हनुमानगढ़ी में साकार हो रहा अध्यात्म, पर्यटन और विकास का संगम
विधायक राणा सहित वरिष्ठ अधिकारियों ने किया कामों का मुआयना

अमरावती /दि.25 – मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और जिले के पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले के मार्गदर्शन में अमरावती से सटे हनुमानगढ़ी पर्यटन परियोजना के विकास हेतु वरिष्ठ अधिकारियों ने विस्तृत निरीक्षण किया. इस अवसर पर विधायक रवी राणा सहित विभागीय आयुक्त श्वेता सिंघल, जिलाधिकारी डॉ. आशिष येरेकर, मनपा आयुक्त सौम्या शर्मा चांडक, मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजिता महापात्र तथा पर्यटन विभाग और सार्वजनिक बांधकाम विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे. दो घंटे तक चली इस समीक्षा में प्रकल्प की रूपरेखा पर विस्तार से चर्चा हुई.
निरीक्षण के दौरान 151 फुट ऊँची हनुमान प्रतिमा, भक्त निवास, योग साधना केंद्र, अमृत कुंड, राम भवन, खुला रंगमंच, म्यूजिकल फाउंटेन, लेजर शो, आधुनिक उद्यान, वाहनतल, पार्किंग, पेयजल व्यवस्था, रोपवे तथा संत निवास जैसे प्रस्तावों पर विचार किया गया. साथ ही छत्री तालाब, कवररामधाम, महानुभाव आश्रम, ब्रह्मकुमारी आश्रम, ओशो केंद्र और इंद्रशेष दरबार जैसे नजदीकी स्थलों को पर्यटन सर्किट में शामिल करने की योजना पर भी चर्चा हुई. बता दें कि, राज्य सरकार का उद्देश्य हनुमानगढ़ी परिसर को अध्यात्म, पर्यटन और पर्यावरण संरक्षण का संतुलित संगम बनाकर राज्यस्तरीय आध्यात्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करना है. अधिकारियों ने प्रस्तुतिकरण के दौरान कुछ खामियों पर सुझाव दिए और आवश्यक सुधारों का मार्गदर्शन भी किया.
इस अवसर पर युवा स्वाभिमान पार्टी के मार्गदर्शक सुनील राणा, चंद्रकुमार उर्फ लप्पी जाजोदिया, उमेश ढोणे, डोलेंद्र पाटिल, विजय खंडेलवाल, कुंदन यादव, हर्षल रेवणे, नितिन म्हस्के, रोहण शर्मा, श्रीकांत इंगले, अर्चित जाजोदिया, विनय तन्ना, कमलेश कारिया, राहुल बजाज, अनिकेत जोशी व महेश मुलचंदानी सहित बड़ी संख्या में युवा स्वाभिमान पार्टी के पदाधिकारी व कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे. शासन के सक्रिय प्रयासों से हनुमानगढ़ी शीघ्र ही अमरावती जिले का प्रमुख आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक पर्यटन केंद्र बनने की दिशा में अग्रसर है.





