बाघ की शहर में दहाड
चिखलदरा में नागरिक और पर्यटकों की निंद उडी

चिखलदरा/दि.20 – जंगल का शेर अब शहर की तरफ दौडता दिखाई दे रहा है. गुरूवार की रात चिखलदरा शहर के विभिन्न इलाकों में बाघ के दर्शन होने से नागरिक और पर्यटकों में दहशत का वातावरण निर्माण हो गया है. पट्टेदार बाघ अचानक शहर में आ जाने से पर्यटक और नागरिकों की निंद उड गई है. सभी तरफ दहशत का वातावरण निर्माण हो गया है.
चिखलदरा शहर में पट्टेदार बाघ के आने की जानकारी मिलते ही पुलिस और व्याघ्र संवर्धन विभाग सक्रिय हो गया है. सुरक्षा की दृष्टि से गश्त लगाई जा रही है. नागरिकों को घर में रहकर सावधानी बरतने का आवाहन किया जा रहा है. नागरिकों के मुताबिक देर रात को बाघ की दहाड अनेक बार सुनाई दी. कुछ लोगों ने तो उसे अपने घर के पास घुमते हुए देखा. शहर में बाघ के अचानक आगमन होने से नागरिक घर में ही कैद हो गए है. शहर में बाघ के प्रवेश किए जाने से पर्यटकों में भी दहशत का वातावरण है. अवकाश के दिन यहां बडी संख्या में आनेवाले पर्यटक अब होटल व रिसोर्ट में रहने लगे है. अनेकोंं ने अपनी सुरक्षा के भय से तत्काल लौटने का निर्णय भी लिया. बाघ को सुरक्षित पकडने के लिए और उसका स्थलांतर करने के प्रयास शुरू रहने की जानकारी वन विभाग ने दी है. जाल बिछाकर ट्रैकिंग दल सक्रिय किए गए है. लेकिन नागरिकों को खुद की सुरक्षा करना अभी भी महत्वपूर्ण है. अकेले बाहर जाने से टालना, दिन ढलने पर घर के आसपास का परिसर जगमगाता रखना और प्रशासन से समन्वय रखने का आवाहन वन विभाग ने किया है.
* आज सुबह दिखाई दिया बाघ
चिखलदरा परिसर में बाघ के लगातार भ्रमण के कारण वन विभाग काफी परेशान दिखाई दे रहा है. आज शनिवार को दोपहर में 12 से 12.30 बजे के दौरान रेंज कॉलेज परिसर में बाघ दिखाई देने की पुष्टि वहां तैनात नाका कर्मी ने की है.चिखलदरा परिसर दो विभागों में बंटा है. रेंजर कॉलेज से उप्पा बैराट, चुर्णी, बस तलाई परिसर यह टाईगर प्रोजेक्ट के कोर एरिया में है. जो कि गुगामल वन्यजीव विभाग अंतर्गत आता है. वहीं पर पांढरी, चिखलदरा, शहापुर, आलाडोह, लवादा, मोथा आदि गांव बफर झोन के गाविलगढ वन्य जीव विभाग अंतर्गत आते है. जिसके दो अलग-अलग उपवनसंंरक्षक है. यह संयुक्त दल बाघ की तलाश में जुटा हुआ है. चिखलदरा पर्यटक स्थल पर सुरक्षा दर्शक बोर्ड स्थानीय नागरिकों समेत पर्यटकों को सतर्क रहने के लिए लगाए गए है.





