बच्चू कडू ने निर्वाचन क्षेत्र से लिया बदला, 10 करोड के काम मोर्शी में स्थानांतरित किए
बीजेपी विधायक प्रवीण तायडे का आरोप

* उल्टा चोर कोतवाल को डांटे वाला मामला
* चले राज्य नेता बनने, अपनी हार पचा नहीं पा रहे
अमरावती/ दि. 30 – अचलपुर के बीजेपी विधायक प्रवीण तायडे ने प्रहार जनशक्ति पक्ष के सर्वेसर्वा ओम प्रकाश उर्फ बच्चू कडू पर आरोप किया कि कडू ने अपने निर्वाचन क्षेत्र से प्रतिशोध लेने के लिए उनके कार्यकाल में मंजूर विविध गांवों के दर्जनों विकास कार्य मोर्शी निर्वाचन क्षेत्र में भेज दिए. अब मुझ पर ही उलटे आरोप कर रहे हैं. यह सरासर उल्टा चोर कोतवाल को डांटे जैसा मामला होने का दावा तायडे ने आज दोपहर आयोजित पत्रकार वार्ता में किया. उन्होंने यह भी कहा कि एक ओर तो पूर्व विधायक बच्चू कडू राज्य के नेता बनने की नौटंकी चला रहे हैं. दूसरी और अपने ही निर्वाचन क्षेत्र की हार बर्दाश्त नहीं होने से वहां के मंजूर विकास कार्य दूसरे निर्वाचन क्षेत्र में भेज रहे हैं. इसके सबूत होने का दावा कर मंत्रालय में दिए गये पत्रों का उल्लेख किया. उनके साथ बीजेपी के बडे नेता शिवराय कुलकर्णी, प्रमोद कोरडे, मुरली माकोडे, रूपेश ढेपे, कुंदन यादव, विलास काकड आदि भी इस समय उपस्थित थे.
विकास कार्यो में बदल नई बात नहीं
विधायक तायडे ने बच्चू कडू को बारंबार विशेषणों से नवाजा. उन्होंने सोफिया बिजली प्रकल्प से लेकर अनेक मुद्दों में कडू ने किस प्रकार कथित कमिशन खोरी की, इसका भी आरोप दोहराया. अचलपुर के विधायक ने कहा कि विकास कार्यो में परिवर्तन होता है. राज्य के 156 विधायकों ने अपने क्षेत्र में 197 प्रकार के कामों के बदल हेतु वित्त व नियोजन विभाग के पास आवेदन किए हैं. लेकिन किसी ने भी निर्वाचन क्षेत्र नहीं बदला. जबकि कडू ने अचलपुर को लोगों द्बारा 20 वर्षो तक दर्शाए गये स्नेह और आदर का ऐसा उत्तर दिया कि 10 करोड के मंजूर विकास कार्य मोर्शी और वरूड क्षेत्र में ट्रांसफर करने का आवेदन कर डाला. तायडे ने आरोप किया कि मोर्शी में उनका कोई पसंद का ठेकेदार होगा. इसलिए काम उधर ट्रांसफर किए गये. तायडे ने संगीन आरोप लगाया कि बच्चू कडू पहले भी एक करोड की रसद आंतरवली सराटी भेज चुके हैं.
निर्वाचन क्षेत्र बेचने का उलटा आरोप
प्रवीण तायडे ने सोशल मीडिया के बच्चू कडू के अपने अधिकृत पेज से उन पर अर्थात तायडे पर निर्वाचन क्षेत्र बेचने का आरोप लगाया.् इसके पीछे कडू के समर्थक होने का उल्लेख कर बीजेपी विधायक ने कहा कि कडू संविधान का उल्लंघन कर रहे हैं. कोई भी व्यक्ति कहीं से भी निवासी न रहने पर भी चुनकर आ सकता है. जनता ने उन्हें अर्थात तायडे को चुनकर विधानसभा भेजा है.
