2 हजार रोगियों ने मुफ्त चश्मे वितरण शिविर का लाभ उठाया

भाजपा नेता गोपाल तिरमारे का चांदूर बाजार में सराहनीय सामाजिक उपक्रम

चांदूर बाजार/दि.9 – भारतीय जनता पार्टी अमरावती जिला ग्रामीण मेळघाट, देवकृपा बहुद्देशीय ग्रामीण विकास संस्था यवतमाल और सियाराम फाउंडेशन के संयुक्त प्रयास से आयोजित नेत्र जांच और मुफ्त चश्मे वितरण शिविर सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ. इस शिविर में कुल 2 हजार रोगियों को मुफ्त चश्मे वितरित किए गए. साथ ही, 2 हजार 116 रोगियों की नेत्र जांच की गई और 104 रोगियों को शस्त्रक्रिया हेतु सूचीबद्ध किया गया, जिनका उचित प्रबंध कर तत्काल शस्त्रक्रिया कराई जाएगी, ऐसा आयोजनकर्ताओं ने बताया.
शिविर का आयोजन चांदूर बाजार शहर के उपजिला अस्पताल में किया गया था. इस अवसर पर चांदूर बाजार सहित पूरे तालुका के नागरिकों ने भारी संख्या में भाग लिया. इस दौरान भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रभूदास भिलावेकर (माजी विधायक तथा भाजपा जिला अध्यक्ष अमरावती जिला ग्रामीण मेलघाट), भाजपा महाराष्ट्र प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य प्रमोद कोरडे, भाजपा जिला उपाध्यक्ष अक्षरा लहाने, वरिष्ठ नेता अशोक बनसोड, मनोहरराव सुने, सुखदेवराव पवार, बालासाहेब सोनार, संजय थेलकर, विलास तायवाडे, किरण सिनकर, राजू तंतरपाडे, माधव अवघड़ (किसान मोर्चा जिला अध्यक्ष), भाजपा जिला सचिव नरेश बर्वे, भाजपा शहर अध्यक्ष टिकू अहिर, महिला मोर्चा की जयश्री पंडागरे, मीरा खडसे सहित अनेक पदाधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे.
इस शिविर के तहत सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक निरंतर नेत्र जांच की गई. इस शिविर में जिला सामान्य अस्पताल के नेत्र विशेषज्ञ डॉ. वासुदेव गणोरकर, डॉ. वेदांत पुंडलिक और डॉ. प्रथमेश इंगळे ने उत्कृष्ट सेवा प्रदान की. मुफ्त चश्मे की व्यवस्था देवकृपा बहुद्देशीय ग्रामीण विकास संस्था यवतमाल की ओर से की गई थी. भाजपा नेता गोपाल तिरमारे के नेतृत्व में कार्यकर्ता पिछले एक महीने से इस आयोजन की तैयारी में जुटे थे. राज्यसभा सांसद अनिल बोंडे, विधायक प्रवीण तायडे व भाजपा नेता नवनीत राणा के मार्गदर्शन में यह शिविर सफलतापूर्वक संपन्न हुआ, ऐसी जानकारी गोपाल तिरमारे (जिला उपाध्यक्ष भाजपा अमरावती जिला ग्रामीण मेलघाट) ने दी.
इस अवसर पर भाजपा कार्यकर्ता नितीन टिंगणे, साहेबराव अस्वार, सुमित निंभोरकर, सचिन तायवाडे, विकी राठी, अनिल वाठ, सुभाष हरकुट, शुभम पांडे, सचिन वांगे, बंटी डोंगरे, अनिल तायडे, मनोहर कपले, निखिल सिनकर, अशोक उके, धनंजय निंभोरकर, बाला काटोलकर, अश्विन टेकाडे, गणेश जावरकर, लोकनाथ वानखडे आदि ने शिविर को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

 

Back to top button