राजकमल रेलवे उडानपुल अब सभी के लिए बंद

रविवार रात 12 बजे से फ्लाईओवर पर रोका गया सभी तरह के वाहनों का प्रवेश

* दुपहिया वाहनों व पैदल राहगिरों को भी फ्लाईओवर से गुजरने की अनुमति नहीं
* उडानपुल के बेहद खतरनाक स्थिति में पहुंच जाने के चलते लिया गया निर्णय
* अब जल्द ही पुराने फ्लाईओवर को गिराकर नए फ्लाईओवर का शुरु हो सकता है निर्माण
अमरावती/दि.25 – शहर के बिचोबिच राजकमल चौक से रेलवे स्टेशन व हमालपुरा की ओर जानेवाले रेलवे उडानपुल पर इससे पहले जहां भारी वाहनों की आवाजाही को प्रतिबंधित किया गया था. वहीं अब इस रेलवे उडानपुल को सभी तरह के दुपहिया व चारपहिया वाहनों सहित पैदल राहगिरों के प्रवेश के लिहाज से बंद कर दिया गया है. इस संदर्भ में जारी आदेश के बाद रविवार 24 अगस्त 2025 को रात 12 बजे से राजकमल चौक रेलवे उडानपुल को सभी तरह के दुपहिया व चारपहिया वाहनों तथा पैदल राहगिरों की आवाजाही हेतु प्रतिबंधित कर दिया गया. जिसका सीधा मतलब है कि, अब यह रेलवे उडानपुल बहुत जल्द इतिहासजमा होने जा रहा है और संभवत: जल्द ही मौजूदा रेलवे उडानपुल को गिराकर उसके स्थान पर नए उडानपुल के निर्माण का काम शुरु होगा.
बता दें कि, वर्ष 1963 में निर्मित रेलवे उडानपुल के काफी हद तक जर्जर हो जाने की बात रेलवे विभाग एवं सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग द्वारा संयुक्त रुप से किए गए स्ट्रक्चरल ऑडीट की रिपोर्ट में स्पष्ट हुई थी, जिसके बाद लोकनिर्माण विभाग की सिफारिश पर शहर पुलिस आयुक्तालय ने विगत माह ही राजकमल चौक रेलवे उडानपुल को भारी वाहनों की आवाजाही के लिहाज से बंद कर दिया था और उस समय कार जैसे हलके वाहनों सहित दुपहिया वाहनों को ही इस उडानपुल से आने-जाने की अनुमति दी गई थी. परंतु अब लोकनिर्माण विभाग द्वारा सूचित किया गया है कि, यह उडानपुल पूरी तरह से जर्जर होकर बेहद खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है. जिसे ध्यान में रखते हुए शहर पुलिस आयुक्तालय द्वारा एक नया आदेश जारी करते हुए 24 व 25 अगस्त की दरम्यानी रात 12 बजे से इस फ्लाईओवर को सभी तरह के वाहनों व पैदल यात्रियों के आने-जाने हेतु तत्काल प्रभाव से पूरी तरह बंद कर दिया गया था.
ज्ञात रहे कि, सन 1963 में निर्मित इस फ्लाईओवर को लेकर रेलवे विभाग ने सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग को सूचित किया था कि, इस फ्लाईओवर की आयुसीमा समाप्त हो गई है और पुल की स्थिति बिल्कुल भी संतोषजनक नहीं है. ऐसे में इस पुल के स्थान पर नया पुल बनाए जाने की सख्त जरुरत है. जिसके बाद लोकनिर्माण विभाग ने इस फ्लाईओवर के स्ट्रक्चरल ऑडीट का काम शुरु किया, जिसकी रिपोर्ट 23 अगस्त को ही अमरावती के जिलाधीश कार्यालय को प्राप्त हुई. जिसमें लोकनिर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता इस रेलवे फ्लाईओवर पर सभी तरह के वाहनों की आवाजाही को बंद करने और इस आरओबी ध्वस्त कर उसके स्थान पर नए आरओबी का निर्माण करने का निर्देश दिया.
