जिले में करीब 2500 दुर्गा व शारदा उत्सव मंडल
नवरात्रौत्सव हेतु प्रशासन लगा काम पर

* सार्वजनिक मंडलों ने भी शुरु की तैयारियां
अमरावती /दि.15 – नऊ दिवसीय शारदीय नवरात्रौत्सव के लिए अभी करीब एक सप्ताह का समय शेष है. जिसके चलते पुलिस सहित संबंधित महकमे काम पर जुट गए है. बता दें कि, अमरावती शहर व ग्रामीण क्षेत्र में कुल 2 हजार 472 के आसपास सार्वजनिक दुर्गोत्सव व शारदोत्सव मंडल है. जिनके द्वारा नवरात्रौत्सव हेतु अपनी तमाम तैयारियां शुरु कर दी गई है.
बता दें कि, जारी वर्ष 2025 यह स्थानीय स्वायत्त निकायों के चुनाव वाला वर्ष रहने के चलते इस बार सार्वजनिक नवरात्रौत्सव मंडलों की संख्या में वृद्धि होने की संभावना बेहद कम है. अमरावती शहर में स्थित अंबा देवी व एकवीरा देवी मंदिरों सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी देवी के कई पुरातन मंदिर है. जहां पर नवरात्रौत्सव के दौरान यात्रा व मेले का आयोजन होता है. इस बात के मद्देनजर शहर एवं ग्रामीण पुलिस द्वारा अपने-अपने स्तर पर अपने कार्यक्षेत्रों के लिए समीक्षा की जा रही है. साथ ही अन्य विभागों व मंडलों के पदाधिकारियों के साथ संवाद साधते हुए सार्वजनिक उत्सव के दौरान कानून व व्यवस्था की स्थिति को बनाए रखने हेतु गाईड लाईन जारी करने के साथ ही संबंधितों को आवश्यक दिशानिर्देश भी दिए गए. इसके अलावा इस बारे में आज सोमवार 15 सितंबर से गतिविधियां तेज होने की पूरी संभावना भी है.
उल्लेखनीय है कि, गणेशोत्सव की विसर्जन यात्राओं का अंतिम चरण अभी हाल ही में निपटा है. ऐसे में पुलिस एवं संबंधित व्यवस्था से वास्ता रखनेवाले महकमों को नवरात्रौत्सव की तैयारी करने के लिए बेहद कम समय मिला है. गत वर्ष नवरात्रौत्सव के दौरान शहर पुलिस आयुक्तालय के 10 पुलिस थाना क्षेत्रों में 475 स्थानों पर सार्वजनिक दुर्गोत्सव व 57 स्थानों पर सार्वजनिक शारदोत्सव मंडलों द्वारा देवी स्थापना की गई थी. वहीं ग्रामीण विभाग में 31 पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत 1 हजार 692 सार्वजनिक दुर्गोत्सव व 248 सार्वजनिक शारदोत्सव मंडलों द्वारा देवी स्थापना की गई थी. इसके अलावा सार्वजनिक गणेशोत्सव की तरह नवरात्रौत्सव में भी जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में 437 स्थानों पर ‘एक गांव, एक देवी’ की संकल्पना पर अमल किया गया था. जिसके तहत 344 स्थानों पर ‘एक गांव, एक दुर्गोत्सव’ व 93 स्थानों पर ‘एक गांव, एक शारदोत्सव’ की संकल्पना साकार करते हुए संबंधित गांववासियों ने अपनी सामाजिक एकजुटता का परिचय दिया था.
* गरबा आयोजन के लिए अनुमति की जरुरत
नवरात्रौत्सव में गरबा का विशेष महत्व होता है. जिसके चालते शहर में कई महत्वपूर्ण स्थानों पर पारंपरिक व निशुल्क गरबा का आयोजन किया जाता है. वहीं 7 से 8 स्थानों पर लॉन अथवा बडे होटलों के परिसर में निजी व कमर्शियल गरबा का आयोजन भी प्रति वर्ष होता है. सुरक्षा की दृष्टि से गरबा आयोजित करने हेतु पुलिस प्रशासन द्वारा अनुमति लेना बेहद अनिवार्य किया गया है.
* यात्रा मार्ग पर सीसीटीवी की नजर
अंबा देवी व एकवीरा देवी यात्रा महोत्सव में महिलाओं के पर्स व आभूषण चोरी की घटनाओं को रोकने सहित असामाजिक तत्वों पर अंकुश लगाने की दृष्टि से यात्रा महोत्सव में भीडभाड वाले महत्वपूर्ण पॉइंट पर सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्णय प्रशासन द्वारा लिया गया है. इसके अलावा कुछ स्थानों पर उंचे वॉच टॉवर भी लगाए जा रहे है. जिन पर खडे रहकर पुलिस कर्मियों द्वारा यात्रा परिसर पर नजर रखी जाएगी.
* यात्रा महोत्सव सहित सार्वजनिक दुर्गोत्सव व शारदोत्सव मंडल की संख्या को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा हेतु आवश्यक उपाय किए जा रहे है. इस हेतु पुलिस की सहायता के लिए एसआरपीएफ कंपनी सहित होमगार्ड को भी तैनात किया जाएगा.
– अरविंद चावरिया
शहर पुलिस आयुक्त, अमरावती.





