चुनाव लडने के इच्छुकों ने जमकर भुनाया गणेशोत्सव को

शुभकामना संदेशों के बैनर, पोस्टर व फ्लेक्स की रही भरमार

* शहर सहित तहसील व ग्रामीण इलाको में राजनीति तपना शुरु
अमरावती/दि.6 – स्थानीय स्वायत्त निकायों के चुनाव की प्रक्रिया शुरु हो जाने के चलते चुनाव लडने के इच्छुको ने इस बार गणेशोत्सव को अपना चुनाव प्रचार व जनसंपर्क अभियान शुरु करने के मौके के तौर पर जमकर भुनाया और सभी इच्छुक गणेशोत्सव से ही खुले तौर पर मैदान में भी उतर गए. जिसके तहत इच्छुकों ने अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्र में स्थित सभी सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडलों में भगवान श्री गणेश के आरती व पूजन निमित्त सदिच्छा भेंट दी. साथ ही साथ अपने निर्वाचन क्षेत्र के सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडलों के आसपास गणेश भक्तों को शुभकामना संदेश देनेवाले बैनर, पोस्टर व फ्लेक्स भी जमकर लगाए. जिसके चलते शहर सहित जिले में चहुंओर गणेशोत्सव पर स्थानीय निकायों के चुनाव एवं राजनीतिक का स्पष्ट तौर पर प्रभाव दिखाई दिया.
उल्लेखनीय है कि, महानगर पालिका व जिला परिषद सहित जिले की नगर पंचायतों, नगर पालिकाओं व पंचायत समितियों का कार्यकाल खत्म हुए लगभग 4 वर्ष बीत चुके है और सभी स्थानीय स्वायत्त निकायों में विगत साढे तीन वर्षों से प्रशासक राज चल रहा है. हालांकि अब महानगर पालिका, जिला परिषद, पंचायत समिति, नगर पालिका, नगर पंचायत के चुनाव कराने हेतु प्रशासकीय स्तर पर गतिविधियां शुरु हो चुकी है. जिसके तहत महानगर पालिका, जिला परिषद व पंचायत समितियों की प्रभाग रचना भी लगभग तय हो गई है. ऐसे में अब जल्द ही चुनाव होने की संभावना को ध्यान में रखते हुए इच्छुकों की सक्रियता और गतिविधियां तेज हो गई है.
खास बात यह है कि, स्थानीय स्वायत्त निकायों की गट व गण रचना तथा प्रभाग रचना लगभग निश्चित हो गई है. जिसके चलते अब चुनाव लडने के इच्छुकों द्वारा आरक्षण के ड्रॉ की प्रतीक्षा की जा रही है. साथ ही साथ इच्छुकों द्वारा आगामी चुनाव को ध्यान में रखते हुए अपने-अपने क्षेत्र में जनसंपर्क अभियान को भी तेज कर दिया गया है.
* एक-दूसरे के कार्यकर्ताओं पर नजर
इस समय आगामी चुनाव को ध्यान में रखते हुए सभी इच्छुकों द्वारा अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में अपने समर्थक कार्यकर्ताओं के गणेशोत्सव मंडलों में मुख्य पंडाल के पास एवं स्वागत द्वार पर अपने छायाचित्र वाले शुभकामना संदेश लगाए गए है. साथ ही गणेशोत्सव के निमित्त कई इच्छुकों ने अलग-अलग गणेशोत्सव मंडलों को भेंट देते हुए एकतरह से अपने निर्वाचन क्षेत्र में अपने प्रचार का पहला राऊंड भी पूरा कर लिया है. कौनसा प्रत्याशी किस गणेशोत्सव मंडल का करीबी है और किसे ज्यादा मदद कर रहा है, इस बात को लेकर इच्छुकों द्वारा एक-दूसरे पर नजर भी रखी जा रही है. साथ ही यह भी देखा जा रहा है कि, इन दिनों कौनसा कार्यकर्ता किस संभावित प्रत्याशी के साथ ज्यादा संपर्क में है.
* कार्यकर्ताओं की बल्लेबल्ले
चुनाव के समय पर्व, त्यौहार एवं धार्मिक उत्सव जैसे मौके इच्छुकों के लिए जनसंपर्क हेतु शानदार अवसर होते है. इसमें भी गणेशोत्सव जैसा उत्सव तो इच्छुकों के साथ-साथ युवाओं के लिए भी एक शानदार मौका रहता है. इस वर्ष चुनावी धामधूम जारी रहने के चलते गणेशोत्सव मंडलों के कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह दिखाई दिया. वर्गणी को लेकर बडे मंडलों को उम्मीदवारों ने बिल्कुल भी निराश नहीं किया. साथ ही आरती के लिए पहुंचने पर मंडलों की मांग पूरी करने का आश्वासन देते हुए संबंधित मंडल अंत तक अपने ही साथ रहेगा, इस बात को लेकर भी विशेष ध्यान अभी से रखा जा रहा है. इसके अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रमों हेतु हरसंभव मदद करने के चलते ऐसे कार्यक्रमों के समय इच्छुक प्रत्याशी ज्यादा समय तक रुके भी रहे, ताकि ऐसे कार्यक्रमों के दौरान अधिक से अधिक लोगों के साथ संपर्क हो सके. जिसके चलते इस बार के गणेशोत्सव दौरान सभी सार्वजनिक मंडलों के कार्यकर्ताओं की जमकर बल्लेबल्ले रही.

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