ठेकेदार की लापरवाही से गंदा हुआ चिखलदरा

स्वच्छ भारत अभियान सिर्फ कागजों पर!

चिखलदरा/दि.10 – पर्यटन नगरी चिखलदरा में सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है. अगस्त 2024 से अगस्त 2025 तक कचरा सफाई का ठेका ड्रीम कीयर कंपनी को दिया गया था. इस अवधि में दो से तीन बार ठेकेदार के खिलाफ शिकायतें भी हुईं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई. मजदूरी का समय पर भुगतान न होना और रोजंदारी ना बढाने से सफाई कर्मियों ने काम छोड़ दिया.
काफी दिनो से रोजंदारी कर्मचारियों की ठेकेदार से मांग थी कि मजदूरी बढाई जाए, लेकिन ठेकेदार मजदूरो को केवल आश्वासन ही देता रहा. इस कारण सफाई कर्मियों ने काम पर आना बंद कर दिया और इससे पूरे चिखलदरा शहर में गंदगी फैल गई और चारों तरफ कचरों का ढेर हो गया. जिससे मानसून के इन दिनों में बदबू फैल गई है. जिससे यहां आनेवाले पर्यटकों को काफी परेशानी का सामना करना पड रहा है. चिखलदरा में गलियों से लेकर मुख्य बाजार तक कचरे के ढेर जगह-जगह लगे हुए हैं, जिससे स्थानीय नागरिकों के स्वास्थ्य पर खतरा मंडरा रहा है.

* स्वच्छ भारत अभियान बना दिखावा
नगरपालिका प्रशासन का स्वच्छ भारत अभियान केवल कागजों तक सीमित रहता है. अधिकारी शिकायतों को नजरअंदाज कर रहे हैं और ठेकेदार की मनमानी जारी है. शहरवासी सवाल उठा रहे हैं कि जब चिखलदरा को स्वच्छ पर्यटन नगरी बनाने की जिम्मेदारी ली गई थी, तब वर्तमान में इस पर्यटन नगरी के ऐसे हाल क्यों हैैं?

* स्थानीय नागरिकों में तीव्र असंतोष
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि समय रहते समस्या का समाधान नहीं किया गया तो यह बदबू और गंदगी बीमारियों को न्यौता भी दे सकती है. प्रशासन और ठेकेदार के बीच लापरवाही का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है.

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