कठोरा नाका पर तुलजा भवानी, नीलकंठ मंडल द्बारा विट्ठल मंदिर

‘संघर्ष’ ने छत्रपति शिवाजी के गौरवशाली इतिहास पर भी प्रकाश डाला गया, नजारा देखने उमड़े श्रद्धालु

अमरावती /दि.2 – बुधवारा स्थित नीलकंठ व्यायाम मंडल ने इस वर्ष पंढरपुर के विट्ठल के दर्शन की सुविधा उपलब्ध कराई है. वहीं, कठोरा नाका क्षेत्र स्थित संघर्ष गणेशोत्सव मंडल ने गणेशोत्सव के दौरान तुलजापुर स्थित तुलजाभवानी मंदिर की प्रतिकृति बनाकर छत्रपति शिवाजी महाराज के गौरवशाली इतिहास को जीवंत किया है. मनोरंजन के कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं.
संघर्ष गणेशोत्सव मंडल द्वारा आयोजित यह इस उत्सव का 11 वां वर्ष है. हर साल, इस भव्य आयोजन के लिए सरकारी जगह का इस्तेमाल किया जाता था. लेकिन इस वर्ष पूर्व पालकमंत्री प्रवीण पोटे और विघाायक सुलभा खोडके के माध्यम से संघर्ष गणेशोत्सव मंडल के प्रयासों से शहर में भक्तों की संख्या में वृद्धि हुई है. भक्तों की सुविधा के लिए मंडल सदस्य धीरज बरबुधे ने स्वावलंबी नगर-विजस्नेही कॉलोनी और गजानन कॉलोनी के योगायोग मंडल के पास उपलब्ध खुली जगह का इस्तेमाल किया है. इस मैदान में तुलजापुर के तुलजाभवानी मंदिर की विशाल प्रतिकृति साकार की गई है. यह प्रतिकृति पवन निस्ताने ने अपने सहयोगियों की सहायता से एक महीने के भीतर तैयार की है. इसके साथ ही, सामाजिक और मनोरंजनात्मक कार्यक्रम का भी आयोजन किया. आकर्षक झांकी के कारण अनेक मान्यवरों समेत कठोरा नाका परिसर और शहर के श्रध्दालूओं की भीड संघर्ष गणेशोत्सव मंडल में बढी है. श्रध्दालूओं की सुविधा के लिए विभिन्न 11 समितियों का गठन किया है. इन समितियों के पदाधिकारियों को पार्किंग, मैट की योजना, गतिविधियों के आयोजन आदि की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है. मंडल के अध्यक्ष मनोज घोडमारे, सचिव रवींद्र सरोदे, कार्यकारी अध्यक्ष सौरभ बेलसरे, स्वागताध्यक्ष धीरज बारबुध्दे और कोषाध्यक्ष रवि बोबड़े हैं.
नीलकंठ व्यायाम मंडल ने इस वर्ष पंढरपुर में विट्ठल का मंदिर बनवाया है. भक्तगण इसे देखने और गणेश जी के साथ विठुराया के दर्शन करने के लिए कतारों में खड़े हैं. अकोला के दीपक पवार और उनके सहयोगियों ने 25 दिनों में यह मंदिर तैयार किया है. पंढरपुर के विट्ठल मंदिर की हूबहू प्रतिकृति बनाई गई है. मंदिर का उद्घाटन प्रवचनकार रामप्रिय श्री ने किया. मंडल की तरफ से मनोहर अंबुलकर, सागर ढेंगले और समाजसेवी स्वप्निल सहारे आदि पदाधिकारियों ने उनका स्वागत किया. इस अवसर पर गणेशोत्सव मंडल के अध्यक्ष वैभव कोनलडे, सचिव सौरभ केवले, मंडल अध्यक्ष दीपक गुल्हाने, सचिव पंकज लुंगीकर, प्रवीण अंबुलकर, एड. विवेक बारलिंगे उपस्थित थे.

* पंढरपुर की झांकी 7 और तुलजाभवानी की झांकी 11 तक रहेगी
नीलकंठ व्यायाम मंडल द्वारा तैयार किया गया विट्ठल-रुक्मिणी का मंदिर 7 सितंबर तक खुला रहेगा, जबकि संघर्ष गणेशोत्सव मंडल द्वारा बनाया गया मंदिर भी 11 सितंबर तक खुला रहेगा. अनंत चतुर्दशी 6 सितंबर की रही तो भी उस दिन के बाद भी यह झांकी शहर के भक्तगणों के लिए खुली रखी जाएंगी, ऐसा दोनों मंडल के प्रमुख पदाधिकारियों ने सूचित किया है.

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