नवरात्रि मेले में बारिश का खलल
मौसम विभाग का अनुमान पहले दिन सटीक

* दर्शनार्थियों सहित दुकानदारों में भागमभाग
* अंबा और एकवीरा में सीमित हुए श्रध्दालु ा
अमरावती/ दि. 22- मौसम विभाग का नवरात्रि दौरान तेज से मध्यम बारिश का अंदाज आज घटस्थापना के दिन सटीक रही. अमरावती और आसपास के परिसर में दोपहर बाद तेज बरसात के कारण नवरात्रि का मेला प्रभावित हुआ. अबा और एकवीरा देवी मेें श्रध्दालुओं की संख्या सीमित बताई जा रही थी. वही अचानक तेज बरसात के कारण बाहरगांव से आए श्रध्दालु यहां वहां बारिश के बचाव हेतु जगह खोजने लगे.
व्यवस्था प्रभावित
अंबादेवी मेले में रोज लाखों श्रध्दालु आने की आशा से व्यापक प्रबंध दोनों ही संस्थान द्बारा किए गये थे. वह व्यवस्था दोपहर को तेज बारिश से चरमरा गई. हालांकि परिसर में आच्छादित पंडाल वाटर प्रुफ रहा. किंतु बारिश ने लोगों को भिगो दिया.
दुकानदार सामान बचाने दौडे
मेले के दुकानदार तेज बरसात से अपनी विक्री हेतु लायी गई सामग्री के बचाव हेतु भागदौड करते नजर आए. वहीं काफी मात्रा में असबाब भीग जाने की शिकायत उन्होंने की. इस बार नागपुर स्थित प्रादेशिक मौसम विभाग ने नवरात्रि की 25 तारीख तक लौटते मानसून की मध्यम से तेज बरसात का अंदाज व्यक्त किया था. दैनिक अमरावती मंडल ने भी गत शुक्रवार को ही इस बारे में समाचार प्रकाशित कर दुर्गा पंडलों के कर्ता धर्ताओं और खासोआम को अलर्ट किया था. नवरात्रि के पहले ही दिन जोरदार बरसात ने उत्साही भक्तों की उमंग पर पानी फेरने की कोशिश की है. वही कई भक्त आदि शक्ति की आराधना में तल्लीन रहे.
30 मिमी बारिश !
अमरावती और जिले के कई भागों से सोमवार दोपहर को भारी बरसात का समाचार मिला है. गरज चमक के साथ दोपहर को शहरी परिसर में 20-30 मिमी मेघ बरसने का अनुमान मौसम तज्ञ प्रा. डॉ. अनिल बंड ने व्यक्त किया. उन्होंने 25 सितंबर तक बारिश का दौर रहने की आशंका भी जताई. जिले के कई भागों में नवरात्रि के पहले दिन की बरसात ने भाविकों का उत्साह ठंडा कर दिया था. 27 तक यलो अलर्ट विदर्भ के अमरावती, अकोला, भंडारा सहित अनेक जिलों के लिए 26 सितंबर तक यलो अलर्ट दिया गया है. यवतमाल चंद्रपुर, गडचिरोली, वर्धा, वाशिम के लिए 23 से 26 सितंबर तक यलो अलर्ट रहने की जानकारी देते हुए बताया गया कि आज दोपहर भी कई भागों में तेज से मध्यम बरसात हुई. जिसमें बुलढाणा जिले का समावेश रहा. बारिश के कारण नदी नाले पुन: उफान पर आ गये थे.





