रविवार रात साढे तीन घंटे का खग्रास चंद्रग्रहण
मंदिरों के पट बंद, सोमवार प्रात: काल होंगे दर्शन

* दोपहर 12.37 बजे से लगेगा सूतक
* पुरोहितों ने किया नियम, मान्यता पालन का अनुरोध
अमरावती/ दि. 5 -परसों रविवार 7 सितंबर को खग्रास चंद्रग्रहण संपूर्ण भारतवर्ष में दिखाई दिए जाने से उसके परंपरागत रीति रिवाज व मान्यताओं को पालने का अनुरोध पुरोहितों ने किया है. रविवार दोपहर बाद अमरावती के प्रसिध्द अंबा और एकवीरा देवी मंदिरों सहित बालाजी, सतीधाम, रामदेव बाबा, राधाकृष्ण मंदिरों के पट बंद हो जायेंगे. उसी प्रकार गणेश मंडलों सहित भक्ति मंडलों ने अपने आयोजनों में बदलाव किया है. गणेशोत्सव के प्रसादी के कार्यक्रम शनिवार को ही आयोजित किए जा रहे हैं. ऐसी जानकारी मंडलों के पदाधिकारियों ने दी. रामदेव बाबा मंदिर राजापेठ की उत्सव समिति ने मासिक भजन संध्या का आयोजन रविवार सबेरे 9.30 बजे से कर दिया. उसी प्रकार रायली प्लॉट स्थित हवेली मंदिर में ग्रहण के सूतक काल दौरान भजन, पाठ के आयोजन वैष्णव परिपाटी के अनुरूप होंगे.
* वेध और मोक्ष की संपूर्ण जानकारी
ग्रहण का वेध – दोपहर 12.37 से
ग्रहण स्पर्श – रात्रि 9.57 बजे
सम्मिलन – रात्रि 11 बजे
ग्रहण मध्य – रात्रि 11. 42
ग्रहण उन्मीलन – रात्रि 12.23
ग्रहण मोक्ष- रात्रि 1.27
पर्वकाल – 3 घंटे 30 मिनट
* नदियों में स्नान के लाभ
ग्रहण पश्चात पवित्र नदियों में स्नान की महत्ता पुरोहितों और पुराणों में बताई गई है. ग्रहण स्पर्श होते ही स्नान कर दान धर्म करने और ग्रहण मोक्ष पश्चात पुन: स्नान करने से शुध्दता आने की मान्यता है. यह ग्रहण मेष, ऋषभ, कन्या, धनु राशि को शुभ फल प्रदान करनेवाला है. अन्य राशियों के लिए मित्र अथवा अनिष्ट फल रहने से उन राशियों के लोगों से ग्रहण न देखने का आवाहन पुरोहितों ने किया है.





