क्या हमारे मरने का इंतजार कर रही सरकार?

अमरावती/दि.5 – हाल ही में नागपुर निवासी ठेकेदार मुन्ना वर्मा ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी. वहीं इससे पहले सांगली निवासी हर्षल पाटिल नामक युवा ठेकेदार ने आत्महत्या की थी. पता चला कि, इन दोनों ठेकेदारों का सरकार की ओर लाखों-करोडों रुपयों का भुगतान बकाया था. ऐसे में लेनदारों के तगादे और आर्थिक तंगी से तंग आकर इन दोनों ठेकेदारों ने आत्मघाती कदम उठाया था. चूंकि इस समय राज्य के हजारों ठेकेदारों के राज्य सरकार की ओर करोडों रुपए बकाया है और ठेकेदारों द्वारा विगत लंबे समय से अपने द्वारा किए गए कामों का बकाया भुगतान मिलने की मांग की जा रही है. ऐसे में दो ठेकेदारों द्वारा आत्मघाती कदम उठाए जाने के बावजूद सरकार की ओर से ठेकेदारों को बकाया भुगतान अदा करने के बारे में कोई कदम नहीं उठाए जाने से संतप्त होकर विदर्भ कंत्राटदार संगठन, अमरावती जिला कॉन्ट्रैक्टर संगठन व सुशिक्षित बेरोजगार अभियंता संगठन द्वारा संतप्त भूमिका अपनाते हुए स्थानीय सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग कार्यालय के समक्ष एक फ्लेक्स लगाया गया है, जिसमें मुन्ना वर्मा व हर्षल पाटिल के फोटो दर्शाते हुए सरकार से सवाल पूछा गया है कि, क्या और भी ठेकेदार इसी तरह से अपनी जान दे दें, इसकी सरकार प्रतीक्षा कर रही है. साभ ही ठेकेदारों ने इसे तुरंत रोके जाने की अपील जारी की है.