पता चला है कि, स्ट्रक्चरल ऑडीट की प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार मौजूदा पुल के स्टील गर्डर जंग खा चुके है. साथ ही कई स्थानों पर डैक स्लैब में दरारे व रिसाव तथा स्टील गर्डर को सहारा देनेवाले एबटमेंट में रिसाव जैसी प्रमुख संरचनात्मक समस्याएं पाई गई है. जिसके चलते आम लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस रेलवे उडानपुल से सभी तरह के वाहनों की आवाजाही को ऐहतियातन बंद करना जरुरी है. ऐसे में इस रिपोर्ट को आधार मानते हुए शहर पुलिस उपायुक्त परिमंडल-1 ने आदेश जारी कर अमरावती रेलवे स्टेशन के उपर से होकर गुजरनेवाले रेलवे उडानपुल को हर तरह के वाहनों की आवाजाही के लिहाज से बंद करने का निर्देश जारी किया. जिसके चलते 24 व 25 अगस्त की दरम्यानी रात से इस उडानपुल को सभी तरह के वाहनों की आवाजाही के साथ-साथ पैदल यात्रियों की आवाजाही के लिहाज से भी पूरी तरह बंद कर दिया गया है.
* पर्व एवं त्यौहारों के समय आरओबी के बंद होने से होगी तकलिफे
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, आगामी दो दिन बाद 27 अगस्त से 10 दिवसीय गणेशोत्सव का प्रारंभ होने जा रहा है. जिसके बाद 9 दिवसीय नवरात्रौत्सव भी मनाया जाएगा. इसके उपरांत दशहरा व दीपावली जैसे पर्व भी पडेंगे. ऐसे समय शहर की मुख्य बाजारपेठ से रेलवे स्टेशन के दूसरी ओर बसे रिहायशी इलाकों को जोडनेवाले फ्लाईओवर के बंद हो जाने पर शहरवासियों को काफी समस्याओं व दिक्कतो का सामना करना पड सकता है. बता दें कि, गणेशोत्सव व नवरात्रौत्सव के समय कई सार्वजनिक मंडलों की स्थापना व विसर्जन शोभायात्राएं इसी उडानपुल से होकर गुजरती है. साथ ही साथ पर्व एवं त्यौहारों के समय लोगबाग अपनी-अपनी जरुरत के साजोसामान की खरीददारी करने हेतु इसी उडानपुल से होकर आना-जाना करते रहे है. ऐसे में ऐन त्यौहारी सीजन के समय इस उडानपुल को आवाजाही के लिहाज से पूरी तरह बंद कर दिए जाने के चलते लोगों को काफी समस्याओं व दिक्कतों का सामना निश्चित तौर पर करना पडेगा. साथ ही साथ लोगों को अब रेलवे स्टेशन चौक से मर्च्युरी टी पॉइंट से मालवीय चौक व जयस्तंभ चौक होते हुए राजकमल चौक की ओर आने-जाने वाले वैकल्पिक रास्ते का प्रयोग करना होगा. जिसके चलते लोगों को अब अपने छोटे-मोटे कामों के लिए काफी लंबा फेरा लगाकर गुजरना होगा.
* सांसद डॉ. बोंडे ने मांगी 250 करोड रुपयों की निधि
राजकमल चौक व जयस्तंभ चौक को रेलवे स्टेशन चौक व हमालपुरा परिसर से जोडनेवाले रेलवे उडानपुल का नए सिरे से निर्माण करने हेतु भाजपा नेता व राज्यसभा सांसद डॉ. अनिल बोंडे ने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को ज्ञापन सौंपते हुए 250 करोड रुपयों की निधि मांगी थी. साथ ही कहा था कि, यदि पुराने रेलवे उडानपुल को गिराकर उसके स्थान पर नया व पिलरबेस्ड फ्लाईओवर बनाया जाता है, तो अमरावती शहर में यातायात सहित वाहनों की पार्किंग की समस्या का काफी हद तक निराकरण हो सकता है. इसके उपरांत केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रेलवे विभाग के प्रधान सचिव को इस मामले में तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे. जिसके बाद चूंकि अब मौजूदा रेलवे उडानपुल को दो चरणों के तहत सभी तरह के वाहनों की आवाजाही के लिहाज से बंद कर दिया गया है, तो यह निश्चित हो गया है कि, मौजूदा रेलवे उडानपुल इतिहास में दर्ज हो जाएगा और उसके स्थान पर नया उडानपुल आकार लेता दिखाई देगा. लेकिन तब तक आम नागरिकों को काफी समस्याओं व दिक्कतों का सामना करना पडेगा.

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