धनगर समाज को मिले एसटी प्रमाणपत्र, अन्यथा आमरण अनशन

सकल धनगर समाज ने सीएम के नाम जिलाधीश को सौंपा ज्ञापन

अमरावती/दि.15 – देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने धनगर समाज को वर्ष 2014 में आश्वासन दिया था कि, यदि भाजपा की सरकार बनती है, तो पहली ही कैबिनेट बैठक में धनगरों को अनुसूचित जनजाति का प्रमाणपत्र देने के साथ ही आरक्षण का लाभ दिया जाएगा. लेकिन 11 वर्षों से राज्य सहित देश में भाजपा की सरकार रहने के बावजूद धनगर समाज को एसटी संवर्ग का प्रमाणपत्र व आरक्षण हासिल नहीं हुआ है. ऐसे में यदि एक माह के भीतर धनगर समाज को एसटी प्रमाणपत्र व आरक्षण का लाभ नहीं मिलता है, तो धनगर समाज द्वारा 2 अक्तूबर को गांधी जयंती व दशहरा के पर्व से आमरण अनशन करना शुरु किया जाएगा, इस आशय की चेतावनी सकल धनगर समाज (तिवसा) द्वारा मुख्यमंत्री फडणवीस के नाम जिलाधीश को सौंपे गए ज्ञापन में दी है.
इस ज्ञापन में कहा गया कि, महज ‘ड’ व ‘र’ इस एक अक्षर के फर्क की वजह से धनगर समाज को विगत 65 वर्षों से आरक्षण से दूर रखा गया है. जबकि ‘धनगड’ व ‘धनगर’ समाज एक ही है. इसके सबूत तमाम सरकारों को आज तक कई बार दिए जा चुके है. परंतु इसके बावजूद एक अक्षर के फर्क की वजह से धनगर समाज से वास्ता रखनेवाले करीब दो करोड लोग आरक्षण से वंचित है. वहीं दूसरी ओर सरकार द्वारा इस मुद्दे को लेकर राजनीति करते हुए एसटी समाज व धनगरों को एक-दूसरे के खिलाफ भडकाया जा रहा है. जिसके चलते दोनों समाजों में तनाव वाली स्थिति है. ऐसे में अब धनगर समाज ने सरकार के झुठे आश्वासनों पर भरोसा नहीं करने का निर्णय लिया है. साथ ही अब सरकार को यह अल्टीमेटम भी दिया जा रहा है कि, यदि जारी माह के अंत तक धनगर समाज को अनुसूचित जाति के प्रमाणपत्र नहीं दिए जाते, तो सकल धनगर समाज द्वारा 2 अक्तूबर को गांधी जयंती व दशहरा से समूचे राज्य में आमरण अनशन किया जाएगा.
ज्ञापन सौंपते समय सकल धनगर समाज (तिवसा) के सचिन डाखोरे, नारायण गोहत्रे, अमर गावनेर, मुकुंद पुनसे, प्रदीप घुरडे, शरद तालन, सुधीर गोंडसे, दिलीप घुरडे, विठ्ठल कोल्हे, ज्ञानेश्वर पोटे, किसन मुंदाने, शिवहरी बोकडे, अनिल गोडसे, आशीष बांबल, पुरुषोत्तम ठेवले, बबलू महाले, नंदकिशोर गोहत्रे, अवि पांडे, सुनील मानकर व राहुल थोटे आदि उपस्थित थे.

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