शरणू हांडे मामले से मेरा कोई लेना-देना नहीं

राकांपा विधायक रोहित पवार ने दिया स्पष्टीकरण

* खुद को जानबुझकर मामले में फंसाए जाने का लगाया आरोप
* पत्रवार्ता में पूरे मामले को लेकर किया सबूतों के साथ खुलासा
अमरावती/दि.8 – हाल ही में भाजपा विधायक गोपीचंद पडलकर के शरणू हांडे नामक कार्यकर्ता का अपहरण कर उसकी बेदम पिटाई करते हुए उसे बुरी तरह से घायल किया गया था. जिसके बाद अस्पताल में शरणू हांडे से मुलाकात करने के उपरांत विधायक गोपीचंद पडलकर ने राकांपा विधायक रोहित पवार को लेकर गंभीर आरोप लगाए थे. ऐसे में आज अमरावती दौरे पर पहुंचे राकांपा विधायक रोहित पवार ने स्थानीय सरकारी विश्राम गृह में पत्रवार्ता बुलाते हुए खुद पर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताया. साथ ही यह भी कहा कि, उनका इस पूरे मामले से कोई लेना-देना नहीं है. लेकिन इसके बावजूद राजनीतिक दुर्भावना के चलते उनका नाम जानबुझकर इस मामले में घसीटा जा रहा है. इसके साथ ही राकांपा विधायक रोहित पवार ने अपने पास उपलब्ध रहनेवाले कुछ फोटो व वीडियो दिखाते हुए यह दावा भी किया कि, हकीकत में यह मामला कुछ अलग है. जिसे कुछ अलग ही रुप देते हुए सभी के सामने रखा जा रहा है.
इस पूरे मामले को लेकर जानकारी देते हुए राकांपा विधायक रोहित पवार ने कहा कि, शरणू हांडे और उस पर हमला करने के मामले में नामजद अमित सुरवसे आपस में काफी पहले से परिचित है. साथ ही राजनीतिक बातों को लेकर उन दोनों के बीच इससे पहले कई बार विवाद भी हुए है. इससे पहले 30 जून को अमित सुरवसे के साथ काफी भयानक पद्धति से मारपीट की गई थी. जिसके वीडियो भी प्रसारित किए गए थे. उस समय अमित सुरवसे के साथ निम्न स्तर की अश्लील गालिगलौज भी की गई थी. संभवत: इस वजह से अमित सुरवसे ने व्यथित होकर शरणू हांडे पर हमला किया होगा. ऐसे में यदि शरणू हांडे पर हुए हमले के लिए जिम्मेदार रहनेवाले अमित सुरवसे के खिलाफ फौजदारी कार्रवाई हो रही है तो 30 जून को अमित सुरवसे के साथ हुई मारपीट के मामले में भी उसी तरह की कार्रवाई होनी चाहिए, ऐसी हम सभी के द्वारा मांग उठाई जा रही है.
इसके साथ ही विधायक रोहित पवार ने यह दावा भी किया कि, शरणू हांडे के साथ हुई घटना के बाद आज भाजपा विधायक गोपीचंद पडलकर अपने कुछ लोगों के साथ शरणू हांडे से मिलने के लिए पहुंचे. इस समय माउल हवनार नामक एक भाजपा कार्यकर्ता ने शरणू हांडे के कान में कुछ कहा. जिसके फोटो व वीडियो भी सामने आए है और इसके तुरंत बाद शरणू हांडे ने मेरा (रोहित पवार) नाम लिया. ऐसे में यह स्पष्ट है कि, इस पूरे मामले में जानबुझकर हमारा नाम घसीटने का प्रयास हो रहा है.

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