तिवसा के अशोक नगर में दोहरा हत्याकांड
पुरानी रंजिश के चलते मां-बेटे की चाकू घोंपकर हत्या

* अमोल डाखोरे व सुशीला डाखोरे के तौर पर हुई मृतकों की पहचान
* पडोस में रहनेवाले युवक ने दोनों पर किए चाकू से सपासप वार
* पिता की हत्या का बदला लेने मर्डर की घटना को दिया गया अंजाम
* अमोल ने एक वर्ष पहले अपने पडोसी सुधाकर अवझाड को उतारा था मौत के घाट
* हत्या के मामले में जेल में बंद था अमोल, 8 दिन पहले ही छूटकर आया था बाहर
* पिता की मौत का बदला लेने पडोसी के बेटे रोहन अवझाड ने आज सुबह अमोल के घर में घुसकर किया हमला
* बीच-बचाव करने आई अमोल की मां सुशीला को भी सीने पर लगे चाकू के गंभीर घाव
* अमोल की मौके पर ही हो गई थी मौत, गंभीर घायल सुशीला डाखोरे ने इलाज के दौरान तोडा दम
* दो दिन से अमोल के घर पर चल रही थी महालक्ष्मी की धामधूम
* पर्व एवं त्यौहार की खुशी बदली गम और मातम में
* डबल मर्डर कांड से पूरे परिसर में मचा जबरदस्त हंगामा
* अमोल पर हमला करनेवाले अवझाड परिवार के दो युवकों ने पुलिस के सामने किया आत्मसमर्पण
* हमला करनेवाले मुख्य आरोपी सहित उसके भाई से पुलिस कर रही पूछताछ
तिवसा/दि.3 – स्थानीय अशोक नगर परिसर में आज सुबह उस समय हंगामे और हडकंप वाली स्थिति बन गई, जब अशोक नगर परिसर में रहनेवाले अमोल वसंत डाखोरे (40) पर उसके ही पडोस में रहनेवाले रोहन अवझाड नामक युवक ने घर में घुसकर झगडा करना शुरु किया और उसे घर से बाहर खींचकर निकालते हुए उस पर चाकू से सपासप वार करने शुरु किए. इस समय अमोल डाखोरे की मां सुशीला वसंत डाखोरे (60) अपने बेटे को बचाने हेतु बीच-बचाव करने के लिए आगे आई, तो आरोपी युवक ने उसके सीने पर भी चाकू के एक से दो गहरे घाव मारे. इस हमले में जहां अमोल डाखोरे की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं इस हमले में बुरी तरह घायल सुशीला डाखोरे ने इलाज के दौरान दम तोडा. साथ ही इस समय रोहन अवझाड ने अमोल डाखोरे के एक बेटे पर भी चाकू चलाया. जिससे वह बच्चा भी घायल हुआ.
इस घटना के चलते पूरे परिसर में जबरदस्त सनसनी व्याप्त हो गई. साथ ही यह जानकारी भी सामने आई कि, यह वारदात ‘खून का बदला खून’ की तर्ज पर घटित इस घटना में अवझाड परिवार के रोहन नामक युवक ने अपने पिता की मौत का बदला लेने के लिए अमोल डाखोरे को चाकू मारकर मौत के घाट उतारा, क्योंकि अमोल डाखोरे ने एक वर्ष पहले अपने पडोस में रहनेवाले सुधाकर अवझाड नामक व्यक्ति की किसी बात के चलते अपने साथीदार संतोष निघोट के साथ मिलकर हत्या की थी. जिसके बाद से वह जेल में था और करीब 8 दिन पहले ही जेल से जमानत पर छूटकर बाहर आया था. ऐसे में अपने पिता की मौत का बदला लेने के लिए एक वर्ष पहले अमोल के हाथों मारे गए सुधाकर अवझाड के बेटे रोहन ने आज सुबह इस लोमहर्षक वारदात को अंजाम दिया.
