30 हजार की रिश्वत लेते धरा गया सहायक राजस्व अधिकारी

चंद्रपुर /दि.30 – स्थानीय जिला पुनर्वसन कार्यालय में पदस्थ रहनेवाले सहायक राजस्व अधिकारी नरेंद्र विठोबाजी खांडेकर को 30 हजार रुपए की रिश्वत स्वीकार करते हुए भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग के पथक द्वारा विगत रविवार 28 सितंबर को गिरफ्तार किया गया.
इस मामले में मिली जानकारी के मुताबिक चंद्रपुर निवासी शिकायतकर्ता की मां के नाम पर मौजा चारगांव, तह. भद्रावती, जि. चंद्रपुर में स्थित घर व खुली जमीन औष्णिक विद्युत केंद्र हेतु अधिग्रहित की गई थी. इस संपत्ति में शिकायतकर्ता की बेटी का नाम प्रकल्पग्रस्त व्यक्ति के तौर पर नाम निर्देशित किया गया था. पश्चात महाराष्ट्र राज्य विद्युत निर्मिती कंपनी (मुंबई) द्वारा ली गई परीक्षा में शिकायतकर्ता की बेटी प्रकल्पग्रस्तो हेतु आरक्षित सीट पर कनिष्ठ अभियंता पद हेतु चुनी गई थी. जिसके बाद शिकायतकर्ता की बेटी के प्रकल्पग्रस्त प्रमाणपत्र की पुनर्जांच करने हेतु जुलाई 2025 में चंद्रपुर के जिला पुनर्वसन कार्यालय को पत्र प्राप्त हुआ था. जिसके बाद शिकायतकर्ता अपनी बेटी सहित जिला पुनर्वसन कार्यालय में सहायक राजस्व अधिकारी नरेंद्र खांडेकर से मिलने पहुंचे, तो खांडेकर ने उनसे दो लाख रुपयों की रिश्वत मांगी और बातचीत के बाद एक लाख रुपए में मामला तय हुआ. जिसके अनुसार शिकायतकर्ता ने जुलाई 2025 में ही खांडेकर को एक लाख रुपए दे दिए थे, परंतु खांडेकर ने विगत 26 सितंबर को शिकायतकर्ता को अपने कार्यालय में बुलाकर रिपोर्ट भेजने हेतु अलग से 30 हजार रुपए मांगे अन्यथा रिपोर्ट नहीं भेजने की बात कही. जिसके चलते शिकायतकर्ता ने इसकी जानकारी भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग को दी. पश्चात मामले की पडताल करते हुए भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग ने अपना जाल बिछाया और सहायक राजस्व अधिकारी नरेंद्र खांडेकर को 30 हजार रुपए की रिश्वत स्वीकार करते हुए रंगेहाथ धर दबोचा. यह कार्रवाई पुलिस उपाधिक्षक मंजुषा भोसले व पथक द्वारा की गई.