नाम लेते बाबा साहब का
विधायक तायडे ने आरोप लगाया कि बच्चू कडू ने जो 10 करोड के काम रोक दिए हैं. मोर्शी और वरूड में ट्रांसफर करवाने की अर्जी दी है. दरअसल इन कामों में बाबा साहब आंबेडकर, अण्णाभाउ साठे, अहिल्या देवी होलकर के नाम के सभागार बनाए जाने थे. जिनकी प्रशासकीय मंजूरी से पहले ही ऐन विधानसभा चुनाव से पहले कडू ने न केवल भूमिपूजन कर दिया था. बल्कि वहां निर्माण सामग्री बजरी, लोहा, मुरूम, सीमेंट लाकर रख दिया गया था. फिर इलेक्शन में कडू की पराजय होते ही कडू और उनके समर्थकों ने वह सामग्री भी हटा दी और अब कडू ने वित्त व नियोजन मंत्रालय में काम अचलपुर क्षेत्र से हटाकर मोर्शी में कर देने की सिफारिश कर दी है. पत्र में तकनीकी कारण बताए गये. जबकि ऐसा कोई कारण है ही नहीं. यह सरासर अचलपुर निर्वाचन क्षेत्र और वहां की जनता से हार का बदला लेने का प्रयत्न होने का दावा विधायक तायडे ने किया.
* गंभीर आरोप किए
प्रवीण तायडे ने विधायक बच्चू कडू पर सोफिया प्रकल्प से लेकर पिछले लोकसभा चुनाव तक गंभीर आरोप करने का आरोप दोहराया और कहा कि 20 वर्षो में कडू अचलपुर क्षेत्र का विकास नहीं कर सकें. अब विधायक के रूप में उनके कामों में खोट नहीं निकाल पा रहे. इसलिए समाज माध्यमों और अन्य जरिए से तायडे की बदनामी का प्रयत्न करने का आरोप भी किया. पत्रकार परिषद को बीजेपी नेता कुलकर्णी और रूपेश ढेपे ने भी संबोधित किया. जबकि प्रेसवार्ता में बीजेपी जिला और तहसील पदाधिकारी सर्व श्री सचिन कडू, विशाल तायवाडे, विकास तायवाडे, अतुल गोडे, शंकर मालखेडे, सतीश शर्मा, हर्षल डोरे, रमेश तायवाडे आदि अनेक की उपस्थिति रही.
* उनके पूरे कपडे उतार दूंगा
प्रवीण तायडे ने दावा किया कि अभी तो उन्होंने बच्चू कडू के थोडे कपडे उतारे हैं. उनका कडू को चैलेंज है कि वे तायडे की बातों को गलत साबित कर बताए. तायडे ने कहा कि पत्रकार परिषद पार्ट 2 में वे बच्चू कडू के पूरे कपडे उतार देंगे, इतने सबूत, प्रमाण उनके पास हैं.
* पराजय नहीं पच रही
तायडे ने आरोप किया कि बच्चू कडू को विधानसभा चुनाव में मिली हार अब तक सहन नहीं हो रही है. इसीलिए उनकी सलाह है कि जनादेश का आदर करें. जनादेश को मान्य करें. निर्वाचित जनप्रतिनिधि पर झूठे बुनियाद आरोप न करें. तायडे ने दावा किया कि कडू अपने निर्वाचन क्षेत्र में ध्यान नहीं देते थे और राज्य और केन्द्र के शासन को लेकर बडी- बडी बातें करते थे. * प्रहार का उलटा आरोप, पर प्रमाण नहीं दे सके
खुद को प्रहार के कार्यकर्ता पदाधिकारी बताते हुए ऋषिकांत श्रीवास, प्रदीप बंड, प्रसन्न अढाउ और अन्य ने पत्रकार परिषद लेकर बगैर किसी के दस्तखत एक पत्रक मीडिया को देकर विधायक तायडे के आरोपों का खुलासा करना चाहा. उन्होंने विधायक तायडे पर संगीन आरोप लगाए. किंतु किसी भी आरोप का यह प्रहारी कार्यकर्ता प्रमाण नहीं दे सके. उनके द्बारा दिए गये कथित पत्रक में पूर्व राज्य मंत्री बच्चू कडू के हवाले से खुलासा है. खुलासे में कहा गया कि कडू के नाम से झूठे लेटर पैड तैयार कर पत्र बनाए गये. पत्रों पर आवक -जावक क्रमांक नहीं हैं. कार्यालय का सही सिक्का नहीं है. उलट डिजिटल स्वाक्षरी रहने का दावा कर इसके खिलाफ पुलिस शिकायत करने की बात प्रहारियों ने की.





