दर्यापुर तहसील में राजस्व प्रशासन का अंधाधुंध कारोबार

अवैध रेत का ट्रैक्टर एक पटवारी ने पकडा दुसरे ने छोडा

दर्यापुर /दि.9 – राजस्व प्रशासन द्वारा विशेष राजस्व अभियांन शुरू किया गया हैं. लेकिन फिर भी तहसील में अवैध रेती का उपयोंग बडे प्रमाण में किया जा रहां है. राजस्व प्रशासन द्वारा अगस्त माह में 5 से 6 अवैध रेत की तस्करी करने वालो की खिलाफ कार्रवाई भी कि गई हैं लेकिन 31 अगस्त को नाटकिय तरीके से कि गई कार्रवाई के चलतें राजस्व प्रशासन के अधिकारियों और रेती माफियां मिली भगत होने की जानकारी सामने आ रही हैं.
उल्लेखनीय हैं की 31 अ्रगस्त की सुबह 10.30 बजे के दौरान पटवारी वी.एम.गोंडाणे ने दर्यापुर से अमरावती मार्ग पर दर्यापुर के साईनगर बस स्टॅड पर अवैध तरीके से रेती का परिवहन करने वाले एक ट्रैक्टर को पकडा. और पटवारी गोंडाणे ने वरिष्ठ अधिकारियों को कार्रवाई के लिए बुलायां इस दौरान दर्यापुर के पटवारी राहुल इंगले घटना स्थल पर आए थें. इस दौरान ट्रैक्टर चालक के मोबाईल पर दर्यापुर के प्रतिष्ठित राजकीय व्यक्ति का फोन आया था. पटवारी इंगले के साथ इस राजकीय व्यक्ति की बात होने के बाद पटवारी इंगले ने रॉयल्टी होने की बात कहतें हुए ट्रैक्टर को छोड दिया.
पटवारी इंगले की इस कार्रवाई से साफ दौर पर दिखाई देता हैं कि उन्होंने सरकारी काम में हस्तक्षेप किया है. और प्रशासन को भी गुमराह किया है. सरकारी राजस्व का गबन करते हुए अपने पद का दुरूपयोंग कर वित्तीय लाभ हासिल किेया हैं. साथ ही जिस पटवारी ने ट्रैक्टर पकडा था उसकी मदद भी नहीं की अर्थात दुसरे पटवारी ने पहले पटवारी द्वारा की गई. कार्रावाई पर आखे मूंद ली. पटवारी गोंडाणे ने 3 सितंबर को तहसीलदार के पास इस पुरे कारनामे की विधिवत लिखीत शिकायत दर्ज कराई हैं.
विदित हो कि पकडे गए ट्रैक्टर चलाक के पास किसी प्रकार की कोई रॉयल्टी नहीं थी. हालांकि दिखाया यह गया कि उसके पास रॉयल्टी थी. जबकि स्थानीय ट्रैक्टर होने के कारण नहर की रेत के परिवहन के लिए जिरों रॉयल्टी भी उपलब्ध नहीं होने के कारण यह मामला तहसील में चर्चा का विषय बना हुआ हैं. इस प्रकरण में साफ दिखाई दे रहा हैं कि. रेत तस्कर, राजकीय व्यक्ति और राजस्व अधिकारी के आपस में हितसंबंध हैं. ऐसे में दर्यापुर के राजस्व प्रशासन हलके में चर्चा हो रही हैं. कि किस राजस्व अधिकारी को कितना हिस्सा मिला था. वहीं पर सभी की निघाए लगी हैं की वरिष्ठ स्थर पर इस मामले में क्या कार्रवाई हो सकती हैं.

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