इस संदर्भ में पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक एक वर्ष पूर्व घटित हत्या के एक मामले में नामजद रहनेवाला अमोल डाखोरे विगत करीब 8 दिन पहले ही जेल से जमानत पर छूटकर बाहर आया था और अपने घर पर रह रहा था. जहां पर पिछले तीन दिनों से महालक्ष्मी के पर्व की धामधूम चल रही थी. गत रोज ही डाखोरे परिवार के घर पर विराजित महालक्ष्मी का विसर्जन हुआ था. वहीं आज सुबह 11 बजे के आसपास डाखोरे परिवार के घर में जैसे ही नियमित ढंग से जीवनचर्या शुरु हो रही थी, तभी डाखोरे परिवार के पडोस में रहनेवाले अवझाड परिवार का सदस्य रहनेवाला रोहन अवझाड नामक युवक डाखोरे परिवार के घर में अचानक ही घूस गया और अमोल डाखोरे के साथ गालिगलौज करते हुए उससे धक्कामुक्की भी करने लगा. साथ ही उसे अपने साथ जबरन खींचकर बाहर लेकर गया. जहां पर रोशन ने अमोल डाखोरे के पेट और सीने पर चाकू के कई बार सपासप वार किए. जिससे बुरी तरह घायल अमोल डाखोरे की मौके पर ही मौत हो गई. इस समय घर के सामने ही झगडा चलता रहने की वजह से अमोल डाखोरे की 60 वर्षीय मां सुशीला डाखोरे अपने बेटे को बचाने के लिए बीच-बचाव करने हेतु आई. तो उस पर भी आरोपी युवक ने सपासप चाकू चलाए और उसके सीने में एक से दो बार चाकू घोंप दिया. जिससे सुशीला डाखोरे बुरी तरह घायल होकर वहीं गिर पडी. इस समय रोहन ने पास में ही मौजूद अमोल के एक बेटे पर भी चाकू चलाया और फिर वह मौके से भाग निकला. पश्चात आसपडोस के लोगों ने इस घटना की सूचना तुरंत ही पुलिस को देते हुए गंभीर रुप से घायल सुशीला डाखोरे को आनन-फानन में इलाज के लिए तिवसा के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया. जहां से उसे इलाज हेतु जिला सामान्य अस्पताल में रेफर किया गया. लेकिन गंभीर रुप से घायल सुशीला डाखोरे ने इलाज के दौरान दम तोड दिया.
इस दोहरे हत्याकांड के बारे में सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आज घटित वारदात में मारे गए अमोल डाखोरे ने एक वर्ष पहले अपने पडोस में रहनेवाले सुधाकर अवझाड की हत्या कर दी थी. जिसके बाद से ही अमोल डाखोरे जेल में था और 8 दिन पहले ही जेल से जमानत पर छूटकर बाहर आया था. इस दौरान अमोल के हाथों मारे गए सुधाकर अवझाड का बेटा रोहन अवझाड लगातार अमोल से अपने पिता की मौत का बदला लेने की फिराक में था और अमोल के जेल से बाहर आते ही वह अमोल को मौत के घाट उतारने का मौका ढूंढ रहा था. जिसके तहत रोहन नामक उक्त युवक ने आज सुबह करीब 11 बजे के आसपास अमोल के घर में घुसकर उससे झगडा करना शुरु किया और उसे खींचकर घर से बाहर निकालने के साथ ही उस पर चाकू से सपासप वार किए. इस हमले में अमोल की मौके पर ही मौत हो गई. इस समय अमोल की मां सुशीला डाखोरे ने अपने बेटे को बचाने हेतु बीच-बचाव करने का प्रयास किया, लेकिन हमलावर ने उन पर भी चाकू से वार कर दिया और उनके सीने पर एक से दो वार चाकू घोंप दिया. जिससे सुशीला डाखोरे गंभीर रुप से घायल हो गई. जिन्हें इलाज हेतु अस्पताल ले जाए जाने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, विगत दो दिनों से डाखोरे परिवार के घर पर महालक्ष्मी उत्सव के चलते धार्मिक अनुष्ठान और धामधूम का माहौल था. अचानक हुई इस घटना से पूरे परिवार पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा और उत्सव का माहौल मातम में बदल गया. इस वारदात के बाद अमोल डाखोरे के शव के पास उसकी पत्नी और बच्चे फूट-फूटकर रोते दिखाई दिए. वहीं इस वारदात के बाद इलाके में अफरातफरी मच गई. गुस्साए नागरिक बड़ी संख्या में घटनास्थल पर जमा हो गए.
इस बीच यह जानकारी भी सामने आई कि, हत्या को अंजाम देनेवाला रोहन नामक युवक अपने एक भाई के साथ दोपहर बाद खुद ही पुलिस थाने पहुंच गया और उसने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. जिसके बाद पुलिस ने दोनो भाईयों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है. इसके साथ ही तिवसा पुलिस थाने के अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर पंचनामा किया और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा. पुलिस सूत्रों के अनुसार, दोनों आरोपियों से पूछताछ कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.





