला बर्ताव और भारीभरकम बिल देखकर डॉक्टर ही भगवान हैं क्या? यह सवाल किया जा रहा है. हालांकि, दो पीढियों से स्वास्थ्य सेवा कम शुल्क में देने वाले डॉक्टरों के प्रति आज भी लोगों में आत्मीयता और उतना ही सम्मान है. इसलिए ऐसे डॉक्टरों के निधन का समाचार सुनते ही आम लोगों में अपने किसी करीबी को गंवा देने की भावना व्यक्त की जाती है, तो यह समाज की अपूरणीय क्षति है, ऐसी प्रतिक्रिया केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने व्यक्त की है.
* जनता के डॉक्टर के रूप में थी पहचान
डॉ. गोपाल के निवासस्थान लक्ष्मी में तैयार किए क्लिनिक में प्रात: 4 बजे से दोपहर 4 बजे तक मरीजों को सेवा दी जाती थी. उनकी क्लिनिक में रोजाना सैकडों मरीज उपचार के लिए आते थे. उन्हें जनता का डॉक्टर और दो रुपए वाला डॉक्टर के नाम पहचाना जाता था. उनकी तबियत बिगडने से पिछले कुछ वर्षों से क्लिनिक का समय बदल गया था. सुबह 6 से दोपहर 4 बजे तक वे मरीजों को सेवा देते थे.

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