45147 लोगों का नहीं लगा पता

प्रदेश में रोज औसतन 190 लोग हो रहे गुम

* अपराध जांच विभाग द्बारा विस्फोटक जानकारी
नागपुर/ दि. 25- प्रदेश में इस वर्ष जनवरी से लेकर मध्य अगस्त तक 45147 लोगों के लापता हो जाने की शिकायत पुलिस में दर्ज की गई. अधिकांश लोगों को पुलिस अब तक खोज नहीं पायी है. जिससे औसतन रोजाना 190 लोगों के खो जाने का आंकडा अपराध अन्वेशन विभाग ने दिया और बताया कि लडका, लडकी के अपहरण, फुसलाकर भगा ले जाना और किसी को न बताते हुए अचानक घर से गायब हो जाना जैसी घटनाएं सतत बढ रही है.
अमरावती और नागपुर की बात करें तो पिछले 6-7 माह में लगभग 3500 लोगों के गुम हो जाने का मामला पंजीबध्द हुआ है. इसमें भी चिंता की बात यह है कि करीब डेढ हजार युवतियां गत कुछ महीनों में लापता हो गई है. पुलिस ने स्वीकार किया कि गत 23 अगस्त 2025 तक दर्ज लापता अर्थात गुमशुदगी के प्रकरणों में आधे लोगोंं का पुलिस पता नहीं लगा पायी है.
चालू वर्ष में प्रदेश में लापता लोगों में करीब 24 हजार महिलाएं और युवतियां शामिल है. 19 हजार पुरूषों के गुम हो जाने की शिकायत परिजनों ने दी है. पुलिस का कहना है कि वह विविध माध्यम से लापता लोगाेंं की तलाश करती है. काफी मामलों मेें सफलता मिली है. कई प्रकरण अनसलुझे हैं.
सूत्रों ने बताया कि गृह विभाग राष्ट्रीय स्तर पर गत दो वर्षो के अपराधों के आंकडे देने में कतरा रहा है. विपक्षी दलों का इल्जाम है कि देश में बढती आपराधिक घटनाओं को छिपाने का प्रयत्न हो रहा है. जबकि सत्तापक्ष का दावा है कि वह अपराध रोकने की दिशा में कार्यरत है. अपराधियों को अदालत से सजा दिलाने के प्रयास हो रहे हैं. कन्वेक्शन रेट बढाने पर जोर दिया जा रहा है.

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