प्राचीन मंदिर की गणपति, हनुमानजी की मूर्तियां तोडी
सिटी कोतवाली में अपराध दर्ज

* प्रभात चौक के रामदेव जी महाराज संस्थान की घटना
* शिवलिंग भी तोडकर हटाने का आरोप
अमरावती/ दि. 12- प्रभात टॉकीज के ठीक पीछे स्थित प्राचीन रामदेव बाबा मंदिर की गणपति, हनुमान जी की मूर्तियां तथा शिवलिंग को तोडने से रविवार रात शहर के हिन्दू संगठन एवं जय बाबा री मित्र परिवार आक्रमक हो गये थे. पुलिस ने तत्काल पहुंचकर तनाव दूर किया एवं शिकायत के आधार पर मंदिर के ट्रस्टी किशोर गट्टानी, किशोर केडिया, गोविंद राठी, राजेश हुकमीचंद हेडा के विरूध्द अपराध दर्ज किया है.
बताया गया कि प्राचीन मंदिर के नवनिर्माण का कार्य शुरू है. संस्था का पंजीयन नं. 144 है. संस्था के अध्यक्ष किशोर गट्टानी, सचिव गोविंद राठी और ट्रस्टी किशोर केडिया एवं राजेश हेडा है. प्राचीन मंदिर को नया बनाने की मांग वर्षो से शुरू थी. ऐसे में काफी अनुनय विनय के बाद नवनिर्माण प्रारंभ किया गया. ऐसे में शिकायत के अनुसार ट्रस्टियों ने कुछ दिनों पहले मंदिर की गणपति की मूर्ति रात 11 बजे बगैर कोई पूजा किए हटा दी. उसी प्रकार ऐन सावन माह के पहले वहां स्थापित महादेव की शिवलिंग भी हटा दी गई. गत रविवार को हनुमान जी की मूर्ति हटाने का प्रयास किया गया. उसमें मूर्ति खंडित हो जाने का आरोप शिकायत में किया गया है.
हनुमान जी की मूर्ति खंडित करने की जानकारी मिलते ही उमा शंकर उर्फ राजू परमलाल रायकवार, पूनमचंद आसाराम पंचारिया, संजय सूरज गुप्ता, सागर सुभाष व्यास मंदिर में पहुंचे. उन्होंने ट्रस्टियों से पूछताछ करनी चाही. जिसमें कथित रूप से विवाद हो गया. फिर मामला बढने पर हिन्दू संगठन भी वहां आ गये और सिटी कोतवाली में सागर व्यास की शिकायत पर ट्रस्टियों के विरूध्द अपराध दर्ज किया गया है.
* थानेदार का कहना
सिटी कोतवाली के थानेदार मनोहर कोटनाके ने बताया कि ट्रस्टी और जय बाबा री मित्र परिवार के बीच विवाद है. जिसके कारण अपराध दर्ज कर जांच शुरू की गई है. कोटनाके ने कहा कि जांच में आरोपियों को गिरफ्तार करने की नौबत आयी तो उन्हें गिरफ्तार किया जायेगा.
* क्या कहते हैं ट्रस्टी
उधर ट्रस्टियों से इस विषय पर बात करने पर उन्होंने खुलासा किया कि मंदिर का जीर्णोद्बार भक्तों के ही अनुरोध पर श्ाुरू किया गया. पुराने जर्जर हो गये वास्तु को हटाया जा रहा है. जहां तक मूर्तियों की बात है, नई मूर्तियां स्थापित करने के लिए पुरानी मूर्तियों को हटाने का प्रयास किया गया. हनुमान जी की मूर्ति काफी वजनी होने से मजदूरों से खंडित हुई होगी. जो लोग शिकायत दे रहे हैं. उन्हें भली भांति पता है कि कार्य शुरू है. नये शिवलिंग, नये गणपति, नये हनुमान जी की प्रतिष्ठापना मंदिर नवनिर्माण पश्चात किया जाना है.





