शहर में 90 हजार लीटर की शॉर्टेज, दूध 15 रूपए चढा
रक्षाबंधन के दिन रही 1 लाख लीटर की किल्लत

* बारिश नहीं होने से दाम बढोत्तरी
* मिठाईयों पर भी प्रभाव
अमरावती/ दि. 11 – बारिश नहीं होने के कारण चारा, पानी और ढेप के दाम बढने से शहर में पिछले कुछ दिनों से 90 हजार लीटर दूध की कमी देखी जा रही है. फलस्वरूप दामों में 10 से 15 रूपए प्रति लीटर की वृध्दि हो गई है. अभी कुछ दिनों तक यही स्थिति रहने की जानकारी सूत्रों ने अमरावती मंंडल को दी. उन्होंने यह भी बताया कि दूध के रेट बढने से दही, पनीर, मिठाईयों पर भी असर पडा है. मिठाईंयों की डिमांड गत शनिवार को रक्षाबंधन के पर्व पर चरम पर थी. अंदाजन 1 लाख लीटर दूध की कमी उस दिन दूध विक्रेताओं ने महसूस की. 60 रूपए प्रति लीटर का दूध 70-75 रूपए पर जा पहुंचा है.
* इन दिनों में होती है किल्लत
अमरावती दूध डेयरी असो. के अध्यक्ष गिरीश खरड ने अमरावती ंमंडल को बताया कि बारिश की कमी की वजह से इन दिनों प्रतिवर्ष दूध का उत्पादन प्रभावित होता है. इस बार यह किल्लत अधिक महसूस की जा रही है. अमरावती में रोजाना अनुमान के अनुसार ढाई से तीन लाख लीटर की खपत होती है. 30 प्रतिशत से अधिक किल्लत दूध की देखी जा रही है. खरड ने बताया कि गत शनिवार को 1 लाख लीटर की किल्लत अनुभव की गई.
* डेयरी का माल खत्म, फ्रीजर बंद
खरड ने बताया कि उनकी असो. में 100 से अधिक डेयरी संचालक सभासद है. दूध की कमी के कारण लगभग सभी का माल रात को ही खत्म हो रहा है. जिसके कारण डेयरी दुकानों के फ्रीजर भी बंद कर संचालक घर लौट रहे हैं तथापि उन्होंने बताया कि घी और मक्खन के मामले में माल थोडा उपलब्ध है. किंतु दूध का संकलन आज ही लाओ और आज ही खत्म होने की स्थिति बनी है.
* क्या रहा कारण
दूध के दाम शॉर्टेज के कारण बढे हैं. बारिश अपेक्षित नहीं हो रही है. चारा और पानी का अभाव है. ढेप के रेट बढ गये हैंं. भैंस के दूध की मिठाईयों सहित अनेक उत्पादाेंं में लगातार बढती मांग के कारण काफी कमी देखी जा रही है. जिसके कारण डेयरी संचालकों को मजबूरन रेट बढाने पडे हैं. जिसका सीधा असर मिठाई के व्यवसाय पर भी पडा है. खवे की बजाय अन्य मिठाईयों पर विक्रेताओं का बल रहा. अभी रक्षाबंधन का त्यौहार बीता है. आनेवाले दिनाेंं में त्यौहारों की झडी रहेगी.
* पैकेट बंद दूध स्थिर
शहर में नागपुर और नगर जिले से पैकेट बंद दूध की सप्लाई होती है. उन्होंने दो माह पहले रेट बढाये थे. यह रेट 60 से 65 रूपए पर स्थिर है. जबकि भैंस का खुला दूध 70-75 रूपए जा पहुंचा है.





