पालकमंत्री के सामने ही मनपा प्रशासन की विधायक खोडके दंपति ने बखिया उधेडी
मनमाने व लचर कामकाज को लेकर मंत्री बावनकुले के सामने ही मनपा को लिया जमकर आडे हाथ

* मनपा पर लगाया काम करने की बजाए ‘मीटिंग-मीटिंग’ खेलने का आरोप
* विभिन्न महत्वपूर्ण कामों के अधर में लटके रहने को लेकर की शिकायत
* खोडके दंपति की शिकायतों को सुन पालकमंत्री भी पडे हैरत में, मनपा से मांग जवाब
* कई मुद्दों पर गंभीर चर्चा कर मंत्री बावनकुले ने जारी किए आवश्यक निर्देश
* पीएम आवास योजना को लेकर मंत्री ने मनपा में तलब किया जिलाधीश को
* सभी मुद्दों को लेकर हुई चर्चा में दिखाई पूरी गंभीरता, सभी मसलों को जल्द हल करने का दिया आश्वासन
अमरावती/दि.27 – गत रोज अमरावती के दौरे पर आए राज्य के राजस्व मंत्री व जिला पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने अमरावती महानगर पालिका के कामकाज का जायजा लेने हेतु देर शाम मनपा मुख्यालय पहुंचकर एक मैराथॉन बैठक में हिस्सा लिया. जिसमें मनपा की ओर से उपस्थित किए गए विभिन्न मुद्दों पर लंबी-चौडी चर्चाएं भी हुई और मनपा प्रशासन द्वारा मंत्री बावनकुले के सामने ‘ऑल गुड’ दर्शाने का पूरा प्रयास भी किया गया. लेकिन बैठक में उपस्थित विधायक खोडके दंपति ने मनपा की ओर से पेश किए गए कई मुद्दों की बखियां उधेडते हुए मनपा प्रशासन पर मनमाने ढंग से लचर कामकाज करने का आरोप लगाते हुए, मंत्री बावनकुले के सामने ही मनपा प्रशासन को जमकर आडे हाथ लिया. इसके चलते मैराथॉन बैठक में उपस्थित मनपा आयुक्त सौम्या शर्मा चांडक सहित मनपा के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी कुछ देर के लिए सन्न रह गए और उन्होंने अपनी ओर से स्पष्टीकरण देते हुए जैसे-तैसे स्थिति को संभालनेे का प्रयास किया. लेकिन हकीकत को भांपकर मंत्री बावनकुले ने मनपा प्रशासन को तुरंत अपने कामकाज में सुधार करने का आदेश जारी करने के साथ ही विभिन्न प्रलंबित मुद्दों का जल्द से जल्द निपटारा करने के संदर्भ में भी आवश्यक दिशानिर्देश जारी किए.
गत रोज पालकमंत्री बावनकुले की उपस्थिति के बीच मनपा मुख्यालय में हुई बैठक में मनपा प्रशासन द्वारा पालकमंत्री के सामने मनपा की शालाओं के निर्माण, अंबा नाले की साफसफाई, शिवटेकडी व वडाली तालाब सहित परकोट के सौंदर्यीकरण, भूमिगत नालियों की सफाई एवं पीएम आवास योजना के काम जैसे विषयों को रखकर सबकुछ ठीकठाक दर्शाने का प्रयास किया गया, तो विधायक सुलभा खोडके व विधान परिषद सदस्य संजय खोडके ने तुरंत ही अपने ‘वीटो पॉवर’ का इस्तेमाल करते हुए बताया कि, इन सभी मुद्दों के जरिए मनपा प्रशासन द्वारा मंत्री बावनकुले की दिशाभूल करने का प्रयास किया जा रहा है. क्योंकि अव्वल तो इन सभी कामों के लिए मनपा प्रशासन के पास पर्याप्त निधि ही उपलब्ध नहीं है. साथ ही इन कामों को करने के लिए मनपा के पास कोई नियोजन भी तैयार नहीं है. जिसके चलते यह सभी काम विगत लंबे समय से अधर में लटके हुए है और हाल-फिलहाल के दौरान इन कामों के पूरा होने का भी कोई आसार दिखाई नहीं दे रहा. इन तमाम बातों को सुनकर पालकमंत्री बावनकुले ने मनपा प्रशासन से सभी मुद्दों पर सिलसिलेवार जवाब मांगा और प्रत्येक प्रलंबित काम को चरणबद्ध ढंग से त्वरीत पूरा करने के निर्देश भी जारी किए.
