इस बार दशहरे वाले दिन बरसेगा झमाझम पानी

जिले के लिए यलो अलर्ट जारी

* त्यौहार पर मंडरा रहा बारिश का साया
अमरावती/दि.30 – इस समय बंगाल की खाडी परिसर में तैयार हुए तीव्र कम दबाव वाले पट्टे के चलते राज्य के कई इलाको में बारिश ने हाहाकार मचा रखा है. हालांकि राज्य के अन्य कई इलाकों की तुलना में अमरावती सहित वर्‍हाड क्षेत्र में मूसलाधार बारिश का प्रमाण कम रहा. लेकिन दमदार बारिश जरुर हुई. जिसके चलते नवरात्रौत्सव के दौरान कई जगहों पर चल रहे गरबा व दांडिया के आयोजन में व्यवधान पडा. वहीं अब दो दिन बाद मनाए जानेवाले दशहरे के दिन भी पानी बरसने की संभावना जताई गई है और 2 अक्तूबर के लिए अमरावती जिले को बारिश के लिहाज से यलो अलर्ट जारी किया गया है. जिसके चलते माना जा रहा है कि, इस बार दशहरा जैसे पर्व पर बारिश का साया मंडरा रहा है.
ज्ञात रहे कि, अमरावती सहित राज्य में विदर्भ, मराठवाडा, मध्य महाराष्ट्र व कोंकण क्षेत्र के लिए मंगलवार 30 सितंबर तक कुछ स्थानों पर मूसलाधार व कुछ स्थानों पर अतिवृष्टि वाली बारिश होने की चेतावनी जारी की गई थी. जिसके अनुसार विगत सप्ताह हर ओर झमाझम बारिश शुरु हुई और कई स्थानों पर तो बाढसदृष्य हालात भी निर्माण हुए. जिसके चलते आम जनजीवन अस्तव्यस्त होने के साथ ही खेती-किसानी का बडे पैमाने पर नुकसान हुआ. हालांकि विदर्भ क्षेत्र में इस लिहाज से स्थिति काफी ठीकठाक रही और विदर्भ क्षेत्र के कई जिलो में समाधानकारक पानी बरसने के साथ ही बारिश को लेकर स्थिति भी सुधरी. हालांकि इसके बावजूद अमरावती जिले में 11 फीसद व अकोला जिले में 10 फीसद बारिश औसत से कम हुई है. परंतु यह फर्क अब कोई विशेष चिंताजनक नहीं है. इसके अलावा संभाग के अन्य जिलो में औसत से अधिक बारिश दर्ज हुई है. वहीं अब ऐन दशहरा पर्व वाले दिन जिले में झमाझम बारिश होने की संभावना जताई गई है.
उल्लेखनीय है कि, दशहरा के पर्व पर शहर सहित जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाते है. इन कार्यक्रमों में नागरिकों की अच्छी-खासी भीड रहती है. ऐसे में यदि दशहरा पर्व वाले दिन जोरदार बारिश होती है, तो तमाम आयोजनों की तैयारियों पर पानी फिर जाएगा. बता दें कि, दशहरा पर्व के आते-आते बारिश का जोर कम हो जाता है और दशहरा पर्व के बाद से ठंड का मौसम दस्तक देने लगता है. परंतु विगत कुछ वर्षों के अनुभव को देखते हुए माना जा रहा है कि, इस बार भी दशहरा के बाद दीपावली के पर्व तक बारिश का जोर चलता ही रहेगा. जिसके चलते पर्व एवं त्यौहारों पर बारिश का साया मंडराता रहेगा.

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