लघुशंका को लेकर विवाद में चली गोली, पिता-पुत्र की मौत
हिंगोली की घटना, पांच के खिलाफ मामला दर्ज, खेती के विवाद की भी चर्चा

हिंगोली /दि.25 – घर के सामने लघुशंका को लेकर समझाने हेतु गए चार लोगों पर एक व्यक्ति ने अपनी पिस्तौल से गोलियां चला दी. इस घटना में पिता-पुत्र की मौत हो गई. वहीं अन्य दो लोग घायल हुए. यह वारदात मंगलवार की रात हिंगोली तहसील के भांडेगांव में घटित हुई. मृतक पिता-पुत्र की शिनाख्त कुंडलिक जगताप (40) व शिवराज जगताप (18) के तौर पर हुई है. इस घटना को लेकर हिंगोली ग्रामीण पुलिस थाने में पांच लोगों के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज करते हुए चार लोगों को पूछताछ हेतु हिरासत में लिया गया.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक भांडेगांव निवासी कुंडलिक जगताप व बाबाराव जगताप के बीच खेत को लेकर पुराना विवाद चल रहा था. जिसके चलते उनके बीच अक्सर ही तनातनी भी हुआ करती थी. मंगलवार की रात गांव में रहनेवाले केदार जगताप व उमेश उबाले ने कुंडलिक जगताप के घर के सामने लघुशंका की. जिसके बाद कुंडलिक जगताप व शिवराज जगताप तथा सुभाष कुरवाडे व बालाजी जगताप देर रात बाबाराव जगताप के बेटे को समझाने के लिए उसके घर पहुंचे, जिनके द्वारा दरवाजे पर दस्तक दिए जाते ही बाबाराव जगताप ने दरवाजा खोलकर अचानक ही अपने पिस्तौल से गोलियां दागने शुरु कर दी. इस समय कुंडलिक जगताप को तीन गोलियां लगी. वहीं उनके बेटे शिवराज जगताप से सीने पर एक गोली लगी. जिसके चलते दोनों पिता-पुत्र की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं उनके साथ मौजूद अन्य दोनों लोग घायल हो गए.
इस पूरे मामले को लेकर मिली जानकारी के मुताबिक बाबाराव जगताप ने गांव में तालाब के किनारे ढाई एकड जमीन ली थी. इसी परिसर में कुंडलिक जगताप की भी पुश्तैनी जमीन थी और दोनों के बीच जमीन के हिस्से को लेकर विवाद चल रहा था. साथ ही इससे पहले बाबाराव जगताप की शिकायत के आधार पर कुंडलिक जगताप के खिलाफ अपराध भी दर्ज हुआ था और कुंडलिक जगताप को जेल भी जाना पडा था. जिसकी वजह से दोनों पक्षों के बीच एक-दूसरे को लेकर जबरदस्त गुस्सा भी था. जिसके परिणामस्वरुप आए दिन दोनों पक्षों के बीच लगडे वाली स्थिति बना करती थी.
* चंदन के पेड दिखाकर लिया था पिस्तौल का लाईसेंस
जानकारी के मुताबिक बाबाराव के बेटे ओम जगताप ने अपने खेत में चंदन के एक हजार पेड लगाए है. इन चंदन वृक्षों की रखवाली करने तथा चंदन तस्करों से अपनी सुरक्षा की वजह को आगे करते हुए ओम जगताप ने ढाई वर्ष पूर्व पिस्तौल का लाईसेंस लिया था है और इस लाईसेंसी पिस्तौल को अपने पास रखने की बजाए वह अक्सर अपने घर पर ही रखा करता था. घर पर रखी इसी पिस्तौल से ओम के पिता बाबाराव जगताप ने गोलीबारी करते हुए दो लोगों को मौत के घाट उतार दिया.





