दाभा के वेअरहाउस के पास पास बेहोशी की हालत में मिले युवक की मौत
बेहोशी के हालत में लाया गया था इर्विन में, मध्यरात्रि को तोडा दम

* डॉक्टरो की लापरवाही का आरोप कर परिजन व रिश्तेदारों ने मचाया अस्पताल में हंगामा
* कोतवाली थाने में दर्ज की शिकायत
अमरावती/दि.20 –बडनेरा के हमालपुरा निवासी तथा हमाली का काम करनेवाले एक 25 वर्षीय युवक को दाभा के पास स्थित एक वेअरहाउस के पास बेहोशी की हालत में गंभीर अवस्था में शुक्रवार को दोपहर में स्थानीय जिला अस्पताल में भर्ती किया गया. जहां मध्यरात्रि को उसकी उपचार के दौरान मृत्यु हो गई. लेकिन जिला अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही के कारण उसकी मृत्यु होने का आरोप करते हुए परिजनों ने रात को जमकर हंगामा मचाया. स्थिति काबू करने के लिए कोतवाली पुलिस को आना पडा. मृतक के भाई ने दोषी डॉक्टरों पर मामला दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग को लेकर शिकायत दर्ज की. इस कारण पुलिस के बंदोबस्त में आज इन कैमरा मृतक युवक का पोस्टमार्टम किया गया. मृतक युवक का नाम बडनेरा शहर के हमालपुरा निवासी सचिन शेषराव झरे है.
जानकारी के मुताबिक बडनेरा शहर के यवतमाल रोड स्थित हमालपुरा निवासी सचिन शेषराव झरे (25) नामक युवक दाभा के पास स्थित एक वेअरहाउस पर हमाली का काम करता था. हर दिन की तरह वह शुक्रवार को सुबह काम पर गया. शाम के समय अचानक परिजनों को जानकारी मिली कि सचिन ने जहर गटक लिया है और वह बेहोशी की हालत में गंभीर अवस्था में वेअरहाउस के पास पडा है. यह जानकारी मिलते ही परिवार के सदस्य और क्षेत्र के नागरिक घटनास्थल की तरफ दौड पडे और सचिन को तत्काल रात 7.40 बजे जिला अस्पताल में भर्ती किया. जिला अस्पताल की ओपीडी में उसे सलाईन लगाई गई थी. साथ ही उसे ऑक्सीजन भी लगाई गई थी. परिजनों ने जब डॉक्टरों से बातचीत कर उसे निजी अस्पताल ले जाने कहा तब डॉक्टरों ने कहा कि पेशंट की हालत नॉर्मल है. भयभीत होने की आवश्यकता नहीं. दो दिन में उसे छुट्टी दे दी जाएगी. लेकिन रात 11 बजे के दौरान सचिन को नाक में लगाई ऑक्सीजन की नली नाक से निकल गई थी. परिजनों ने इस बाबत डॉक्टर से शिकायत की तब डॉक्टरों ने कहा की नली लगाने की अब आवश्यकता नहीं है और एक इंजेक्शन लिखकर दिया. यह इंजेक्शन बाहर से लाने कहा गया. परिवार के सदस्य तत्काल इंजेक्शन ले आए. वहां तैनात वॉर्डबॉय आकाश भालेराव ने सचिन को इंजेक्शन दिया. इंजेक्शन देते ही सचिन बेहोश हो गया और कुछ ही समय में उसने दम तोड दिया. पुरा शरीर ठंडा पडने से परिजनोंं ने डॉक्टरों से पूछताछ की तब डॉक्टरों ने कहा कि उसे निंद का इंजेक्शन दिया गया है और वह निंंद में है. लेकिन बाद में डॉक्टरों ने उसका ईसीजी निकाला और कहा कि सबकुछ ठिक है. लेकिन कुछ समय बाद सचिन को मृत घोषित किया गया. इस कारण परिजनों ने डॉक्टरों द्बारा लापरवाही बरतने का आरोप कर जिला अस्पताल में देर रात को काफी हंगामा मचाया. इस कारण स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी. घटना की जानकारी मिलते ही कोतवाली पुलिस का दल जिला अस्पताल आ पहुंचा. पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया. परिजनों का आरोप था की सचिन की मृत्यु जिला अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही से हुई है. मृतक के छोटे भाई ओम झरे (18) ने इस बाबत कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कर मामले की गहन जांच कर दोषियों पर कडी कार्रवाई करने की मांग की. पुलिस के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ. पश्चात आज पुलिस बंदोबस्त में जिला अस्पताल के पोस्टमार्टम गृह में इन कैमरा मृतक सचिन झरे का पोस्टमार्टम किया गया.
* दोपहर में शोकाकुल वातावरण में अंतिम संस्कार
सचिन शेषराव झरे की शुक्रवार मध्यरात्रि को जिला अस्पताल में मृत्यु होने के बाद शनिवार को उसका पोस्टमार्टम किया गया. दोपहर में परिजनों को पुलिस ने शव सौंपा. पश्चात बडनेरा शहर के अकोला रोड स्थित हिंदु स्मशानभूमि पर शोकाकुल वातावरण में उसकी अंत्येष्टि की गई.





