चिखलदरा में 1220 मिमी बारिश दर्ज
चार माह में ढाई लाख से अधिक पर्यटक पहुंचे, तालाब लबालब

चिखलदरा/दि.12 – विदर्भ के नंदनवन चिखलदरा पर्यटन स्थल पर पिछले कुछ दिनों में लगातार मूसलाधार बारिश होने से नदी-नाले उफान पर है. उंची पहाडियों से सैंकडो फुट निचे बहनेवाले झरनों का आनंद पर्यटक ले रहे है. चारों तरफ हरियाली का नजारा पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है. बारिश के कारण इस पर्यटन स्थल की पेयजल की समस्या फिलहाल हल हो गई है. अब तक 1220 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई है.
चिखलदरा पर्यटन स्थल पर कुल 40 पॉइंट है. पर्यटक घने कोहरे तथा कभी मूसलाधार बारिश में भिगने का आनंद ले हरे है. उंची पहाडियों से गिरते झरनों का आनंद पर्यटक ले रहे है. शनिवार और रविवार को अवकाश के दिन समेत अब अन्य दिन भी हजारों पर्यटक यहां आ रहे है.
* अनेक स्थानों पर झरने
चिखलदरा के भीमकुंड पॉइंट, देवी पॉइंट, जत्राडोह, सोमडोह के जवाहर कुंड, पंचगोल पॉइंट के विख्यात झरनों समेत मेलघाट के नागमोडी घाट मोड पर जगह-जगह झरने पर्यटकों को आकर्षित करनेवाले साबित हो रहे है. सोमडोह और कोलकास में भी पर्यटक बडी संख्या में पहुंच रहे है.
* ढाई लाख पर्यटकों का आगमन
इस बार मानसून में विदर्भ के नंदनवन माने जानेवाले चिखलदरा में ढाई लाख पर्यटक पहुंचे है. इससे नगरपालिका को 56 लाख रुपए की आय हुई है.
* मूसलाधार बारिश
पर्यटन स्थल सहित मेलघाट में इस बार शानदार बारिश हुई है. चिखलदरा में 1220 मिमी बारिश 9 सितंबर तक दर्ज हुई है. 2024 में कुल 1849 मिमी बारिश दर्ज हुई थी तथा 2023 में 1249 मिमी बारिश हुई थी. बारिश के कारण अचलपुर तहसील के पहाडी से सटे सापन, चंद्रभागा और शहानुर बांध के दरवाजे पिछले आठ दिनों से खुले है.
* शासन स्तर पर उपेक्षा
चिखलदरा पर्यटन स्थल समुद्र तल से 3600 फुट उंचाई पर है. ब्रिटीश काल में कैप्टन रॉबीनसन ने इसकी खोज की. निसर्ग का आनंद और आराम करने के लिए अंग्रेज यहां आते थे. विदर्भ के इस एकमात्र पर्यटन स्थल पर विकास की चर्चा हुई रही तो ही भी प्रत्यक्ष में पेयजल से लेकर सडक और बिजली की आंख मिचौली, मोबाईल नेटवर्क आदि सुविधा पर्यटकों को निराश करनेवाली है.





