401 भक्तों की सफल वृंदावन – खाटू धाम यात्रा
श्री एकवीरा श्याम परिवार ने मार ली बाजी

* सफल यात्रा पर पटाखों और ढोल ताशे से शानदार अगवानी
* जस गायिका प्रियंका और अन्य की खाटू धाम में प्रस्तुति
अमरावती/ दि. 16 – अमरावती के श्री एकवीरा श्याम परिवार ने इस वर्ष भी 401 भक्तों की सफल मथुरा वृंदावन और खाटू धाम यात्रा का आयोजन कर बाजी मार ली. श्याम प्रेमियों के यात्रा संपन्न कर अंबा नगरी लौटने पर ढोल, नगाडे बजाकर तथा फूल मालाएं पहनाकर, पटाखे फोडकर स्वागत किया गया. यह आयोजन अनेक मायनों में अनूठा रहा. जहां खाटू धाम की द्बारका पालम धर्मशाला में प्रसिध्द जस गायिका प्रियंका की भजन संध्या का आयोजन किया गया. यात्रा का उद्देश्य श्याम प्रेमी के किसी कारणवश खाटू जाने में असमर्थ रहने की दशा में उसके दर्शन की सेवा रहा.
श्री एकवीरा श्याम परिवार ने 6 दिवसीय धर्म यात्रा का प्रारंभ गत 9 सितंबर को किया. मथुरा में कृष्ण जन्म भूमि और वृंदावन में बाके बिहारी और राधा वल्लभ जी के दर्शन एवं खाटू धाम में श्याम बाबा के दर्शन संपन्न कर अकोला, शेगांव, यवतमाल, मोर्शी, चांदुर, नागपुर और भोपाल के यह भक्त गत रविवार लौटे तो उनके चेहरे दमक रहे थे. भक्तिभाव में डूबू पहली बार खाटूधाम की यात्रा करनेवाले श्याम प्र्रेमियों की संख्या 250 रही. गत रविवार अमरावती स्टेशन पर उक्त भाविकों का स्वागत करने जस गायक दीपक उपाध्याय, विशाल धंडेकर, भूषण तिवलकर, प्रतीक खरबडे, अनमोल गुप्ता, हीरूभाई, जतीन और अन्य श्याम प्रेमी पहुंचे थे.
12 सितंबर को खाटू धाम की द्बारका धर्मशाला में श्याम दीवानी, गायिका प्रियंका की भजन संध्या रखी गई. जिसमें अमरावती के जस गायक अमोल तिवलकर, प्रवेश साहू, अमन गुप्ता ने भी बाबा को रिझाया. भव्य दरबार प्रेम मुंडे, नीरज कुसराम, प्रथमेश काले, ओम पाटिल, स्वराज शहाणे, जय तायलकर, साहिल तायलकर, रूद्रेश पवार ने साकार किया. केटरिंग सर्विस, कान्हा कैटरर्स और इवेंट के गौरव खंडेलवाल, आकाश सुभाष साहू ने की. सतीश पडोले बापू, राजेश चांडक रिध्दपुर, पंकज गुप्ता ने व्यवस्था संभाली. आस्तिक म्यूजिकल ग्रुप के आस्तिक पारिसे, ऋषि पाटिल, मोंटी ठाकुर, सात्विक सोनार ने कीर्तन में वादयों से भरपूर रस बरसाया.
यात्रा को सफल बनाने अमोल तिवलकर, कुणाल सोनी, प्रवेश साहू, दीपक उपाध्याय, प्रतीक खरबडे, सतीश पडोले, राजेश चांडक, पंकज गुप्ता, अमन गुप्ता, हीरू भैया, जतीन, प्रेम मुंडे,नीरज कुसराम, प्रथमेश काले, ओम पाटील, स्वराज शहाने, साहिल तायलकर, जय तायलकर, रूद्रेश पवार, आस्तिक पारिसे, ऋषि पाटिल, मोंटी ठाकुर, सात्विक सोनार, परमानंद कृषनानी, आशीष बढिए, मयूर सोनी, मनसुख भाटी, प्रदीप गुप्ता मामा, संतोष भैया आदि ने अथक प्रयास किए.





