वंदे भारत का स्वागत, लेकिन अंबा एक्सप्रेस पर भी ध्यान देना जरुरी

पूर्व पार्षद नितिन देशमुख ने अंबा एक्सप्रेस की समस्याओं पर व्यक्त किया संताप

अमरावती/दि.8 – आगामी 10 अगस्त से नागपुर-पुणे मार्ग पर शुरु होने जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस निश्चित तौर पर विदर्भ के लोगों के लिए एक बडा अवसर लेकर आ रही है. विशेष तौर पर इस ट्रेन को अमरावती के बडनेरा रेलवे स्टेशन पर स्टॉपेज दिए जाने के चलते अमरावती जिले सहित पश्चिम विदर्भ क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी और अमरावती की नागपुर व पुणे जैसे शहरों के साथ कनेक्टिवीटी भी बढेगी. जिसके चलते वंदे भारत एक्सप्रेस शुरु करने हेतु निश्चित ही हमारे जनप्रतिनिधियों और सरकार का अभिनंदन किया जा सकता है. परंतु ठीक उसी समय इस बात की ओर भी ध्यान दिलाया जा सकता है कि, विगत कई वर्षों से शुरु रहनेवाली और इन दिनों यात्रियों के लिए विभिन्न समस्याओं व असुविधाओं का कारण बन रही अंबा एक्सप्रेस जैसी महत्वपूर्ण ट्रेन की ओर रेल प्रशासन द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है, इस आशय के शब्दो में मनपा के पूर्व पार्षद व उद्योजक नितिन देशमुख ने अंबा एक्सप्रेस की समस्याओं की ओर ध्यान दिए जाने और यात्रियों को हो रही असुविधाओं को दूर किए जाने की मांग उठाई है.
यहां जारी प्रेस विज्ञप्ति में पूर्व पार्षद नितिन देशमुख का कहना रहा कि, देश की प्रथम महिला राष्ट्रपति व पूर्व महामहीम श्रीमती प्रतिभाताई पाटिल के प्रयासों के चलते अमरावती से मुंबई के बीच अंबा एक्सप्रेस नामक ट्रेन शुरु की गई थी. जो शुरुआत से ही काफी लोकप्रिय रही और इसे हमेशा ही यात्रियों की ओर से भरपूर प्रतिसाद भी मिला. परंतु विगत कुछ समय से इस ट्रेन की स्थिति लगातार बिगड रही है. पहले इस ट्रेन में 7 स्लीपर कोच कम किए गए. जिसका सीधा परिणाम सर्वसामान्य यात्रियों पर हुआ और उन्हें नाहक ही वातानुकुलित श्रेणी में यात्रा करते हुए ज्यादा पैसे खर्च करने पड रहे है. इसके अलावा संभागीय मुख्यालय वाला शहर रहने के बावजूद अमरावती को इस ट्रेन में केवल 40 फीसद आरक्षण का कोटा दिया गया है. वहीं शेष कोटा अकोला, मलकापुर, भुसावल व जलगांव जैसे अन्य शहरों में विभाजित किया गया है. ऐसे में अमरावती के यात्रियों को इस ट्रेन में आरक्षण मिलने हेतु काफी अधिक संघर्ष करना पडता है. जबकि अमरावती से मुंबई जानेवाले यात्रियों की संख्या काफी अधिक रहने के चलते अमरावती के लिए आरक्षण का कोटा अधिक रहना अपेक्षित है.
पूर्व पार्षद नितिन देशमुख के मुताबिक इस ट्रेन के डिब्बो की अवस्था भी काफी खराब हो गई है. विशेष तौर पर फर्स्ट एसी कोच में सुविधाओं को लेकर स्थिति बेहद गंभीर है. जिसके चलते इस कोच हेतु उंची दरों वाली टिकट खरीदकर यात्रा करनेवाले यात्रियों को भी कई समस्याओं का सामना करना पड रहा है. साथ ही फर्स्ट एसी में महिलाओं व बुजूर्ग नागरिकों के लिए स्वतंत्र शौचालय नहीं है. जिसके चलते उन्हें असुविधा का सामना करना पडता है. इसके अलावा इस कोच में पाश्चात्य पद्धति की बजाए भारतीय शैली वाले शौचालय है. इसकी वजह से बुजूर्ग, दिव्यांग व बीमार यात्रियों को काफी तकलिफों का सामना करना पडता है. इन सबके साथ ही स्लीपर व जनरल कोच में साफसफाई व देखभाल की कोई व्यवस्था नहीं है. जिसकी वजह से इन डिब्बो में यात्रियों को काफी असुविधाओं के साथ यात्रा करनी पडती है. ऐसे में कहा जा सकता है कि, जहां एक ओर वंदे भारत एक्सप्रेस जैसी आधुनिक ट्रेन शुरु हो रही है, वहीं दूसरी ओर अंबा एक्सप्रेस जैसी महत्वपूर्ण ट्रेन की स्थिति खराब रहना चिंतावाली बात है. ऐसे में जिले के दोनों सांसदों ने इस समस्या की ओर गंभीरतापूर्वक ध्यान देना चाहिए तथा केवल नए रेलगाडियां शुरु करने पर ध्यान केंद्रीय करने की बजाए पुरानी व लोकप्रिय रेलगाडियां में सुविधाओं को सुधारने के लिए भी आवश्यक प्रयास किए जाने चाहिए.

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