चिखलदरा में बाघ की दहशत

दिन ढलते ही कर्फ्यू जैसी स्थिति

* वन विभाग ने दी सतर्कता की चेतावनी
अमरावती /दि.24 – ना पिछले 6 माह में बाघ के हमले में 6 लोगों की मृत्यु होने से संपूर्ण मेलघाट में दहशत का वातावरण है. चिखलदरा परिसर में पिछले 8 दिनों से अनेकों को बाघ दिखाई दिया है. इस कारण पर्यटन स्थल पर दिन ढलते ही सन्नाटा छा जाता है. शाम होते ही वन विभाग और पुलिस का दल गश्त लगाना शुरू कर देते है. शहर के विभिन्न इलाकों में सतर्कता की चेतावनी देनेवाले फलक लगाए गए है.

पूरा दिन पर्यटकों की भीड से खचाखच रहनेवाले चिखलदरा शहर में शाम को 6 बजते ही वन उद्यान परिसर, स्कायवॉक पॉइंट, गाविलगढ किला, ठाकुर पॉइंट, देवी पॉइंट आदि स्थानों पर अघोषित कर्फ्यू जैसी स्थिति दिखाई देती है. वन उद्यान परिसर के होटल शाम 5.30 बजे से 6 बजे के दौरान बंद हो रहे है. देर रात तक शुरू रहनेवाला चौक भी शाम 7.30 बजे बंद हो जाता है. सुबह 7.30 बजे तक सडकों पर सन्नाटा रहता है. सुबह 8 से 8.30 बजे के बाद वाहनों के आवाजाही शुरू होती है. गुगामल वन्यजीव क्षेत्र अंतर्गत परिसर में पहले से ही बाघ का संचार है. लेकिन यहां बाघ बार-बार दिखाई नहीं देता था. लेकिन अब बाघ ने जैसे इस परिसर में डेरा जमाया दिखाई देता है. चिखलदरा परिसर में कुछ लोगों को बाघ दिखाई देने से वन्यजीव विभाग का दल अंधेरा होते ही गश्त शुरू कर देते है. शाम को महत्व के काम न रहने पर किसी को घर के बाहर न निकलने की सूचना दी जा रही है. ज्यादा ही आवश्यकता रहने पर 5 से 6 लोगों के समुह के साथ बाहर निकलने और पर्यटकों को भी परिस्थिति की जानकारी दी जा रही है, ऐसा वनविभाग के अधिकारियों का कहहै. शहर में 10 स्थानों पर ट्रैप कैमरे लगाए गए है. सूचना देने के साथ ही जनजागरण भी किए जाने की जानकारी अधिकारियों ने दी.

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