पुराना रामदेव बाबा मंदिर के विश्वस्तों पर हो कार्रवाई

सकल हिंदू समाज ने पुलिस आयुक्त को सौंपा निवेदन

अमरावती/दि.12 – स्थानीय प्रभात टॉकीज के पीछे स्थित प्राचीन श्री रामदेव महाराज मंदिर में श्रावण माह के दौरान जिर्णोद्धार के नाम पर शिवलिंग सहित भगवान श्री गणेश व नंदी महाराज की मूर्ति तोडकर मूर्तियों की अवमानना की गई. साथ ही इसे लेकर आक्षेप उठाए जाने पर मंदिर के ट्रस्टीयों द्वारा श्रद्धालुओं को जान से मारने की धमकी भी दी गई. यह अपने-आप में बेहद गंभीर मामला है. जिसकी सघन जांच की जानी चाहिए. साथ ही अपने व्यक्तिगत लाभ को ध्यान में रखते हुए मंदिर में स्थित मूर्तियों सहित श्री रामदेव बाबा की समाधि को तोडकर मंदिर को जमींदोज करने का इरादा लेकर चल रहे मंदिर के ट्रस्टीयों के खिलाफ कडी कार्रवाई की जानी चाहिए, इस आशय की मांग का ज्ञापन सकल हिंदू समाज के प्रतिनिधि मंडल द्वारा शहर पुलिस आयुक्त अरविंद चावरिया को सौंपा गया.
सौंपे गए ज्ञापन में बताया गया कि, विगत रविवार 10 अगस्त को छुट्टी का दिन रहने के चलते इस परिसर में रहनेवाले शांतता का गलत फायदा उठाते हुए मंदिर के ट्रस्टीयों ने मंदिर में स्थित मूर्तियों के साथ तोडफोड की और छिन्नभिन्न की गई मूर्तियों को तोडकर वहां से बाहर निकाला गया. इसके बाद अब मंदिर के ट्रस्टीयों द्वारा श्री रामदेव बाबा की समाधि को तोडने का भी प्रयास किया जाएगा. इस ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि, श्री रामदेव बाबा का प्राचीन मंदिर शहर के बीचोबीच प्रभात टॉकीज के पास स्थित है. जिसकी जगह का बाजार मूल्य लगभग 5 करोड रुपयों के आसपास है. ऐसे में इस जगह पर स्थित मंदिर को हटाकर उस स्थान पर व्यवसायिक स्वरुप वाली इमारत का निर्माण करते हुए मंदिर संस्थान के ट्रस्टी अपना आर्थिक लाभ अर्जीत करना चाह रहे है. यदि ऐसा होता है, तो इस धार्मिक संस्था की अपूरणीय क्षति होगी. साथ ही इस मंदिर के प्रति आस्था रखनेवाले भाविक श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाएं भी आहत होंगी, ऐसे में यह बेहद जरुरी है कि, इस मंदिर संस्थान के ट्रस्टीयों के खिलाफ सघन जांच-पडताल करने के साथ ही कडी कार्रवाई की जाए. साथ ही उक्त स्थान पर बन रही इमारत के नक्शे व निर्माण सहित आवश्यक अनुमति की जांच करते हुए इमारत के निर्माण को तुरंत रोका जाए. साथ ही मंदिर में रखी मूर्तियों के साथ तोडफोड करनेवाले ट्रस्टीयों को त्वरीत गिरफ्तार भी किया जाए.
ज्ञापन सौंपते समय विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, श्री शिव प्रतिष्ठान हिंदुस्थान, हिंदू जनजागृति समिति, राष्ट्रीय बजरंग दल, हिंदू हुंकार संगठन, श्रीराम सेना, जय भवानी मित्र परिवार, गौड ब्राह्मण नवयुवक मंडल, महाराष्ट्र मंदिर महासंघ, हिंदू क्रांति सेना, राष्ट्रीय श्रीराम सेना व हिंदू युवा वाहिनी आदि संगठनों के प्रतिनिधि व पदाधिकारी उपस्थित थे.

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