इसके साथ ही विधायक संजय खोडके ने अमरावती मनपा क्षेत्र में 56 फीसद के भारी-भरकम कमर्शियल टैक्स का विषय भी लंबे समय से प्रलंबित रहने का मुद्दा उठाया. इस समय अमरावती शहर में कमर्शियल टैक्स की दरे 56 फीसद रहने की बात सुनकर राजस्व मंत्री बावनकुले भी हैरत में पड गए. जिन्हें विधायक खोडके ने बताया कि, उन्होंने अमरावती मनपा प्रशासन को अन्य मनपा क्षेत्रों की तुलनात्मक दरों के आंकडे काफी पहले ही बताए थे और कमर्शियल टैक्स की दरों को कम करने का निवेदन भी किया था. लेकिन इसके बावजूद इस मामले में अब तक कुछ भी नहीं हुआ है, यह सुनकर राजस्व मंत्री बावनकुले ने अमरावती मनपा प्रशासन को कमर्शियल टैक्स की दरे 15 से 20 फीसद करने हेतु आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए.
इस बैठक के दौरान विधायक खोडके दंपति ने शिव टेकडी एवं वडाली तालाब के सौंदर्यीकरण का काम विगत करीब 15 वर्षों से प्रलंबित रहने का मुद्दा उठाने के साथ ही अमरावती शहर में जमीन के लीज पट्टों के वितरण एवं पीएम आवास योजना के निर्माण का काम भी अधर में लटका रहने का मुद्दा उठाते हुए कहा कि, पीएम आवास योजना में एक के बाद एक ठेकेदार बदले जा रहे है और घरकुलों का काम पूरा ही नहीं हो पा रहा. जिसके चलते सभी लाभार्थी लंबे समय से खुद को घरकुल मिलने का इंतजार ही कर रहे, यह बात सुनते ही पालकमंत्री बावनकुले ने सीधे जिलाधीश आशीष येरेकर को मनपा मुख्यालय में तलब किया और जिलाधीश के बैठक में पहुंचते ही मनपा एवं जिलाधीश कार्यालय को आपसी समन्वय के साथ काम करते हुए अगले एक माह के भीतर जमीन के पट्टों के वितरण का काम पूरा करने और पीएम आवास योजना के काम को पूरी रफ्तार के साथ शुरु करने का निर्देश दिया.
इस समय विधायक संजय खोडके ने पालकमंत्री बावनकुले को यह भी बताया कि, मनपा की आर्थिक स्थिति बुरी तरह से डावाडौल है और मनपा के पास अपने कर्मचारियों एवं ठेकेदारों के भुगतान देने की भी पर्याप्त व्यवस्था नहीं है. यही वजह है कि, आए दिन मनपा में कर्मचारियों व ठेकेदारों द्वारा हडताल की जाती है. जिसका सीधा असर मनपा में नागरिकों से संबंधित कामकाज पर पडता है. लेकिन इसके बावजूद मनपा प्रशासन द्वारा अपने कामकाज के तौर तरिकों में कोई सुधार नहीं किया जा रहा है, बल्कि काम करने की बजाए केवल ‘मीटिंग-मीटिंग’ का खेल खेला जा रहा है. जिससे मनपा के अधिनस्थ अधिकारी भी परेशान हो चुके है और धीरे-धीरे मनपा प्रशासन के खिलाफ अधिकारियों व कर्मचारियों में असंतोष की भावना पनप रही है. इसके साथ ही विधायक खोडके दंपति ने यह आरोप भी लगाया कि, मनपा प्रशासन द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भरोसे में लिए बिना मनमाने ढंग से काम किया जा रहा है. जिसके चलते अमरावती शहर में कोई ढंग का काम ही नहीं हो रहा.
