14 अगस्त को सभी शालाओं में ‘पसायदान’ का पठन
संत ज्ञानेश्वर माउली की 750 वीं जयंती पर आयोजन

* शालेय शिक्षा विभाग ने जारी किए आदेश
अमरावती/ दि. 5 –2025 यह संत श्रेष्ठ श्री ज्ञानेश्वर माउली का 750 वीं जयंती वर्ष है. उनकी 750 वीं जयंती के निमित्त उनके द्बारा रचित ‘पसायदान’ के माध्यम से दिए गये विचार राज्य की प्रत्येक शालाओं में एक साथ एक ही समय में पहुंचाने के निर्देश मुख्यमंत्री फडणवीस द्बारा दिए गये. उनके निर्देशानुसार 14 अगस्त को राज्य की सभी शालाओं में ‘पसायदान’ का पठन किया जाए. ऐसे आदेश शालेय शिक्षा विभाग द्बारा जारी किए गये है.
राज्य की सभी अनुदानित, बिना अनुदानित, निजी, मनपा, जिप, नप शालाओं को आदेश जारी किए गये है. 15 अगस्त गोकुल अष्टमी को संत श्रेष्ठ ज्ञानेश्वर माउली की 750 वीं जयंती है. इस दिन 15 अगस्त स्वतंत्रता दिन के निमित्त ध्वजारोहण, प्रभातफेरी आदि कार्यक्रमों का आयोजन शालाओं में रहने की वजह से ‘पसायदान’ पठन कार्यक्रम का आयोजन राज्य की सभी शालाओं में 14 अगस्त को किए जाने के आदेश शालेय शिक्षा विभाग द्बारा जारी किए गये है.
राज्य की सभी शालाओं को यह आदेश प्राप्त होते ही 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस की तैयारियों के साथ सामूहिक पसायदान की भी तैयारियां जोरो शोरो से शुरू कर दी गई है. कुछ शालाओं को इस संदर्भ में आदेश प्राप्त नहीं हुए है. लेकिन आदेश प्राप्त होते ही शिक्षा विभाग के आदेशों का पालन किया जायेगा. ऐसा कहा गया है. राज्य की अनेक शालाओं के संस्थापकों ने कहा है कि हमारी शालाओं में नियमित ‘पसायदान’, श्लोक, प्रार्थना, राष्ट्रभक्ति पर गीत का सामूहिक पठन किया जाता है और बच्चों को अच्छे संस्कार दिए जाते है. शालेय शिक्षा विभाग द्बारा 14 अगस्त को सामूहिक पसायदान कार्यक्रम आयोजित करने के जो आदेश दिए गये है. उन आदेशों का पालन किया जायेगा.
‘पसायदान’ के माध्यम से संत ज्ञानेश्वर महाराज ने विश्व कल्याण का विचार समाज के सामने रखा है. उन विचारों को शालेय विद्यार्थी अपने जीवन में आत्मसात करें. यह उद्देश्य इस उपक्रम का है. राज्य के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस द्बारा इस संदर्भ में 29 जुलाई को दिए गये निर्देशानुसार राज्य के शालेय शिक्षा विभाग के उप सचिव तुषार महाजन ने 31 जुलाई को शालेय शिक्षा आयुक्तों को पत्र लिखकर मुख्यमंत्री के आदेशों का पालन करने के आदेश जारी किए है.
पिछले दो महीनों से राज्य की शालाओं में तीसरी भाषा के रूप में हिन्दी की सख्ती के विषय पर जोरदार राजनीतिक घमासान शुरू था.. हिन्दी विषय की सख्ती को लेकर आरोप प्रत्यारोप की वजह से राज्य सरकार को हिन्दी की सख्ती का विषय रद्द करना पडा. इस पर विरोधी पार्टियों ने जल्लोष किया था.
* ज्ञानेश्वर माउली की 750 वीं जयंती पर आयोजन
जिप की शालाओं में ‘पसायदान’ का नियमित सामूहिक पठन किया जाता है. लेकिन संत ज्ञानेश्वर महाराज की 750 वीं जयंती के निमित्त राज्य शासन द्बारा दिए गये आदेशानुसार सभी शालाओं में ‘पसायदान’ का पठन किया जायेगा.
सतीश मुगल, शिक्षाधिकारी,
जि.प., अमरावती
* शालाओं के मुख्याध्यापकों को दिए आदेश
मनपा की 63 व निजी 207 सभी शालाओं में ‘पसायदान’ का पठन 14 अगस्त को किया जायेगा. शिक्षण संचालक की ओर से प्राप्त आदेश सभी शालाओं के मुख्याध्यापकों को पहुंचा दिए गये है.
– प्रकाश मेश्राम, शिक्षाधिकारी,
मनपा, अमरावती





