फर्जी प्रमाणपत्र मामले में 9 आरोपी बढे
एसआईटी की जांच में आई तेजी

* ‘सेंट्रलाइज्ड’ ढंग से की जा रही जांच
* जांच व रिपोर्ट का काम अंतिम चरण में
अमरावती/दि.13 – जिले की अंजनगांव सुर्जी व अचलपुर तहसीलो में जन्म प्रमाणपत्रों के मामलो में पाई गई त्रुटियों को लेकर दर्ज तीन अपराधों की संयुक्त यानि सेंट्रलाइज्ड जांच करने हेतु विगत 26 अगस्त को विशेष जांच दल यानि एसआईटी का गठन किया गया था. एसआईटी प्रमुख व पुलिस निरीक्षक नितिन देशमुख सहित उनकी टीम ने इस सेंट्रलाइज्ड जांच को अच्छी-खासी गति दी है. जिसके चलते तीनों मामलो में अब आरोपियों की संख्या में 9 का इजाफा हुआ है और यह आंकडा 20 पर जा पहुंचा है. इसके साथ ही यह जानकारी भी सामने आई है कि, इस मामले में जांच व रिपोर्ट का काम अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है.
बता दें कि, अंजनगांव सुर्जी पुलिस ने 11 फरवरी की रात दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज करते हुए कुल 8 लोगों के खिलाफ तथा अचलपुर पुलिस ने 14 मई को फर्जीवाडा करनेवाले 3 लोगों के खिलाफ जालसाजी का मामला दर्ज किया था. वहीं एसआईटी की जांच के दौरान इसमें और 9 आरोपियों के नाम भी जुडे. जन्म प्रमाणपत्रों को लेकर गलत जानकारी देने के संदर्भ में नायब तहसीलदार रवींद्र काले की ओर से दी गई लिखित शिकायत के आधार पर अंजनगांव में दो मामले दर्ज किए गए थे. वहीं अचलपुर के नायब तहसीलदार जगदीश मंडपे ने अचलपुर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. जिसके आधार पर अपराध दर्ज हुआ था. ऐसे में तीनों मामलों की जांच जलद गति से हो इस हेतु ग्रामीण पुलिस अधीक्षक विशाल आनंद ने स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम तैयार की थी और एसआईटी प्रमुख के तौर पर पुलिस निरीक्षक नितिन देशमुख को जिम्मा सौंपते हुए उन्हें ग्रामीण पुलिस मुख्यालय में स्वतंत्र कार्यालय भी दिया गया था. इस एसआईटी में शामिल पुलिस निरीक्षक व पुलिस कर्मियों द्वारा अपनी भूमिका को बडी जिम्मेदारी के साथ निभाया जा रहा है. साथ ही जांच पथक के काम पर पुलिस अधीक्षक का पूरा ध्यान व नियंत्रण भी है, जो समय-समय पर प्रीया देशमुख से जांच के बारे में जानकारी हासिल कर रहे है. साथ ही डीजीपी स्तर पर भी एसआईटी के काम की समीक्षा की जा रही है.
* 15 सितंबर को एसपी दुबारा करेंगे समीक्षा
सूत्रों के अनुसार पीआई नितिन देशमुख के नेतृत्व वाली एसआईटी को मामले की जांच पूरी करने के लिए एसपी द्वारा 15 सितंबर तक डेडलाइन दी गई है. एसआईटी की रिपोर्ट एसपी के सामने रखे जाने के उपरांत तीनों मामलों को लेकर संयुक्त चार्जशीट तैयार कर उसे अदालत में दाखिल किया जाएगा. ऐसे में विगत 15 दिनों के दौरान एसआईटी द्वारा इस मामले से संबंधित हजारों दस्तावेजों को जांचा जा चुका है. साथ ही एसपी विशाल आनंद भी अब तक दो बार एसआईटी के कामों की समीक्षा कर चुके है. वहीं अब आगामी 15 अथवा 16 सितंबर को एसपी विशाल आनंद द्वारा एक बार फिर एसआईटी द्वारा अब तक किए गए कामकाज की पूरी जानकारी हासिल करने के साथ ही अब तक हुई जांच की समीक्षा की जाएगी.
* पुरक दस्तावेजों में दिखी काट-छाट
ज्ञात रहे कि, जन्म प्रमाणपत्र हासिल करने हेतु टीसी यानि शाला छोडने का प्रमाणपत्र देना होता है. परंतु कई आवेदकों की टीसी सहित राशन कार्ड में काट-छाट रहने की बात सामने आई. जिसके तहत नाम में बदलाव करते हुए फर्जी टीसी तैयार किए जाने की बात जांच के दौरान उजागर हुई.
* विगत 26 अगस्त को फर्जी जन्म प्रमाणपत्र से संबंधित दर्ज तीनों मामलो की जांच करने हेतु गठित एसआईटी द्वारा अब तक कई संदेहितों की पडताल की गई है. साथ ही उन संदेहितों में से जिस किसी का इन मामलो में सहभाग पाया जा रहा है, उन्हें आरोपी के तौर पर नामजद भी किया जा रहा है. एसआईटी द्वारा की गई जांच की अब तक दो बार समीक्षा की जा चुकी है. साथ ही अगली व अंतिम समीक्षा आगामी 15 व 16 सितंबर को की जाएगी. इसके उपरांत एसआईटी की जांच रिपोर्ट के आधार पर तीनों मामलो में संयुक्त चार्जशीट तैयार कर उसे अदालत में पेश करने हेतु आवश्यक कदम उठाए जाएंगे.
– विशाल आनंद
ग्रामीण पुलिस अधीक्षक.