* रोज अपने नाम की खबरे छपवाओगे व रील बनवाओगे, तो ‘परसेप्शन’ बनेगा ही
इस बैठक में उपस्थित राज्यसभा सांसद डॉ. अनिल बोंडे द्वारा यह कहते हुए मनपा आयुक्त व प्रशासक सौम्या शर्मा का बचाव करने का प्रयास किया गया कि, अमरावती शहर में आयुक्त सौम्या शर्मा को लेकर लोगों का ‘परसेप्शन’ यानि आम धारणा काफी अच्छे है, तो पहले से तपे-तपाए बैठे विधायक संजय खोडके ने तपाक से कहा कि, यदि आप शहर के अखबारों में लगभग रोजाना ही अपने फोटोज् के साथ खबरे छपवाओगे और उठते-बैठते सोशल मीडिया पर रील बनाकर डलवाओगे, तो आम जनता के बीच आप को लेकर कोई ‘परसेप्शन’ बनेगा ही. लेकिन जमीन पर भी आपके कामों की हकीकत दिखाई देनी चाहिए, जो फिलहाल कहीं पर भी दिखाई नहीं दे रही. ऐसे में बेहद जरुरी है कि, आम जनता के बीच ‘परसेप्शन’ बनाने की बजाए जरुरी है कि, अपने काम का असर भी दिखाया जाए.
* इन मुद्दों पर खोडके ने दर्शाया समर्थन
इस बैठक में ऐसा भी नहीं रहा कि, विधायक खोडके दंपति ने मनपा प्रशासन का पूरी तरह से विरोध ही किया, बल्कि कई मुद्दे ऐसे भी रहे, जिन्हें लेकर खोडके दंपति ने मनपा प्रशासन के कामों व पहल की प्रशंसा करते हुए इन कामों के लिए अपना समर्थन भी घोषित किया. जिसके तहत सबसे प्रमुख मुद्दा कचरा संकलन को लेकर एकल व संयुक्त ठेके के प्रस्ताव से संबंधित रहा. इसे मौजूदा समय की सबसे बडी जरुरत बताते हुए विधायक खोडके द्वारा कहा गया कि, इसके जरिए शहर को साफसुथरा रखने में सहायता मिलेगी. इसके अलावा विधायक खोडके दंपति ने पुरानी अमरावती के परकोट सौंदर्यीकरण व भूमिगत गटर योजना के विकास एवं क्रियान्वयन को लेकर मनपा की ओर से किए जा रहे कामों की प्रशंसा भी की. साथ ही साथ शहर को अतिक्रमणमुक्त करने हेतु मनपा प्रशासन द्वारा सुझाए जानेवाले कदमों को लेकर अपना समर्थन रहने की बात भी कही.
