भाजपा के 20 पूर्व पार्षद दुबारा चुनावी अखाडे में उतरने तैयार

5 नए चेहरों को लेकर भी हो रही जबरदस्त चर्चा

* मनपा चुनाव हेतु भाजपा में पहले दौर की वार्ता लगभग पूरी
अमरावती/दि.13 – इस समय अमरावती शहर में मनपा के आगामी चुनाव को लेकर अच्छी-खासी गहमागहमी चल रही है. साथ ही प्रारुप प्रभाग रचना के घोषित होते ही चुनाव लडने के इच्छुकों ने अपने-अपने प्रभागों में जनसंपर्क अभियान को तेज करते हुए खुद को टिकट मिलने हेतु अपने-अपने राजनीतिक दलों में पूरी ताकत के साथ लॉबिंग व फिल्डींग करनी भी शुरु कर दी है. जिसके तहत फिलहाल सबसे अधिक गहमागहमी केंद्र एवं राज्य की सत्ता में रहनेवाली भाजपा में दिखाई दे रही है. जिसके पास दावेदारों की अच्छी-खासी भीड है, ऐसे में शहर भाजपा के कर्णधारों द्वारा अपने पास रहनेवाले इच्छुकों की ताकत सहित उनके ‘विनिंग मेरीट’ की भी पडताल की जा रही है. पता चला है कि, भाजपा में इसे लेकर पहले दौर का विचारविमर्श पूरा भी हो चुका है.
इसके साथ ही यह जानकारी भी सामने आई है कि, इससे पहले भी मनपा में अलग-अलग प्रभागों का प्रतिनिधित्व कर चुके भाजपा के करीब 20 पूर्व पार्षद एक बार फिर भाजपा प्रत्याशी के तौर पर चुनावी अखाडे में उतरने की पूरी तैयारी कर रहे है. जिनमें पूर्व महापौर संजय नरवणे, पूर्व उपमहापौर संध्या टिकले, कुसूम साहू व चेतन पवार, पूर्व स्थायी सभापति राधा कुरील, विवेक कलोती, सचिन रासने, पूर्व सभागृह नेता सुनील काले सहित पूर्व पार्षद संजय अग्रवाल, धीरज हिवसे, पुरुषोत्तम बजाज, बलदेव बजाज, सुरेखा लुंगारे, गंगा खारकर, मिलिंद बांबल, संजय तिरथकर, चंदू बोमरे, स्वाती निस्ताने व सोनाली नाईक का समावेश है. इन सभी पूर्व पार्षदों द्वारा एक बार फिर मनपा के सदन में पहुंचने हेतु इस समय पार्टी स्तर पर पूरी ताकत लगाई जा रही है. ताकि उन्हें पार्टी द्वारा मनपा चुनाव में अपना प्रत्याशी बनाया जाए.
वहीं इस बार मनपा के चुनावी मैदान में भाजपा की ओर से कुछ नए चेहरे भी दिखाई दे सकते है. जिनमें फिलहाल शहर के वरिष्ठ विधिज्ञ एड. प्रशांत देशपांडे, भाजयुमो के प्रदेश संगठन मंत्री बादल कुलकर्णी, भाजयुमो के पूर्व शहराध्यक्ष कौशिक अग्रवाल सहित विशाल कुलकर्णी व ऋषिकेश देशमुख के नामों की सर्वाधिक चर्चा चल रही है. हालांकि अभी अंतिम प्रभाग रचना घोषित होने के साथ ही प्रभागों में आरक्षण की स्थिति स्पष्ट होकर चुनावी अधिसूचना के जारी होने में अच्छा-खासा वक्त बाकी है. ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि, फिलहाल चर्चा में रहनेवाले किन-किन नामों की दावेदारी अंतिम समय तक बनी रहती है और किन नामों को ऐन समय पर किसी बडे उलटफेर का सामना करना पड सकता है.

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