* इन मुद्दों पर भी हुई गंभीर चर्चा
इस बैठक में अंबादेवी व एकवीरा देवी मंदिर को ‘ब’ श्रेणी तीर्थक्षेत्र का दर्जा देने, कचरा प्रबंधन हेतु ठोस योजना चलाने, स्मार्ट सिटी लाइट प्रणाली पर अमल करने, मनपा क्षेत्र में ई-बस सेवा शुरु करने, मनपा की नई प्रशासनिक इमारत का निर्माण करने, स्कूल एवं मॉडल यूपीएससी का निर्माण करने, दिव्यांग भवन बनाने, शिवसृष्टि संकल्प साकार करने, रमाई आवास योजना पर अमल करने, महात्मा फुले संकुल व नेहरु मैदान में टाऊन हॉल का निर्माण करने जैसे विषयों को लेकर भी चर्चा की गई. साथ ही इस समय पालकमंत्री बावनकुले के हाथों मनपा के कुछ नए उपक्रमों का उद्घाटन भी किया गया. जिनमें ई-गवर्नेंस उपक्रम, केंद्रीयकृत नागरीक डैश बोर्ड, ब्लाक चैन उपयोग, कामगार प्रमाणपत्र हेतु वेब पोर्टल, मनपा के ‘संदेशिनी’ न्यूज पोर्टल एवं शहर की कुल रुफ नियमावली 2025 का उद्घाटन किया गया. साथ ही साथ कहकशा कॉलोनी स्थित मनपा के शहरी स्वास्थ्य केंद्र का भी पालकमंत्री बावनकुले के हाथों ऑनलाइन उद्घाटन किया गया.
इस बैठक में पालकमंत्री बावनकुले सहित राज्यसभा सांसद डॉ. अनिल बोंडे, विधायक सुलभा खोडके, संजय खोडके, रवि राणा व राजेश वानखडे, मनपा आयुक्त सौम्या शर्मा, उपायुक्त नरेंद्र वानखडे व मेघना वासनकर, भाजपा शहराध्यक्ष डॉ. नितिन धांडे व मनपा के पूर्व सभागृह नेता सुनील काले आदि उपस्थित थे.

‘उनकी’ गलतफहमी व रवैया समझ से परे
* निगमायुक्त सौम्या शर्मा ने दी प्रतिक्रिया
इस पूरे मामले को लेकर जानकारी एवं प्रतिक्रिया हेतु संपर्क किए जाने पर मनपा आयुक्त सौम्या शर्मा चांडक ने कहा कि, कल की बैठक के दौरान विधायक खोडके दंपति द्वारा किया गया विवाद उनके लिए बेहद हैरतअंगेज था. वे अब तक नहीं समझ पाई कि, आखिर विधायक खोडके दंपति की नाराजगी की वजह क्या रही. खासकर खोडके दंपति ने जिस तरह से उनके कामकाज को लेकर अखबारों में प्रकाशित होनेवाली खबरों एवं अमरावती मनपा के सोशल मीडिया अकाउंट पर की जानेवाली पोस्ट को लेकर नाराजगी जताई, वह पूरी तरह समझ से परे है. क्योंकि यदि कोई अच्छा काम हो रहा है और उसकी जानकारी अखबारों व मनपा के अधिकृत पेज के जरिए आम जनता तक पहुंच रही है, तो इसमें कोई हर्जा नहीं है. इसके साथ ही आयुक्त सौम्या शर्मा ने यह भी कहा कि, वे जनता द्वारा निर्वाचित जनप्रतिनिधियों का पूरा सम्मान करती है और सभी के विचारों व सुझावों के आधार पर ही काम करने में भरोसा भी रखती है. उन्होंने आज तक कभी भी मनमाने ढंग से कोई काम नहीं किया, बल्कि वे सबके साथ समन्वय स्थापित कर काम करने में विश्वास रखती है. ऐसे में उनका स्पष्ट मानना है कि, विधायक खोडके दंपति को उन्हें लेकर किसी तरह की को गलतफहमी हुई है. जिसे वे दूर करने का अपनी ओर से पूरा प्रयास करेगी. साथ ही स्थानीय विधायक होने के नाते विधायक खोडके को मनपा प्रशासन के प्रत्येक निर्णय की प्रक्रिया में शामिल करने का भी पूरा प्रयास किया जाएगा. इसके अलावा वे खुद विधायक खोडके दंपति से व्यक्तिगत तौर पर मुलाकात व बात करते हुए स्थिति को समझने का प्रयास भी करेगी.





